Panchang: 21 जून 2025 दिन शनिवार को आषाढ़ कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि है और इस दिन योगिनी एकादशी का पावन व्रत रखा जा रहा है। यह तिथि पूरे दिन और रात तक रहेगी और 22 जून को सुबह 4 बजकर 28 मिनट तक चलेगी। शनिवार का दिन स्वयं में ही धार्मिक दृष्टिकोण से विशेष माना जाता है क्योंकि यह दिन शनि देव की पूजा और व्रत के लिए शुभ होता है। इस दिन जो भी भक्त योगिनी एकादशी का व्रत रखते हैं उन्हें स्वास्थ्य लाभ के साथ-साथ पापों से मुक्ति और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस व्रत का विशेष महत्व श्रीहरि विष्णु के भक्तों के लिए है।
योग और नक्षत्र का विशेष संयोग
आज यानी 21 जून को खास बात यह है कि शाम 7 बजकर 51 मिनट से लेकर अगली सुबह 4 बजकर 28 मिनट तक ययिजय योग भी रहेगा। यह योग सभी कार्यों में विजय प्राप्ति और सफलता का संकेत देता है। इसके अलावा अश्विनी नक्षत्र भी आज शाम 7 बजकर 50 मिनट तक रहेगा। अश्विनी नक्षत्र ऊर्जा, स्वास्थ्य और आरंभ के लिए बहुत शुभ माना गया है। ऐसे में जो भी कार्य नए प्रारंभ करना चाहते हैं, उन्हें अश्विनी नक्षत्र में शुरुआत करनी चाहिए। इस नक्षत्र में पूजा-पाठ, चिकित्सा से जुड़े कार्य, और नई योजनाओं की नींव रखना विशेष लाभकारी होता है।
अभिजीत मुहूर्त और राहुकाल की जानकारी
अगर आप आज किसी खास काम की योजना बना रहे हैं तो अभिजीत मुहूर्त में कार्य करना शुभ रहेगा। आज का अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 55 मिनट से दोपहर 12 बजकर 51 मिनट तक रहेगा। इस समय काल में कोई भी शुभ कार्य जैसे खरीददारी, यात्रा, निवेश या पूजा-पाठ किया जा सकता है। वहीं राहुकाल के समय में किसी भी तरह के शुभ कार्य से बचना चाहिए क्योंकि यह काल वाद-विवाद, रुकावट और विघ्नों से जुड़ा होता है। दिल्ली में राहुकाल सुबह 8:53 से 10:38 बजे तक रहेगा जबकि मुंबई में 9:21 से 11:01 बजे तक, भोपाल में 8:58 से 10:40 बजे तक और लखनऊ में 8:41 से 10:24 बजे तक रहेगा। ध्यान रखें कि राहुकाल में नए काम न करें।
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय और व्रत की महिमा
आज सूर्योदय का समय सुबह 5:23 बजे है और सूर्यास्त का समय शाम 7:22 बजे रहेगा। योगिनी एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित होता है और मान्यता है कि इस व्रत को करने से व्यक्ति को स्वास्थ्य लाभ, मानसिक शांति और पारिवारिक सुख प्राप्त होता है। इसके साथ ही जो भी व्यक्ति इस दिन व्रत रखकर रात्रि में भगवान विष्णु का कीर्तन और व्रत कथा सुनता है, उसे समस्त पापों से मुक्ति मिलती है। विशेष रूप से इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करके व्रत का संकल्प लेना और पूरे दिन सात्विक रहकर भगवान की पूजा करना अत्यंत फलदायक होता है।
