Kannauj: जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है जहां मासूम बच्चियों की तस्करी लंबे समय से चल रही थी लेकिन किसी को भनक तक नहीं लगी। ये मामला हाजीगंज ईदगाह के पास काशीराम कॉलोनी का है। यहां रहने वाले मोहम्मद ज़हीर उर्फ छोटे ने पुलिस को बताया कि फारूक नामक व्यक्ति ने पहले उसे पैसों का लालच दिया और फिर उसकी 11 साल की बेटी को बहला-फुसला कर ले गया।
पैसे और लालच देकर मासूमों को बनाता था शिकार
पीड़ित मोहम्मद ज़हीर ने बताया कि फारूक ने पहले तो उसे जमीन, गाड़ी और मोटी रकम देने का वादा किया। इसके बदले वह उसकी बेटी को अपने साथ ले गया। फारूक सिर्फ ज़हीर की बेटी ही नहीं बल्कि कई और बच्चियों को भी अपने जाल में फंसा चुका है। जिन लड़कियों को ले जाया गया उन्हें मुंबई जैसे बड़े शहरों में बेच दिया गया।
कई बच्चियां अब भी लापता
ज़हीर के मुताबिक कई बच्चियों की आज तक कोई खबर नहीं है। फारूक का शिकार बने कई परिवार अब सामने आ रहे हैं जो पहले डर या शर्म के कारण चुप थे। जैसे ही मामला पुलिस तक पहुंचा वैसे ही जांच शुरू की गई और ज़हीर की 11 साल की बेटी को बरामद कर लिया गया।
पुलिस ने दो को किया गिरफ्तार, चार नामजद
पुलिस ने इस गंभीर मामले में चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इनमें से दो आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। मामले की जांच तेज कर दी गई है और बाकी आरोपियों की तलाश की जा रही है। इस पूरे घटनाक्रम से कन्नौज पुलिस की सतर्कता पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि इतने लंबे समय से चल रहे इस गिरोह की भनक खुफिया तंत्र को क्यों नहीं लगी।
जिले भर में मचा हड़कंप, प्रशासन पर उठे सवाल
मामले के सामने आने के बाद कन्नौज जिले में हड़कंप मच गया है। हर कोई सोचने को मजबूर है कि उनके आसपास ऐसा सब कुछ हो रहा था और किसी को जानकारी नहीं मिली। पुलिस कप्तान विनोद कुमार से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन वे उपलब्ध नहीं हो सके। वहीं सूत्रों की मानें तो यह मामला सिर्फ तस्करी तक सीमित नहीं बल्कि ‘धर्म परिवर्तन और घर बदलवाने’ जैसी संभावनाओं से भी जुड़ा हुआ माना जा रहा है।
