MP Accident: मध्य प्रदेश के मंडसौर से एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसे देखकर किसी का भी दिल कांप उठे। गुरुवार दोपहर को दलौदा थाना क्षेत्र के भावगढ़ फंटे पर एक तेज रफ्तार ट्रक ने एक कार को टक्कर मार दी और करीब 500 मीटर तक सड़क पर घसीटता चला गया। घटना की सबसे चौंकाने वाली बात ये रही कि कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई लेकिन इस भयानक हादसे में किसी की जान नहीं गई। घटना का सीसीटीवी वीडियो भी सामने आया है जो सिर्फ 14 सेकेंड का है लेकिन उसमें डर और हैरानी दोनों छिपे हैं।
14 सेकेंड में दिखा खौफ का मंजर
सीसीटीवी फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि तेज रफ्तार ट्रक एक सफेद रंग की कार को बुरी तरह से घसीटता हुआ नजर आ रहा है। कार ट्रक के आगे फंस गई थी और ट्रक चालक को काफी देर तक इस बात का अंदाजा नहीं हुआ कि वह कार को घसीट रहा है। सड़क पर मौजूद लोगों ने जब शोर मचाया और इशारे करने शुरू किए तब जाकर ट्रक चालक ने गाड़ी रोकी। कार ट्रक में इस कदर फंसी हुई थी कि देखने वालों की रूह कांप गई। हालांकि राहत की बात ये रही कि हादसे में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ।
राजस्थान से आ रही थी कार, मामला आपसी सहमति से सुलझा
दलौदा थाना प्रभारी मनोज गर्ग के मुताबिक यह ट्रक राजस्थान से रतलाम की ओर होते हुए मंडसौर आ रहा था। इसी दौरान यह हादसा हुआ। कार चालक नाथद्वारा से आ रहा था जब ट्रक ने उसे टक्कर मार दी। इस हादसे के बाद दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से मामले को सुलझा लिया। किसी ने भी पुलिस कार्रवाई नहीं चाही और दोनों पक्षों से लिखित में लिया गया कि वे कोई केस दर्ज नहीं करवाना चाहते। ये घटना साफ तौर पर दिखाती है कि सड़कों पर तेज रफ्तार कितनी खतरनाक हो सकती है।
तेज रफ्तार और लापरवाही बन रही हैं मौत की वजह – आंकड़े दे रहे हैं चेतावनी
अगर राज्य में पिछले तीन साल के सड़क हादसों के आंकड़ों पर नजर डालें तो स्थिति और भी गंभीर नजर आती है। साल 2022 में मध्य प्रदेश में 54,432 सड़क हादसे दर्ज किए गए जो तमिलनाडु के बाद देश में सबसे ज्यादा हैं। 2023 में राज्य में 3000 से ज्यादा लोगों की मौत सड़क हादसों में हुई और रोजाना औसतन 380 से ज्यादा दुर्घटनाएं हुईं। 2024 के जनवरी से नवंबर तक सिर्फ भोपाल में 5390 हादसे हुए। वहीं धार में 4517, जबलपुर में 4148 और छिंदवाड़ा में 3858 हादसे सामने आए। विशेषज्ञ मानते हैं कि तेज रफ्तार, हेलमेट न पहनना और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी हादसों की सबसे बड़ी वजह बन रही हैं। ऐसे में जरूरी है कि सभी लोग सड़क पर जिम्मेदारी से चलें और ट्रैफिक नियमों का पालन करें ताकि अनमोल जानें बचाई जा सकें।
