शुक्रवार, 18 जुलाई को शीतला अष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। इस पर्व को स्थानीय भाषा में बसोड़ा या बुधा बसोड़ा भी कहा जाता है। इस दिन ठंडा या बासी भोजन करने और ठंडे पानी से स्नान करने की परंपरा है। इसके पीछे वैज्ञानिक कारण भी हैं, क्योंकि यह पर्व हमें पर्यावरण को स्वच्छ और सुरक्षित रखने की प्रेरणा देता है। शीतला अष्टमी के दिन विशेष रूप से घर की सफाई पर ध्यान दिया जाता है। इस दिन माताएं अपने बच्चों और परिवार के अच्छे स्वास्थ्य के लिए शीतला माता का व्रत रखती हैं। साथ ही, इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से जीवन में आ रही समस्याओं का समाधान भी प्राप्त किया जा सकता है, जिससे सुख-समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य का आशीर्वाद मिलता है।
परिवार में सुख-समृद्धि के लिए करें यह उपाय
यदि आप अपने परिवार में सुख-समृद्धि को बढ़ाना चाहते हैं, तो शीतला अष्टमी के दिन स्नान आदि करने के बाद घर में आसन पर बैठकर शीतला माता का ध्यान करते हुए मंत्रमहोधि में दिए गए इस नौ अक्षरी मंत्र का जाप करें – ‘ॐ ह्रीं श्रीं शीतलायै नमः।’ इस मंत्र का कम से कम 1 माला (108 बार) जाप करना चाहिए। इस प्रकार माता का मंत्र जाप करने से परिवार में सुख-समृद्धि बढ़ती है और घर में सकारात्मकता का संचार होता है। यदि आप जीवन में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं और माता भगवती का आशीर्वाद पाना चाहते हैं, तो शीतला अष्टमी पर शीतला माता की पूजा कर इस मंत्र का जाप करें – ‘वन्देऽहं शीतलां देवीं रासभस्थां दिगम्बराम्। मरजनी कलशोपेतां सूर्पालंकृतमस्तकाम्॥’ इस मंत्र का जाप करने से माता का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है।
कार्य में सफलता और भय निवारण के उपाय
यदि आप अपने हर कार्य में सफलता पाना चाहते हैं, तो स्नान आदि के बाद शीतला माता को दूध-चावल की खीर बनाकर भोग लगाएं। इसके बाद उस खीर को बच्चों में प्रसाद रूप में वितरित करें और स्वयं भी थोड़ा प्रसाद ग्रहण करें। ऐसा करने से आपके हर कार्य में सफलता प्राप्त होगी। अगर आपके जीवन में किसी प्रकार का भय या स्वास्थ्य संबंधी समस्या बनी हुई है, तो शीतला अष्टक स्तोत्र में दिए गए इस मंत्र का जाप करें – ‘वन्देऽहं शीतलां देवीं सर्व रोग भयापहम्। यमासाद्य निवर्तेत विस्फोट भयमद्भुतम्॥’ इस मंत्र का जाप करने से भय और स्वास्थ्य समस्याओं से मुक्ति मिलती है और जीवन में प्रगति के मार्ग खुलते हैं।
नौकरी और स्वास्थ्य लाभ के लिए विशेष उपाय
यदि आप नौकरी की समस्या से परेशान हैं, तो शीतला अष्टमी के दिन स्नान आदि के बाद शीतला चालीसा का पाठ करें और पाठ के बाद माता को पुष्प अर्पित करें। शीतला चालीसा का एक बार पाठ करने से नौकरी में आ रही रुकावटें दूर होंगी। यदि आप चाहते हैं कि आपकी प्रगति दिन दूनी और रात चौगुनी हो, तो शीतला माता के सामने घी का दीपक जलाकर उनकी आरती का पाठ करें। इससे निश्चित रूप से प्रगति प्राप्त होगी। यदि आप अच्छे स्वास्थ्य और लंबी आयु का आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते हैं, तो इस मंत्र का जाप करें – ‘मृणाल तन्तु सदृशीन नाभि हृन्मध्य संस्थिताम्। यस्त्वां सञ्चिन्तयेद्देवी तस्य मृत्युर्न जायते॥’ इस मंत्र का जाप करने से स्वास्थ्य उत्तम रहेगा और माता का आशीर्वाद प्राप्त कर लंबी आयु का सुख मिलेगा।
