CM Yogi से मुस्कुराते हुए बोली बच्ची, पढ़ना है मुझे, दाखिला करवा दो स्कूल में

CM Yogi से मुस्कुराते हुए बोली बच्ची, पढ़ना है मुझे, दाखिला करवा दो स्कूल में

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

CM Yogi Meets A girl: हर किसी की ज़िंदगी में पढ़ाई की अहमियत होती है। बिना पढ़ाई के आगे बढ़ना मुश्किल होता है और यही वजह है कि शिक्षा को हमेशा से एक खास दर्जा दिया गया है। ऐसी ही सोच एक छोटी सी बच्ची की भी है जिसने स्कूल में दाखिले के लिए खुद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई। बच्ची का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी बच्ची से बात करते हुए मुस्कुराते नजर आ रहे हैं।

जनता दर्शन में बच्ची ने सुनाई पढ़ाई की ख्वाहिश

लखनऊ में आयोजित जनता दर्शन कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग अपनी-अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे थे। इसी दौरान एक नन्हीं बच्ची भी सीएम योगी से मिलने पहुंची। बच्ची ने मुख्यमंत्री से स्कूल में एडमिशन दिलाने की मांग की और कहा कि वह पढ़ना चाहती है। जब मुख्यमंत्री ने उससे मजाक में कहा कि लगता है तुम स्कूल नहीं जाना चाहती हो, तो बच्ची ने तुरंत जवाब दिया – “नहीं, मुझे स्कूल जाना है।” यह सुनकर मुख्यमंत्री भी मुस्कुरा पड़े और बच्ची से आगे पूछा कि वह किस क्लास में एडमिशन चाहती है।

CM Yogi से मुस्कुराते हुए बोली बच्ची, पढ़ना है मुझे, दाखिला करवा दो स्कूल में

CM ने मजाक करते हुए पूछा, ’10वीं में एडमिशन चलेगा?’

जब सीएम योगी ने बच्ची से क्लास पूछी तो वह थोड़ी हिचकिचाई और बोली कि उसे नहीं पता। इस पर मुख्यमंत्री ने हंसते हुए कहा, “तो फिर तुम्हें 10वीं में एडमिशन दिलवा दें?” बच्ची ने कुछ नहीं कहा लेकिन उसकी आंखों में स्कूल जाने की ख्वाहिश साफ झलक रही थी। इस पर मुख्यमंत्री ने तुरंत मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिए कि बच्ची को जल्द से जल्द स्कूल में दाखिला दिलाया जाए। मुख्यमंत्री की यह संवेदनशीलता जनता के बीच चर्चा का विषय बन गई और लोग इस पूरे घटनाक्रम को बेहद भावुकता से देख रहे हैं।

जनता दर्शन बना उम्मीदों का दरवाज़ा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जनता दर्शन कार्यक्रम आम लोगों की समस्याएं सुनने और उनका तत्काल समाधान निकालने का जरिया बन गया है। यह कार्यक्रम लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास पर होता है लेकिन कई बार यह कार्यक्रम गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में भी आयोजित किया जाता है। इस कार्यक्रम में हर वर्ग के लोग पहुंचते हैं और अपनी समस्याएं सीएम के सामने रखते हैं। बच्ची के इस उदाहरण ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि अगर इरादा मजबूत हो तो कोई भी दरवाज़ा खटखटाया जा सकता है और मुख्यमंत्री स्वयं बच्चों की ऐसी मासूम इच्छाओं को पूरा करने के लिए तत्पर रहते हैं।

Neha Mishra
Author: Neha Mishra

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

और पढ़ें