जब से OpenAI का ChatGPT लॉन्च हुआ है तब से ये AI टूल लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। खासकर पिछले कुछ महीनों में “घिबली ट्रेंड” की वजह से ChatGPT ने दुनियाभर में चर्चा बटोरी है। हर कोई इसे अपने हिसाब से इस्तेमाल कर रहा है – कोई रिसर्च के लिए तो कोई राइटिंग या सलाह लेने के लिए। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये टूल हमेशा सही जानकारी देता है या नहीं? इसी सवाल पर अब खुद OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन ने पहली बार एक अहम सलाह दी है जिसने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है।
सैम ऑल्टमैन ने कहा – AI पर आंख बंद करके भरोसा न करें
OpenAI के ऑफिशियल पॉडकास्ट के पहले एपिसोड में बात करते हुए सैम ऑल्टमैन ने कहा कि ChatGPT पर लोगों का भरोसा काफी ज्यादा है जो कि हैरान करने वाला है। उन्होंने साफ कहा कि ChatGPT एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जो भ्रम पैदा कर सकती है और इसलिए उस पर आंख मूंदकर विश्वास करना सही नहीं है। AI मॉडल्स पैटर्न के आधार पर जवाब देते हैं लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि वो हर बार सच्ची या सटीक जानकारी ही देंगे। उन्होंने कहा – “ये दिलचस्प है कि लोग AI पर इतना ज्यादा भरोसा करते हैं जबकि ये ऐसी चीज है जिस पर बहुत अधिक भरोसा नहीं किया जाना चाहिए।”
AI की ‘कन्फ्यूजन’ वाली दुनिया
AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे मॉडल्स का काम है डाटा में छिपे पैटर्न को पहचानकर आगे आने वाले शब्दों की भविष्यवाणी करना। ChatGPT भी कुछ ऐसा ही करता है। लेकिन ये इंसानों की तरह दुनिया को नहीं समझता और कई बार ऐसी जानकारी भी दे सकता है जो पूरी तरह गलत हो। AI की भाषा में इसे “हैलुसिनेशन” या “कन्फ्यूजन” कहा जाता है। यानी बात सुनने में सटीक लगती है लेकिन असल में झूठ होती है। यही वजह है कि किसी भी तरह की सलाह या जानकारी को जांचे-परखे बिना उस पर भरोसा करना गलत साबित हो सकता है।
भरोसा रखें, लेकिन पहले जांचना ज़रूरी है
सैम ऑल्टमैन ही नहीं बल्कि AI के गॉडफादर कहे जाने वाले जेफ्री हिंटन भी यही मानते हैं कि AI बहुत काम की चीज है लेकिन उस पर पूरी तरह भरोसा नहीं किया जा सकता। जैसे-जैसे AI हमारी जिंदगी का हिस्सा बन रहा है, ये ज़रूरी है कि हम उससे मिलने वाली जानकारी को जांचें, सवाल पूछें और फिर निर्णय लें। AI का इस्तेमाल करें लेकिन होशियारी के साथ। ChatGPT एक बेहतरीन टूल है लेकिन उसे इंसान की तरह समझदारी वाला न समझें। इसका सही इस्तेमाल तभी है जब आप ‘भरोसा करें लेकिन पहले पुष्टि भी करें’।
