Chhattisgarh Naxals : छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां 23 खूंखार नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। इन सभी पर एक करोड़ से अधिक का इनाम घोषित था। पुलिस के मुताबिक ये नक्सली इलाके में कई बड़ी नक्सली घटनाओं में शामिल रहे हैं और लंबे समय से फरार थे।
महिला नक्सली भी शामिल
इन 23 नक्सलियों में 9 महिलाएं भी शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि ये आत्मसमर्पण राज्य सरकार की ‘नक्सल पुनर्वास नीति’, ‘नियाड नेल्ला नर योजना’ और आंतरिक इलाकों में पुलिस की बढ़ती पकड़ से प्रभावित होकर हुआ है। आत्मसमर्पण करने वाले इन सभी पर कुल 1.18 करोड़ रुपये का इनाम था जो अब समाप्त हो चुका है।
कौन-कौन थे बड़े इनामी नक्सली
पुलिस ने जानकारी दी कि आत्मसमर्पण करने वालों में लोकेश उर्फ पोडियम भीमा, रमेश उर्फ कालमु, कवासी मासा, प्रवीण उर्फ संजीव, नुप्पो गंगी, पुनेम देवे, पार्षद सदस्य पार्सकी पांडे, माड़वी जोगा, नुप्पो लच्छू, पोडियम सुखराम और डिप्टी कमांडर दूधि भीमा शामिल हैं। इन सभी पर आठ-आठ लाख रुपये का इनाम था।
बाकी नक्सलियों पर कितना था इनाम
इसके अलावा नक्सल एरिया कमेटी सदस्य मुचकी रणौती, कालमु दुला, दूधि मंगला और सिद्धार्थ उर्फ माड़वी पर पांच-पांच लाख का इनाम था। नक्सली हेमला राम पर तीन लाख का इनाम था और बाकी सात नक्सलियों पर एक-एक लाख का इनाम घोषित था। सभी नक्सलियों ने आत्मसमर्पण के दौरान हथियार भी सौंपे हैं।
दो दिनों में 45 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
सिर्फ सुकमा ही नहीं बल्कि पूरे बस्तर संभाग में पिछले दो दिनों में कुल 45 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। शुक्रवार को नारायणपुर जिले में भी 22 नक्सलियों ने सरेंडर किया था। उन पर कुल 37.50 लाख रुपये का इनाम था। इस तरह दो दिनों में 1.55 करोड़ के इनामी नक्सली सरकार के समक्ष आत्मसमर्पण कर चुके हैं जो राज्य में शांति बहाली की दिशा में एक बड़ा कदम है।
