14 June 2025 Panchang: 14 जून 2025 दिन शनिवार को आषाढ़ कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि है जो दोपहर 3 बजकर 47 मिनट तक रहेगी। इसके बाद चतुर्थी तिथि की शुरुआत होगी। इस दिन धार्मिक दृष्टि से बेहद खास संयोग बन रहा है क्योंकि संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी का व्रत भी इसी दिन है। आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार यह दिन भगवान गणेश को समर्पित है और व्रत रखने से कष्टों का नाश होता है।
ब्रह्म योग और उत्तराषाढ़ा नक्षत्र का प्रभाव
14 जून को ब्रह्म योग दोपहर 1 बजकर 13 मिनट तक रहेगा। इस योग में किए गए कार्य सफल और फलदायी माने जाते हैं। इसके साथ ही उत्तराषाढ़ा नक्षत्र दोपहर 12 बजकर 22 मिनट तक प्रभावी रहेगा। इन दोनों शुभ योगों का मेल किसी भी कार्य की शुरुआत के लिए उपयुक्त समय माने जाते हैं। ऐसे में अगर आप कोई नया काम शुरू करना चाहते हैं या पूजा-पाठ करना चाहते हैं तो यह समय सबसे अच्छा रहेगा।
राहुकाल का समय और शुभ मुहूर्त
शुक्रवार को शहरों के अनुसार राहुकाल का समय अलग-अलग रहेगा। दिल्ली में राहुकाल सुबह 8:52 से 10:37 बजे तक रहेगा जबकि मुंबई में यह समय 9:20 से 10:59 तक होगा। अन्य शहरों जैसे लखनऊ, कोलकाता, भोपाल और चेन्नई में भी राहुकाल की अलग-अलग अवधि रहेगी। इस समय में किसी भी शुभ कार्य को टालना चाहिए। वहीं अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:53 से दोपहर 12:48 बजे तक रहेगा जो किसी भी शुभ काम के लिए सबसे उत्तम समय होता है।
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय व गुरु का नक्षत्र गोचर
इस दिन सूर्योदय प्रातः 5 बजकर 22 मिनट पर होगा जबकि सूर्यास्त सायं 7 बजकर 19 मिनट पर होगा। यह जानकारी उनके लिए उपयोगी है जो उपवास या पूजा के नियमों का पालन करते हैं। इसके साथ ही गुरु ग्रह का नक्षत्र में गोचर होने से ज्योतिषीय दृष्टि से यह दिन और भी विशेष बन जाता है। गुरु के गोचर से धन, ज्ञान और धार्मिक कार्यों में वृद्धि मानी जाती है।
