Bangalore stampede: रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने आईपीएल 2025 का खिताब जीतकर पूरे कर्नाटक में खुशी का माहौल बना दिया था। लेकिन इस खुशी के बीच बुधवार को बेंगलुरु के चिन्नस्वामी स्टेडियम के पास हुए जश्न के दौरान भगदड़ की घटना ने सब कुछ मातम में बदल दिया। भारी भीड़ जुटने के कारण भगदड़ मची, जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई और करीब 33 लोग घायल हो गए। इस हादसे के बाद पुलिस प्रशासन की लापरवाही और गड़बड़ी को लेकर सवाल उठने लगे हैं। अब इस मामले में पुलिस के अंदर से एक बड़ा खुलासा हुआ है।
पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जताई थी असमर्थता
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बुधवार को बेंगलुरु पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था संभालने में असमर्थता जताई थी। RCB के अनुरोध पर गोरूर पुलिस ने कहा था कि इस तरह के बड़े आयोजन के लिए कम से कम दो दिन की तैयारी जरूरी होती है। उन्होंने सुझाव दिया था कि यह कार्यक्रम रविवार को आयोजित किया जाए। पुलिस की इस बात को लेकर RCB प्रबंधन से बातचीत हुई थी, लेकिन समय को लेकर कोई समझौता नहीं हो सका।
RCB प्रबंधन ने दी तैयारी के लिए कम समय की मंशा
सूत्र बताते हैं कि पुलिस की तैयारी के लिए दो दिन की मांग के बावजूद, RCB प्रबंधन ने कहा कि फैंस को बहुत देर तक इंतजार करवाना सही नहीं होगा। वहीं, RCB की योजना थी कि विजय जुलूस को खुले बस से विधान सभा से चिन्नस्वामी स्टेडियम तक निकाला जाए, लेकिन पुलिस ने इसे अनुमति नहीं दी। इसके बाद भी सरकार की ओर से पुलिस पर दबाव बनाया गया। खासतौर पर उप मुख्यमंत्री के दबाव के कारण, कुछ घंटे की तैयारी के बाद कार्यक्रम तय किया गया जिसमें पहले विधान सभा में खिलाड़ियों का सम्मान किया गया और फिर चिन्नस्वामी स्टेडियम में फैंस का स्वागत किया गया।
RCB और कर्नाटक सरकार ने दी आर्थिक मदद की घोषणा
इस दुखद हादसे के बाद RCB ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। साथ ही RCB केयर फंड की स्थापना की गई है, जो घायल लोगों की मदद करेगा। कर्नाटक सरकार ने भी मृतकों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये की मुआवजा राशि देने और घायलों का मुफ्त इलाज करने का ऐलान किया है। इसके साथ ही इस घटना की जांच के लिए मजिस्ट्रियल जांच का आदेश भी जारी किया गया है ताकि दुर्घटना के कारणों का पूरी तरह से पता लगाया जा सके और जिम्मेदारों को सजा दी जा सके।
