Bone Cancer Symptoms : हड्डी के कैंसर की शुरुआत अकसर मामूली दर्द से होती है। लेकिन डॉक्टरों के मुताबिक ये दर्द धीरे-धीरे बढ़ता है और फिर रात के समय ज्यादा तकलीफ देने लगता है। खासकर जांघ, पिंडली और कंधे की हड्डियों में दर्द शुरू होता है जिसे नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है।
हड्डी की कमजोरी और सूजन को न करें इग्नोर
डॉ. गौरव प्रकाश भारद्वाज के अनुसार जब किसी हिस्से की हड्डी कैंसर की चपेट में आती है तो वहां सूजन, गर्माहट और लालिमा जैसे लक्षण नजर आने लगते हैं। उस हड्डी की ताकत कम हो जाती है और हलकी सी चोट से भी फ्रैक्चर हो सकता है। बच्चों में कद का अचानक रुक जाना भी संकेत हो सकता है।
थकान और वजन कम होना भी हैं संकेत
हड्डी के कैंसर के मरीजों में थकावट, बुखार, रात को पसीना आना और बिना वजह वजन कम होना आम लक्षण हैं। जब ये लक्षण बिना किसी कारण के लगातार बने रहें तो तुरंत डॉक्टर से जांच करवाना जरूरी है। शरीर की छोटी-छोटी चेतावनियों को गंभीरता से लेना चाहिए।
पहले से कैंसर हो तो हड्डियों का ध्यान रखें
अगर किसी मरीज को पहले से कोई और कैंसर जैसे स्तन, फेफड़े या प्रोस्टेट है तो वह हड्डियों तक फैल सकता है। ऐसे में अगर हड्डियों में अचानक दर्द या सूजन महसूस हो तो यह संकेत हो सकता है कि कैंसर अब अन्य अंगों में पहुंच रहा है। बिना देरी विशेषज्ञ की सलाह लें।
समय पर जांच से बच सकती है जान
हड्डी के कैंसर की पुष्टि के लिए एक्स-रे, एमआरआई, सीटी स्कैन, बोन स्कैन और बायोप्सी जैसी जांच की जाती है। समय पर पहचान होने पर इलाज के सफल होने की संभावना ज्यादा होती है। इलाज में कीमोथेरेपी, रेडिएशन और सर्जरी शामिल हो सकते हैं। इसलिए हड्डी के किसी भी असामान्य दर्द को नजरअंदाज न करें।
