हरियाणा के सिरसा जिले के कलुआना गांव से लापता हुए चार लोगों की लाशें शुक्रवार को राजस्थान नहर से बरामद हुईं। ये सभी लोग पिछले पांच दिनों से लापता थे। शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे काला तीतर और सुकेराखेड़ा पुल के बीच एक शव पानी में तैरता हुआ दिखाई दिया। दोपहर करीब 1 बजे पुलिस ने हाइड्रा की मदद से नहर में गिरी बोलेरो गाड़ी को बाहर निकाला। गाड़ी से चारों शव बरामद हुए। मृतकों में 54 वर्षीय रविंद्र उर्फ चौंथराम, 33 वर्षीय विनोद उर्फ बिंद्रा, 26 वर्षीय राय सिंह निवासी कलुआना और 46 वर्षीय बलवीर सिंह निवासी गणेशगढ़ शामिल हैं। चारों शवों को पोस्टमार्टम के लिए डबवाली के उपमंडलीय नागरिक अस्पताल ले जाया गया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए।
कैसे गायब हुए चारों लोग, सामने आई जानकारी
मिली जानकारी के अनुसार, चारों लोग 13 जुलाई की रात करीब 9:30 बजे घर से बोलेरो गाड़ी में निकले थे। बिंद्रा ने अपने भाई को बताया था कि वह कुछ समय में वापस आ जाएगा। इसके बाद चारों के मोबाइल बंद हो गए। जब 14 जुलाई की देर शाम तक वे वापस नहीं आए, तो परिजनों ने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस और ग्रामीणों ने मिलकर सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो पता चला कि चारों लोग गांव गंगा की ओर गए थे। रात 12:08 बजे का गंगा गांव का फुटेज मिला, जिसके आधार पर राजस्थान नहर में सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया।
कैसे मिला सुराग और गाड़ी निकालने की प्रक्रिया
गुरुवार शाम करीब 6 बजे काला तीतर-सुकेराखेड़ा पुल के बीच बोलेरो गाड़ी के नहर में गिरने के सुराग मिले। इसके बाद गोताखोरों को बुलाया गया। रात 8 बजे गोताखोरों ने पुष्टि की कि गाड़ी नहर में है। शुक्रवार सुबह फिर सर्च ऑपरेशन चलाया गया, जिसमें सबसे पहले विनोद उर्फ बिंद्रा का शव बरामद हुआ। इसके बाद हाइड्रा मशीन की मदद से बोलेरो गाड़ी को बाहर निकाला गया, जिसमें बाकी तीनों शव मिले। इस घटना ने गांव में शोक की लहर फैला दी और परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया।
दोस्ती और रिश्तेदारी में बंधे थे चारों, हादसे ने छीनी जिंदगी
सदर थाना प्रभारी एसआई शैलेंद्र कुमार ने बताया कि रविंद्र, विनोद और राय सिंह, तीनों कलुआना गांव के रहने वाले थे और आपस में अच्छे दोस्त थे। वहीं, बलवीर सिंह बिंद्रा का रिश्तेदार था। चारों गांव अबूबशहर की ओर खाना-पीना करने के लिए गए थे। इसी दौरान उनकी बोलेरो गाड़ी राजस्थान नहर में गिर गई, जिससे चारों की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने परिजनों के बयान के आधार पर दुर्घटनावश मौत की कार्रवाई दर्ज की है। यह हादसा न केवल चार परिवारों के लिए, बल्कि पूरे गांव के लिए गहरा दुख लेकर आया है। अब प्रशासन द्वारा आगे की कानूनी प्रक्रिया पूरी कर शवों को अंतिम संस्कार के लिए सौंप दिया गया है।
