Parshuram Janmotsav: हरियाणा में 30 मई को भगवान परशुराम की जयंती बड़े उत्साह के साथ मनाई जा रही है। इस मौके पर रोहतक जिले के पहरवार गांव में विशेष आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन सभी जातियों के लिए खुला होगा ताकि सभी लोग एक साथ इस पावन पर्व को मना सकें। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे। इसके अलावा प्रदेश के कैबिनेट मंत्री, विधायक और भाजपा के वरिष्ठ नेता भी इस जयंती में भाग लेंगे। साथ ही देश के कई राज्यों के नेता भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे।
दोहरे उत्सव की तैयारी: परशुराम जयंती और शहीदों को समर्पित
हरियाणा सरकार के कैबिनेट मंत्री ने बताया कि इस बार की परशुराम जयंती बहुत खास होगी। यह जयंती दो मायनों में बेहद खूबसूरत होगी। सबसे पहले यह जयंती सभी जातियों के लिए होगी, जिससे हर वर्ग के लोग एक साथ जुड़ सकें। दूसरी बात यह है कि इस बार का आयोजन हमारे सैनिकों और शहीदों को समर्पित होगा। इस तरह यह पर्व भाईचारे और देशभक्ति का संदेश भी देगा। इस अनूठे आयोजन से सरकार का उद्देश्य सामाजिक सद्भाव और देशभक्ति की भावना को बढ़ावा देना है।
आगामी 30 मई को हम भगवान परशुराम जी के जन्मोत्सव पर राज्य स्तरीय समारोह मनाएंगे।
दिनांक: 30 मई 2025 (शुक्रवार)
समय: सुबह 10:00 बजे
स्थान: गाँव पहरावर, जिला रोहतकयह एक सर्व समाज उत्सव होगा, जिसमें मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी जी मुख्य अतिथि होंगे…@NayabSainiBJP… pic.twitter.com/r3c5UXqv6f
— Haryana BJP (@BJP4Haryana) May 28, 2025
भाईचारे और देशभक्ति का संदेश
परशुराम जयंती के माध्यम से भाजपा की नायब सिंह सैनी सरकार यह संदेश देना चाहती है कि हमारा समाज एकजुट होकर सभी धर्मों और जातियों के त्योहारों को मिलकर मनाए। यह पर्व भाईचारे की भावना को मजबूत करने का जरिया होगा। साथ ही देशभक्ति की भावना को भी जगाने का अवसर होगा ताकि लोग शहीदों और सैनिकों के बलिदान को कभी न भूलें। सरकार का मानना है कि ऐसे आयोजन समाज में सौहार्द और एकता का संदेश फैलाते हैं।
सबके लिए एक साथ त्योहार मनाने की पहल
इस परशुराम जयंती कार्यक्रम के आयोजन से यह उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले समय में सभी समुदाय एक साथ मिलकर महान पुरुषों की जयंती मनाएंगे। इस प्रकार की पहल समाज में सामाजिक एकता और मेलजोल बढ़ाने में मदद करेगी। हरियाणा सरकार इस पर्व के माध्यम से लोगों को यह भी बताना चाहती है कि जाति और धर्म के बंधनों से ऊपर उठकर हमें एक साथ आना चाहिए। इस प्रकार के आयोजन से प्रदेश का सामाजिक ताना-बाना मजबूत होगा और नए दौर की शुरुआत होगी।
