AIMIM प्रमुख Asaduddin Owaisi ने शनिवार को पाकिस्तान पर जबरदस्त हमला बोला और उसके आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले रिकॉर्ड पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इस्लामाबाद की आतंकवादियों को शरण देने की रणनीति दक्षिण एशिया में अस्थिरता को बढ़ावा देती है। अल्जीरिया में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए, जहां वह एक सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल के हिस्से के रूप में पहुंचे थे, ओवैसी ने पाकिस्तान की आतंकवाद में मिलीभगत का उदाहरण भी दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की जेल में बंद एक आतंकवादी जेल में रहते हुए भी पिता बन गया था, जो इस देश की नीति पर बड़ा सवाल है।
लखवी जेल में रहते हुए कैसे बना पिता
ओवैसी ने पाकिस्तान में आतंकवादी जकीउर रहमान लखवी को दी जा रही विशेष सुविधाओं का जिक्र किया। उन्होंने कहा, “जकीउर रहमान लखवी नाम का एक आतंकवादी था – दुनिया का कोई देश ऐसा नहीं करेगा कि आतंकवाद के आरोपों का सामना कर रहे व्यक्ति को जेल से बाहर आने दिया जाए। लेकिन पाकिस्तान में वह जेल में बैठा-बैठा पिता बन गया। जब पाकिस्तान को एफएटीएफ (फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स) की ग्रे लिस्ट में डाला गया, तभी उसके खिलाफ मुकदमा तेजी से चला।” ओवैसी ने साफ तौर पर कहा कि पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डालना बेहद जरूरी है ताकि उसकी आतंकवाद को समर्थन देने वाली गतिविधियों पर लगाम लगाई जा सके।
#WATCH | Algiers, Algeria | AIMIM chief and MP Asaduddin Owaisi says, "There was this one terrorist called Zakiur Rehman Lakhvi – no country in the world would allow a terrorist who's facing a terror charge. He became a father to a son while sitting in prison. The trial… pic.twitter.com/Gd5whrzW13
— ANI (@ANI) May 31, 2025
पाकिस्तान को फिर से ग्रे लिस्ट में डालना जरूरी
ओवैसी ने उम्मीद जताई कि अगर पाकिस्तान को दोबारा एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में डाला गया, तो भारत में होने वाली आतंकवादी घटनाओं में कमी आ सकती है। उन्होंने चेतावनी दी कि यह मामला अब केवल दक्षिण एशिया तक सीमित नहीं है। ओवैसी ने कहा, “यह सिर्फ दक्षिण एशिया का सवाल नहीं है। हम दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं। अगर ऐसा चलता रहा तो क्या होगा? क्या आप चाहते हैं कि यह तबाही दक्षिण एशिया के अन्य हिस्सों में भी फैल जाए?” उन्होंने कहा कि दुनिया की शांति के लिए पाकिस्तान को नियंत्रित करना जरूरी है क्योंकि वह आतंकवाद का मुख्य प्रायोजक है। ओवैसी ने दोहराया, “पाकिस्तान को फिर से एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में डालना ही होगा।”
भारत-अल्जीरिया संबंधों पर बोले ओवैसी
आतंकवाद की जड़ों पर बात करते हुए ओवैसी ने कहा, “आतंकवाद दो चीजों पर जीवित रहता है – विचारधारा और पैसा। विचारधारा आप अच्छी तरह जानते हैं, आपने दक्षिण अल्जीरिया में भी काले दशक को देखा है, और अभी भी वहां कुछ समस्याएं हैं। हम इस मुद्दे पर एकजुट हैं।” भारत और अल्जीरिया के बढ़ते संबंधों की तरफ इशारा करते हुए ओवैसी ने कहा, “उम्मीद है कि हमारे प्रधानमंत्री बहुत जल्द अल्जीरिया का दौरा करेंगे। उम्मीद है कि अल्जीरिया के राष्ट्रपति भी भारत आएंगे। यह सही दिशा में एक बहुत अच्छा कदम होगा।” ओवैसी के इस बयान से यह साफ हो जाता है कि भारत आतंकवाद के मुद्दे पर केवल क्षेत्रीय नहीं बल्कि वैश्विक साझेदारियों को भी मजबूत करने की योजना बना रहा है।
