भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज का चौथा मुकाबला 23 जुलाई से मैनचेस्टर में खेला जाएगा। इस मुकाबले में टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन क्या होगी, यह एक बड़ा सवाल बना हुआ है। तेज गेंदबाज आकाश दीप और अर्शदीप सिंह चोट के चलते इस मैच में उपलब्ध नहीं हैं, वहीं नितीश कुमार रेड्डी भी सीरीज से बाहर हो चुके हैं। ऐसे में टीम इंडिया की गेंदबाजी में बदलाव होना तय है। इसी बीच खबरें आ रही हैं कि इस मुकाबले के लिए कुलदीप यादव को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जा सकता है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि कुलदीप को शामिल करना टीम इंडिया के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है।
क्या मैनचेस्टर की पिच पर सही रहेगा कुलदीप को खिलाना?
मैनचेस्टर की पिच आम तौर पर तेज गेंदबाजों की मददगार मानी जाती है और 23 जुलाई से शुरू हो रहे इस मैच में पांचों दिन बारिश की संभावना जताई गई है। ऐसे में टीम इंडिया अगर कुलदीप यादव को प्लेइंग इलेवन में शामिल करती है, तो टीम में तीन स्पिनर उतरेंगे। इंग्लैंड जैसी परिस्थितियों में तीन स्पिनरों के साथ उतरना जोखिम भरा कदम हो सकता है और इससे टीम का बॉलिंग कॉम्बिनेशन बिगड़ सकता है। पहले से ही रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन टीम में मौजूद हैं, ऐसे में कुलदीप को शामिल करने पर तेज गेंदबाजों की संख्या घट जाएगी, जो मैनचेस्टर की परिस्थितियों में सही रणनीति नहीं मानी जाएगी।
इंग्लैंड में कुलदीप यादव का टेस्ट रिकॉर्ड
कुलदीप यादव ने इंग्लैंड में अब तक सिर्फ एक टेस्ट मैच खेला है। 2018 में खेले गए उस एकमात्र टेस्ट में उन्होंने केवल एक विकेट ही लिया था। इसके बाद से उन्हें इंग्लैंड में फिर कोई टेस्ट खेलने का मौका नहीं मिला। पिछले साल न्यूजीलैंड के खिलाफ कुलदीप ने अपना आखिरी टेस्ट खेला था और उसके बाद वह चोट के चलते लंबे समय तक क्रिकेट से दूर रहे। मौजूदा टेस्ट सीरीज में वह टीम का हिस्सा हैं, लेकिन अभी तक उन्हें प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं दिया गया। कुलदीप के लिए इंग्लैंड की परिस्थितियों में प्रदर्शन करना आसान नहीं होगा, खासकर तब जब तेज गेंदबाजों की मददगार पिच हो और बारिश का माहौल बना रहे।
टेस्ट करियर में कुलदीप यादव का प्रदर्शन
अगर कुलदीप यादव के टेस्ट करियर की बात करें तो उन्होंने अब तक 13 टेस्ट मैचों में 24 पारियों में 56 विकेट लिए हैं। इस दौरान उनका बॉलिंग एवरेज 22.16 का रहा है और उनका बेस्ट बॉलिंग फिगर 5 विकेट लेकर 40 रन देना रहा है। कुलदीप ने अब तक 4 बार टेस्ट में पारी में पांच विकेट लेने का कारनामा किया है। इन आकड़ों से यह साफ है कि कुलदीप एक प्रभावी गेंदबाज हैं, लेकिन इंग्लैंड की पिच और परिस्थितियां अलग हैं। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि टीम मैनेजमेंट कुलदीप को मैनचेस्टर टेस्ट में खिलाने का जोखिम लेती है या नहीं। अगर कुलदीप को मौका दिया गया, तो टीम इंडिया को तीन स्पिनरों के साथ उतरने का निर्णय लेकर रणनीतिक तौर पर सही संतुलन बैठाना होगा, ताकि टीम पर इसका नकारात्मक प्रभाव न पड़े।
