PM Modi एक बार फिर इतिहास रच रहे हैं। अपने 11 साल के कार्यकाल में यह उनकी दूसरी सबसे लंबी विदेशी यात्रा है। इससे पहले जुलाई 2015 में उन्होंने रूस और मध्य एशिया के पांच देशों का दौरा किया था। इस बार उनका यह दौरा अफ्रीका, लैटिन अमेरिका और कैरिबियन देशों के लिए है जिसे ग्लोबल साउथ का हिस्सा माना जाता है। इस यात्रा के तहत पीएम मोदी घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राज़ील और नामीबिया का दौरा कर रहे हैं। इन सभी देशों में भारत के साथ आर्थिक और रणनीतिक रिश्ते गहरे होते जा रहे हैं और पीएम मोदी इन्हें और मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
घाना और त्रिनिदाद में भारत की मौजूदगी को मिली नई मजबूती
PM Modi की यात्रा की शुरुआत पश्चिम अफ्रीकी देश घाना से हुई जहां वह 2 और 3 जुलाई को रहे। घाना में 30 वर्षों बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री का दौरा हुआ। यहां मोदी ने संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया और घाना के राष्ट्रपति महना ने उन्हें देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भी दिया। घाना में लिथियम जैसे खनिजों का भंडार है जो भारत की ऊर्जा जरूरतों के लिए अहम है। इसके बाद प्रधानमंत्री त्रिनिदाद और टोबैगो पहुंचे जहां 40-45 प्रतिशत आबादी भारतीय मूल की है। यहां भारतीय मूल के लोग राजनीति से लेकर संस्कृति और प्रशासन तक हर क्षेत्र में अहम भूमिका निभा रहे हैं। यह दौरा भारतीय प्रवासियों के साथ भावनात्मक जुड़ाव को भी दर्शाता है और विदेश नीति में उनकी भागीदारी को मान्यता देता है।
अर्जेंटीना और ब्राजील से मजबूत होते व्यापारिक रिश्ते
4 और 5 जुलाई को PM Modi अर्जेंटीना में हैं जहां वे जलवायु परिवर्तन, रणनीतिक साझेदारी और व्यापार के मुद्दों पर सहयोग बढ़ाएंगे। अर्जेंटीना में सिंधी और पंजाबी समुदाय बस चुका है और 1980 के दशक से भारतीयों की वहां मौजूदगी बढ़ी है। इसके बाद मोदी 5 से 8 जुलाई तक ब्राजील में रहेंगे। पहले रियो डी जेनेरियो और फिर ब्रासीलिया में। यहां वे BRICS सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। भारत और ब्राजील के बीच 77 वर्षों से गहरे संबंध हैं और दोनों देश ऊर्जा, कृषि, आयुर्वेद, स्वास्थ्य और रक्षा के क्षेत्र में सहयोग कर रहे हैं। ब्राजील के राष्ट्रपति से मोदी की बीते दो वर्षों में चार मुलाकातें हो चुकी हैं। भारत ने इस वर्ष ब्राजील के वेदांताचार्य जोनास मसेटी को पद्मश्री से भी सम्मानित किया।
नामीबिया से जुड़ाव और चीतों की वापसी का संकल्प
PM Modi 9 जुलाई को दक्षिण अफ्रीका के पास स्थित नामीबिया का दौरा करेंगे। इससे पहले 1998 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने यहां की यात्रा की थी। यह 27 वर्षों बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली नामीबिया यात्रा होगी। नामीबिया सितंबर 2022 में चर्चा में आया था जब वहां से 8 चीतों को भारत लाया गया था। भारत और नामीबिया के बीच वाइल्डलाइफ संरक्षण में साझेदारी है। इसके अलावा, भारत वहां खनन में भी सहायता कर रहा है। मोदी इस दौरे में डिजिटल प्रशिक्षण जैसे कार्यक्रमों की घोषणा भी करेंगे जिससे दोनों देशों के बीच तकनीकी और मानवीय सहयोग को नई दिशा मिलेगी।
