Israel Iran War: ईरान और इसराइल के बीच जारी जंग अब और भयानक हो चुकी है। गुरुवार को इसराइल ने ईरान के अराक हेवी वॉटर रिएक्टर पर हमला कर दिया। ईरान के सरकारी टेलीविजन चैनल ने इसकी पुष्टि की है। चैनल के अनुसार, इस हमले से पहले केंद्र को खाली करा लिया गया था और कोई भी रेडिएशन का खतरा नहीं है। इसराइल ने सुबह ही चेतावनी दी थी कि वह इस रिएक्टर पर हमला करेगा और लोगों से उस इलाके को छोड़ने की अपील की थी। यह रिएक्टर ईरान की राजधानी तेहरान से करीब 250 किलोमीटर दूर है और इस पर हमला करना बेहद गंभीर माना जा रहा है।
क्या होता है हेवी वॉटर रिएक्टर का काम
अराक स्थित यह भारी जल रिएक्टर ईरान के न्यूक्लियर कार्यक्रम का अहम हिस्सा है। आमतौर पर ये रिएक्टर रिएक्टर को ठंडा रखने और न्यूट्रॉन को धीमा करने के लिए इस्तेमाल होता है। लेकिन ये प्लूटोनियम भी बनाता है जिसका उपयोग परमाणु हथियारों के निर्माण में हो सकता है। यही कारण है कि इस रिएक्टर पर हमला सिर्फ एक हमला नहीं बल्कि परमाणु तकनीक से जुड़ा गंभीर हमला माना जा रहा है। इस हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता बढ़ गई है क्योंकि इस तरह के केंद्र पर हमले से बड़ा खतरा पैदा हो सकता है।
BREAKING: Israel has attacked Iran’s Arak heavy water reactor, Iranian state TV says, hours after Israel warned public to flee the area. Meanwhile, an Iranian missile barrage targeted Israel, including a “direct hit” on a medical building. https://t.co/MO3HHF9aCm
— The Associated Press (@AP) June 19, 2025
IAEA की चेतावनी और युद्ध में मरने वालों की संख्या
संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी संस्था IAEA ने इसराइल को ईरान के न्यूक्लियर केंद्रों पर हमला न करने की अपील की थी। संस्था के अनुसार उनके निरीक्षक आखिरी बार 14 मई को अराक केंद्र का दौरा कर चुके थे। इसके बावजूद इसराइल ने हमला कर दिया जिससे अंतरराष्ट्रीय नियमों की भी अनदेखी हुई है। वहीं वॉशिंगटन आधारित संगठन ‘ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट्स’ ने जानकारी दी है कि अब तक इस युद्ध में 639 लोग मारे जा चुके हैं और 1329 घायल हुए हैं। मरने वालों में 263 आम नागरिक और 154 सुरक्षा बलों के जवान शामिल हैं।
ईरान का पलटवार और इजराइल के अस्पताल पर हमला
इसराइल के हमले का जवाब देते हुए ईरान ने भी मिसाइल हमले किए हैं। ईरानी मिसाइलों ने दक्षिण इसराइल में स्थित ‘सोरोका मेडिकल सेंटर’ को निशाना बनाया है। यह अस्पताल इसराइल के दक्षिणी हिस्से में सबसे बड़ा चिकित्सा केंद्र है। अस्पताल के प्रवक्ता ने बताया कि इमारत को गंभीर नुकसान पहुंचा है और कई लोग घायल हुए हैं। साथ ही अस्पताल प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अभी इलाज के लिए न आएं क्योंकि स्थिति गंभीर बनी हुई है। अस्पताल में 1000 से ज्यादा बेड हैं और ये 10 लाख से ज्यादा लोगों को सेवाएं देता है। आग बुझाने वाले कर्मचारियों ने बताया कि अस्पताल की मुख्य बिल्डिंग के साथ-साथ आसपास की रिहायशी इमारतों को भी निशाना बनाया गया है। अभी तक किसी की मौत की पुष्टि नहीं हुई है लेकिन हालात काफी चिंताजनक हैं।
