Bihar News: बिहार के सिवान जिले के बड़हरिया प्रखंड के वसीलपुर गांव के रहने वाले रामबाबू सिंह देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गए। सोमवार को पाकिस्तान की ओर से सीजफायर के उल्लंघन के दौरान उन्हें गोली लगी थी। यह दुखद खबर सोमवार दोपहर को उनके परिवार तक पहुंची। बताया जा रहा है कि सोमवार सुबह ही रामबाबू की अपनी पत्नी अंजलि से बात हुई थी। इसके कुछ घंटे बाद यह दुखद समाचार पूरे गांव में शोक की लहर ले आया। रामबाबू जम्मू-कश्मीर में तैनात थे और उन्होंने 10 अप्रैल को ही ड्यूटी जॉइन की थी।
तेजस्वी यादव ने की वीडियो कॉल पर बात
मंगलवार को बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने शहीद के बड़े भाई अखिलेश कुमार से वीडियो कॉल के जरिए बात की। उन्होंने कहा, “प्रणाम, पूरे बिहार को आप पर गर्व है। हिम्मत से काम लीजिए, पूरे देश की सहानुभूति आपके साथ है। हम सब आपके साथ खड़े हैं।” तेजस्वी यादव ने शहीद की उम्र पूछी, जिस पर अखिलेश कुमार ने बताया कि रामबाबू 27 साल के थे। तेजस्वी ने पूछा कि शहीद का शव पटना कब पहुंचेगा, इस पर उन्होंने बताया कि मंगलवार रात को वहां से रवाना हो जाएगा।
सीमा पर शहीद हुए सीवान के वीर रामबाबू प्रसाद जी के परिजनों से वार्ता कर उन्हें सांत्वना दी वीर शहीद की शहादत को नमन किया। #TejashwiYadav #india #RJD pic.twitter.com/3UmfTPHd6n
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 14, 2025
एयरपोर्ट पर मौजूद रहेंगे तेजस्वी यादव
बातचीत के दौरान तेजस्वी यादव ने पूछा कि क्या कोई परिवार का सदस्य शहीद के साथ मौजूद है, तो अखिलेश कुमार ने बताया कि कोई नहीं गया है। इस पर तेजस्वी यादव ने कहा, “हम एयरपोर्ट पर मौजूद रहेंगे। आप सभी को सलाम। बहुत-बहुत धन्यवाद।” बुधवार को तेजस्वी यादव ने इस बातचीत का वीडियो अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) हैंडल पर भी शेयर किया। इससे पूरे राज्य में यह खबर और तेजी से फैल गई और लोगों की संवेदनाएं शहीद के परिवार के साथ जुड़ गईं।
सरकार देगी 50 लाख की सहायता राशि
शहीद रामबाबू सिंह के गांव में मातम पसरा हुआ है। हर आंख नम है और हर चेहरा गर्व और ग़म के मिले-जुले भाव से भरा हुआ है। इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घोषणा की है कि शहीद के परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसके अलावा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। रामबाबू सिंह का पार्थिव शरीर बुधवार को उनके गांव लाया जाएगा और पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। गांव के लोग बड़ी संख्या में उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए जुटने लगे हैं।
