Mukhtar Ansari: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में पुलिस और कुख्यात अपराधी शाहरुख पठान के बीच मुठभेड़ हुई जिसमें STF ने उसे मार गिराया। शाहरुख संजीव जीवा गैंग का शार्प शूटर था और उस पर ₹50,000 का इनाम घोषित था। वह कुछ महीने पहले ही जेल से बेल पर बाहर आया था और फिर से अपराध की दुनिया में सक्रिय हो गया था।
हत्या और फिरौती के आधा दर्जन से ज्यादा केस
ADG अमिताभ यश ने शाहरुख को बेहद खतरनाक अपराधी बताया जिसकी पकड़ मुजफ्फरनगर से लेकर हरिद्वार तक फैली थी। उसके खिलाफ हत्या और फिरौती जैसे गंभीर आरोपों में आधा दर्जन से ज्यादा केस दर्ज थे। पुलिस को उम्मीद है कि उसकी मौत से इलाके में अपराध में कमी आएगी।
जेल में बना अपराधी किंगपिन
2015 में शाहरुख ने मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन पर पुलिस कस्टडी में एक व्यक्ति आसिफ जैदा की हत्या की थी। इसी दौरान वह जेल गया और वहां उसकी मुलाकात संजीव जीवा और मुख्तार अंसारी से हुई। यहीं से वह जीवा के लिए काम करने लगा। जेल से छूटते ही उसने कई अपराधों को अंजाम दिया।
गोल्डी मर्डर केस और उम्रकैद
2017 में शाहरुख ने हरिद्वार में कंबल व्यापारी गोल्डी की हत्या की थी। यही नहीं उसी साल उसने आसिफ जैदा केस के गवाह के पिता की भी हत्या कर दी थी। इन मामलों में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा और फिर गोल्डी हत्याकांड में संजीव जीवा के साथ उसे उम्रकैद की सजा हुई।
बेल के बाद दोबारा अपराध की राह
हाल ही में बेल पर बाहर आने के बाद शाहरुख ने संभल में हत्या के प्रयास और गवाहों को धमकाने जैसे अपराध फिर से शुरू कर दिए थे। STF को सूचना मिली कि वह छपार इलाके में छिपा हुआ है। पुलिस ने उसे घेरने की कोशिश की लेकिन उसने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में वह घायल हो गया और अस्पताल में दम तोड़ बैठा।
