Kedarnath Yatra: केदारनाथ धाम की कठिन चढ़ाई को देखते हुए हजारों श्रद्धालु हर साल हेलिकॉप्टर सेवा का सहारा लेते हैं। खासतौर पर बुजुर्गों और बीमार लोगों के लिए यह सेवा किसी वरदान से कम नहीं है। चारधाम यात्रा के दौरान लगातार हेलिकॉप्टर उड़ान भरते रहते हैं। बीते कुछ वर्षों में हेलिकॉप्टर बुकिंग में भारी इजाफा हुआ है जिससे यात्रा सुविधाजनक बन गई है लेकिन दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ गया है।
अब तक हो चुकी हैं पांच घटनाएं
गुप्तकाशी, सिरसी और फाटा से केदारनाथ के लिए हेलिकॉप्टर सेवाएं संचालित की जाती हैं। अब तक यहां हेलिकॉप्टर से जुड़ी पांच घटनाएं हो चुकी हैं। आज गौरीकुंड में हुए हादसे में सात लोगों की जान चली गई। यह हादसा फिर एक बार सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहा है। हालांकि, हेलिकॉप्टर सेवाएं यात्रा को आसान बनाती हैं लेकिन लगातार हो रही दुर्घटनाएं चिंता का विषय हैं।
कितनी कंपनियां दे रही हैं सेवा और कितनी उड़ानें होती हैं
इस समय कुल 8 कंपनियां हेलिकॉप्टर सेवाएं दे रही हैं। गुप्तकाशी से 2 कंपनियां, फाटा से 3 और सिरसी से भी 3 कंपनियां सेवाएं दे रही हैं। इन कंपनियों के लिए कुल 9 हेलीपैड बनाए गए हैं। पिछले दो महीनों से औसतन रोज़ाना 215 उड़ानें भरी जा रही हैं। जब मौसम अच्छा होता है तो ये संख्या 290 तक पहुंच जाती है। एक हेलिकॉप्टर में पायलट समेत अधिकतम 6 यात्री बैठ सकते हैं। हालांकि, हाल ही के हादसे में एक 2 साल का बच्चा होने के कारण कुल 7 लोग सवार थे।
DGCA के नए नियम और दूरी का विवरण
हाल ही में DGCA (डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन) ने उड़ानों की संख्या कम करने के निर्देश दिए हैं। अब एक घंटे में अधिकतम दो उड़ानें ही भरी जा सकती हैं और अच्छा मौसम होने पर तीन उड़ानों की अनुमति है। यात्रियों का वजन और ईंधन का तापमान जांचने के बाद ही उन्हें बैठाया जाएगा। अगर ईंधन पूरा भरा है तो यात्रियों की संख्या कम होगी। फाटा से केदारनाथ की दूरी 31 किलोमीटर है और वहां तक पहुंचने में 9 मिनट लगते हैं। इस यात्रा का एकतरफा किराया 2,500 रुपये है। सिरसी से दूरी 23 किलोमीटर है और सफर 11 मिनट का होता है। वहीं, गुप्तकाशी से 45 किलोमीटर की दूरी को हेलिकॉप्टर 15 मिनट में तय करता है जिसका किराया 3,800 रुपये है। हर दिन करीब 1,500 श्रद्धालु हेलिकॉप्टर से दर्शन के लिए जाते हैं।
