Sawan 2025: के पावन महीने की पहली सुबह एक खास शुरुआत लेकर आई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को गोरखनाथ मंदिर में भगवान शिव की विशेष पूजा की। उन्होंने अपने आवास के पहले तल पर बने शक्तिपीठ में रुद्राभिषेक और हवन किया। सुबह-सुबह पूरे वातावरण में धार्मिक ऊर्जा और मंत्रों की गूंज सुनाई दी।
बिल्व पत्र से लेकर कमल तक अर्पित किए पूजन सामग्री
पूजा के दौरान योगी आदित्यनाथ ने भगवान भोलेनाथ को बिल्व पत्र, दूर्वा, मदर पत्र, कमल का फूल और अन्य विशेष पूजन सामग्री अर्पित की। इसके साथ ही उन्होंने जल, दूध और मौसमी रस से रुद्राभिषेक किया। यह पूजा विधिवत रूप से पूरी परंपरा के अनुसार की गई। पूजा की सारी प्रक्रिया शुक्ल यजुर्वेद संहिता के रुद्राष्टाध्यायी महामंत्रों के साथ संपन्न हुई।
आचार्यों और पुजारियों की देखरेख में संपन्न हुआ रुद्राभिषेक
गोरखनाथ मठ के विद्वान आचार्यों और पुजारियों ने इस पूरे रुद्राभिषेक को वेद मंत्रों के साथ संपन्न करवाया। मंत्रों की ध्वनि और हवन की अग्नि ने पूरे वातावरण को आध्यात्मिक बना दिया। यह नज़ारा देख भक्तों के मन में भी आस्था की लहर दौड़ गई। यह केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं था बल्कि पूरे राज्य के कल्याण की कामना भी थी।
वेद मंत्रों की गूंज के बीच हुआ हवन
रुद्राभिषेक के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच हवन किया। हवन कुंड की अग्नि में आहुतियां दी गईं और पूरे माहौल में एक अलग ही शांति और सकारात्मक ऊर्जा फैल गई। मंत्रों की गूंज और धूप की महक ने वहां मौजूद लोगों को भक्ति में सराबोर कर दिया।
जनकल्याण और सुख-समृद्धि की कामना
पूजा और हवन की समाप्ति के बाद मुख्यमंत्री योगी ने राज्य के सभी लोगों के लिए सुख, समृद्धि, स्वास्थ्य और शांति की कामना की। उन्होंने भोलेनाथ से प्रार्थना की कि वह समस्त चराचर जगत की रक्षा करें और हर नागरिक का जीवन मंगलमय करें। उन्होंने यह भी कहा कि सावन का महीना ईश्वर से जुड़ने का विशेष अवसर होता है।
