Earthquake: असम में आया 4.1 तीव्रता का भूकंप! सुबह-सुबह कांपी ज़मीन, एक नहीं तीन जगह धरती में हलचल

Earthquake: असम में आया 4.1 तीव्रता का भूकंप! सुबह-सुबह कांपी ज़मीन, एक नहीं तीन जगह धरती में हलचल

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

[responsivevoice_button voice="Hindi Female"]

Earthquake: मंगलवार सुबह असम के कार्बी आंगलोंग जिले में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.1 मापी गई। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार सुबह 9:22 बजे यह भूकंप आया और इसकी गहराई 25 किलोमीटर थी। राहत की बात यह रही कि इस भूकंप से किसी भी जान या माल के नुकसान की कोई खबर नहीं मिली है।

एक ही हफ्ते में कई इलाकों में धरती कांपी

असम के साथ ही अंडमान सागर और जम्मू-कश्मीर में भी हाल ही में भूकंप के झटके दर्ज किए गए। सोमवार को अंडमान सागर में 4.5 तीव्रता का भूकंप आया जिसकी गहराई 10 किलोमीटर थी। इसके एक दिन पहले रविवार को भी वहीं पर एक और भूकंप दर्ज किया गया। जम्मू-कश्मीर में भी कुछ दिन पहले 3.6 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था।

 धरती क्यों हिलती है? जानिए भूकंप का कारण

धरती के भीतर टेक्टोनिक प्लेट्स लगातार हिलती रहती हैं। ये प्लेट्स जब आपस में टकराती हैं या एक-दूसरे के नीचे-ऊपर खिसकती हैं तो उनकी सीमाओं पर तनाव उत्पन्न होता है। जब यह तनाव बढ़कर अचानक बाहर निकलता है तो धरती हिलती है और इसे हम भूकंप के रूप में महसूस करते हैं।

रिक्टर स्केल पर तीव्रता का क्या मतलब होता है

भूकंप की तीव्रता को रिक्टर स्केल पर मापा जाता है। अगर किसी भूकंप की तीव्रता 4.0 से 4.9 के बीच हो तो वह मध्यम श्रेणी में आता है। यह हल्के झटके देता है लेकिन आमतौर पर इससे जान-माल का नुकसान नहीं होता। 5.0 से ऊपर के भूकंप अधिक खतरनाक माने जाते हैं और भारी नुकसान कर सकते हैं।

क्या करें भूकंप के समय, खुद को ऐसे बचाएं

भूकंप के समय सबसे पहले खुद को सुरक्षित स्थान पर ले जाएं। किसी मजबूत मेज या टेबल के नीचे छिपें। दीवारों या खिड़कियों से दूर रहें। यदि आप बाहर हैं तो खुले मैदान में जाएं, किसी इमारत या पेड़ के नीचे खड़े न हों। लिफ्ट का इस्तेमाल न करें और शांत रहें।

Neha Mishra
Author: Neha Mishra

Leave a Comment

और पढ़ें