MP News: मध्य प्रदेश में राजनीति का पारा इस समय चरम पर है क्योंकि राज्य के मंत्री विजय शाह के खिलाफ हाई कोर्ट के निर्देश पर FIR दर्ज की गई है। वजह है कि विजय शाह ने ऑपरेशन सिंदूर से चर्चित हुईं कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया था। इस मामले ने मीडिया और राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। सबसे बड़ी बात यह है कि एफआईआर दर्ज होने के बाद विजय शाह कहीं नजर नहीं आ रहे हैं। न वे सार्वजनिक जगहों पर दिख रहे हैं और न ही सरकारी बैठकों में शामिल हो रहे हैं। उनकी इस ‘गायब’ स्थिति ने विपक्ष को सरकार पर हमला करने का बड़ा मौका दे दिया है।
कांग्रेस का अनोखा विरोध और पोस्टर अभियान
कांग्रेस ने विजय शाह की गुमशुदगी को लेकर इंदौर शहर में बड़े पोस्टर लगाए हैं जिन पर लिखा है ‘गुमशुदा की तलाश’। इन पोस्टरों में यह भी लिखा गया है कि जो व्यक्ति विजय शाह को ढूंढकर लाएगा उसे 11,000 रुपये का इनाम दिया जाएगा। कांग्रेस नेता विवेक खंडेलवाल ने मीडिया से कहा कि मंत्री कई दिनों से गायब हैं और यह राज्य की प्रशासनिक विफलता को दिखाता है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जब एक मंत्री ही इस तरह लापता हो सकता है तो आम जनता की सुरक्षा की क्या गारंटी है। कांग्रेस का कहना है कि यह मामला सिर्फ एक मंत्री के बयान तक सीमित नहीं है बल्कि सरकार की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े करता है।
जयहिन्द,
पिछले दिनों पहलगाम में हुए जघन्य हत्याकांड से मैं मन से बहुत दुखी एवं विचलित हूँ, मेरा राष्ट्र के प्रति अपार प्रेम और भारतीय सेना के प्रति आदर एवं सम्मान हमेशा रहा है।
मेरे द्वारा कहे गये शब्दो से समुदाय, धर्म, देशवासियो को दुख पहुँचा है, यह मेरी भाषाई भूल थी, pic.twitter.com/3dU0Jt4QF6
— Dr. Kunwar Vijay Shah (@KrVijayShah) May 23, 2025
भाजपा का रुख और विपक्ष की लगातार मांग
भाजपा और राज्य सरकार ने अब तक विजय शाह का इस्तीफा नहीं मांगा है जबकि विपक्ष के कई नेता लगातार बयान दे रहे हैं कि उन्हें हटाया जाना चाहिए। कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि वह तब तक विरोध जारी रखेगी जब तक विजय शाह खुद इस्तीफा नहीं देते। दिलचस्प बात यह है कि पोस्टर लगाने के पीछे कांग्रेस का मकसद सिर्फ विजय शाह को खोजने का नहीं है बल्कि भाजपा सरकार को राजनीतिक दबाव में लाने का भी है। कांग्रेस का आरोप है कि विजय शाह को बचाया जा रहा है जबकि उनकी टिप्पणी के बाद उन्हें मंत्री पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।
सोशल मीडिया पर माफी और जनता की प्रतिक्रिया
विजय शाह ने सोशल मीडिया के जरिए कई बार माफी मांगी है। उनका कहना है कि पाकिस्तान और आतंकवादियों की हरकतों से वे इतने आहत थे कि उनके मुंह से गलत शब्द निकल गए। उन्होंने कहा कि उनका सेना के प्रति हमेशा सम्मान रहा है और उन्होंने अनजाने में यह गलती कर दी। उन्होंने बहन सोफिया कुरैशी और पूरे देश से हाथ जोड़कर माफी मांगी है। हालांकि, जनता और राजनीतिक दलों का कहना है कि सिर्फ माफी मांगने से बात खत्म नहीं होती बल्कि सार्वजनिक जीवन में जिम्मेदारी भी निभानी होती है। ऐसे में अब देखना होगा कि विजय शाह कब सामने आते हैं और भाजपा सरकार इस मामले को कैसे संभालती है।
