UP Revenue Department Bharti 2025: उत्तर प्रदेश सरकार ने जमीन से जुड़े मामलों में जनता को तेजी से राहत देने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। लंबे समय से खाली पड़े राजस्व विभाग के हजारों पदों को भरने की तैयारियों में अब तेजी आ गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद अब लेखपाल, नायब तहसीलदार और राजस्व लिपिक जैसे अहम पदों पर कुल 9640 भर्तियों की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। इससे न केवल विभाग की कार्यप्रणाली बेहतर होगी बल्कि आम लोगों के मामलों का निस्तारण भी जल्द होगा।
मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक के बाद तेज हुआ काम
हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक हुई थी। इस बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि राजस्व विभाग में खाली पड़े सभी पदों को जल्द से जल्द एक अभियान चलाकर भरा जाए। उन्होंने यह भी कहा कि जमीन से जुड़े मामलों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाया जाए ताकि आम जनता को समय से न्याय और सेवाएं मिल सकें। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद अब संबंधित आयोगों को भर्ती प्रस्ताव भेज दिए गए हैं और प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है।
सबसे ज्यादा भर्तियां लेखपाल के पदों पर होंगी
राज्य सरकार की योजना के अनुसार सबसे ज्यादा भर्तियां लेखपाल के पदों पर की जाएंगी। कुल 7531 लेखपाल की भर्तियां की जाएंगी जिन्हें उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) के माध्यम से भरा जाएगा। राज्य में कुल लेखपालों के 30,837 पद हैं जिनमें से ये पद वर्षों से खाली पड़े थे। इन भर्तियों से न केवल जिलों और तहसीलों में कामकाज की रफ्तार बढ़ेगी बल्कि जनता को भूलेख और जमीन विवादों से जुड़े कामों में काफी राहत मिलेगी।
नायब तहसीलदार और राजस्व लिपिक के पद भी होंगे भरे
लेखपाल के अलावा नायब तहसीलदार और राजस्व लिपिक के पद भी भरे जाएंगे। नायब तहसीलदार के 353 पद वर्तमान में खाली हैं। इन पदों पर भर्ती का प्रस्ताव उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) को भेजा गया है। राज्य में कुल 1234 नायब तहसीलदार के पद हैं। वहीं राजस्व लिपिक के 4694 पदों को भी जल्द भरा जाएगा। इनमें से 2938 पद पदोन्नति के माध्यम से भरे जाएंगे और 1756 पदों पर सीधी भर्ती की जाएगी। पदोन्नति की प्रक्रिया राजस्व परिषद स्तर पर शुरू हो चुकी है और सीधी भर्ती का प्रस्ताव आयोग को भेज दिया गया है।
