Satnatimes mp

  • Maihar में अब तक करीब 47 लाख 30 हजार से भी अधिक दर्शनार्थियों ने मां शारदा देवी के किये दर्शन

    Maihar News MP :प्रयागराज महाकुंभ में गंगा स्नान के बाद श्रद्धालुओं का सैलाब अब एमपी के मैहर में देखने को मिल रहा है।अब तक त्रिकुट पर्वत पर विराजमान माँ शारदा के दरबार में 47 लाख 30 हजार श्रद्धालुओं ने माथा टेका है।बढ़ती भीड़ को देखते हुए श्रद्धालुओं को असुविधा न हो इसके लिए प्रशासन द्वारा रूट परिवर्तित कर चाक चौबंद व्यवस्था बनाई गई है।

    Maihar news mp

    दरअसल एमपी के मैहर में त्रिकुट पर्वत पर विराजमान मां शारदा के दर्शन के लिए लगातार प्रयागराज महाकुंभ मेले के दौरान प्रतिदिन लाखों की संख्या में दर्शनार्थी प्रशासनिक व्यवस्था के साथ सुगमता से माता के दर्शन प्राप्त कर रहे है। 12 जनवरी 2025 से 22 फरवरी 2025 तक यानि 43 दिनों में करीब 47 लाख 30 हजार दर्शनार्थीयो ने मैहर पहुंच कर मां शारदा देवी के दर्शन कर पूजा अर्चना की है।

    जनवरी महीने में पहुँचे इतने श्रद्धालु

    मंदिर प्रबन्धन समिति के मुताबिक बाकी दिनों के अलावा विशेष पर्व 26 जनवरी को करीब 1 लाख 50 हजार एवं 27 जनवरी को 2 लाख 64 हजार 395 से अधिक दर्शनार्थियों ने माता के दर्शन प्राप्त किए है। इसके साथ ही 30 जनवरी को 2 लाख 40 हजार एवं 31 जनवरी को 2 लाख 60 हजार दर्शनार्थियों ने दर्शन किये।



    विशेष मुहूर्त पर श्रद्धालुओ का दिखा कतार

    वही बात करे फरबरी माह की तो 3 फरवरी को विशेष मुंडन मुहूर्त पर 1 लाख 30 हजार और 10 फरवरी को 1 लाख 61 हजार एवं 17 फरवरी को 1 लाख 52 हजार दर्शनार्थियों ने मा शारदा के दरबार मे माथा टेका है। इसके अलावा पिछले शनिवार 15 फरवरी को 1 लाख 17 हजार 775 एवं रविवार 16 फरवरी को एक लाख 36 हजार 509 दर्शनार्थियों ने दर्शन किये है। इस शनिवार 22 फरवरी को यानि कल 1 लाख 16 हजार तथा 23 फरवरी को आज 1 लाख 20 हजार दर्शनार्थीयो ने शाम 6 बजे तक प्रशासनिक व्यवस्था के साथ मां शारदा देवी के दर्शन किये है।



    गर्भगृह के पट खोलने और बन्द करने के समय मे बदलाव

    इसी दौरान प्रशासन ने मंदिर के गर्भगृह के पट खोलने और बंद करने के समय में बदलाव करते हुए प्रातः 4 बजे से रात्रि 12 बजे तक दर्शन के लिए व्यवस्था की गई है।साथ ही मेला परिसर की पार्किंग पूरी तरह भरने के कारण सड़क किनारे वाहनों की लंबी कतार लग गई जिसको देखते हुए प्रशासन ने वाहनों को अस्थाई पार्किंग में खड़ा करवाया है। मंदिर में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल तैनात रहा है।

  • एकेएस के माइनिंग संकाय के स्टूडेंट्स का प्लेसमेंट,भारत सरकार की सबसे प्रतिष्ठित भूमिगत कोयला खनन मुनीडीह परियोजना में मौका

    सतना,मध्यप्रदेश।।निरंतर विभिन्न संकायों में हो रहे प्लेसमेंट की कड़ी में एकेएस के माइनिंग संकाय के स्टूडेंट्स का प्लेसमेंट भविष्य के उच्च अवसरों के साथ हुआ है । गौरतलब है कि मुनीडीह भारत सरकार की सबसे प्रतिष्ठित भूमिगत कोयला खनन परियोजना का दर्जा रखती है। माइनिंग संकाय , बीटेक माइनिंग 2020-24 बैच के अमन कुमार,मनीष कुमार,हर्ष कुमार,शुभम सिंह,अभिषेक आनंद को आईएनडीयू प्रोजेक्ट से नियुक्ति पत्र मिला। यह अवसर मिलते ही स्टूडेंट्स की खुशी का ठिकाना ना रहा।

    उल्लेखनीय है की इंदू प्रोजेक्ट बीसीसीएल मुनीडीह लॉन्गवॉल अंडर ग्राउंड कोयला खदान है। स्टूडेंट्स को उच्च तकनीक पद पर नियुक्ति मिली है। प्रो.अनिल मित्तल ने कहा की मुनीडीह भारत सरकार की सबसे प्रतिष्ठित भूमिगत कोयला खनन परियोजना है। सभी चयनित उम्मीदवारों को विश्वविद्यालय के प्रो चांसलर अनंत कुमार सोनी, कुलपति प्रो.बी.ए.चोपडे, इंजीनियरिंग संकाय के डीन प्रो. जी.के.प्रधान, प्रो.दास गुप्ता,प्रो.अनिल मित्तल ने सभी चयनित स्टूडेंट्स को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।



    चयनित स्टूडेंट्स ने अपने सिलेक्शन का श्रेय माइनिंग संकाय के सभी फैकल्टी के सतत मार्गदर्शन और निरंतर विषय के प्रति जागरूक रखने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा कराई गई विजिट्स और इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग को दिया है। स्टूडेंट के परिजनों में हर्ष है।

  • Satna News :रहवासी कालोनी में खुला नाला लोगो के लिए बना जी का जंजाल, आये दिन हो रहे हादसे

    सतना ,मध्यप्रदेश।।सरकार (government) एक तरफ स्वच्छ भारत मिशन के कई बड़े बड़े वादे कर रही है और शहर को सुंदर और आकर्षक बनाने पर जोर दे रही है वही दूसरी और शहर मे कई जगहों के नालो की सफाई समय पर न होने से इनमें जमा गंदा पानी और नाले को खुला छोड़ देना लोगो के लिए जीव का जंजाल बना हुआ है।

    सतना शहर में नगर निगम अधिकारियों-कर्मचारियों की अनदेखी के चलते बिरला रोड स्थित (birla road) नवरंग पार्क कालोनी (navrang park colony satna)  में खुला नाला लोगो के लिए जी का जंजाल बना हुआ है। लम्बे समय से इस खुले पड़े नाले को नगर निगम बड़े हादसे का आमंत्रण देने के इंतजार में है। इससे राहगीरों के साथ यहां से गुजरने वाले स्कूली बच्चों एवं आवारा पशुओं, बेजुबान जानवरो के लिए भी खतरा बना हुआ है। इस बारे में कालोनी के लोगों ने नगरनिगम में कई बार शिकायत की है।लेकिन रहवासियों को नगर निगम के द्वारा आश्वासन के अलावा कुछ हाथ नही लगा है। खुला नाला लोगों व स्कूली बच्चों के लिए खतरा बना है।



    कालोनी में रहने वाले दुकानदार सौरभ पटेल ने जानकारी देते हुए बताया कि इस खुले नाले के कारण काफी दुर्गंध आती है इससे हमें और हमारे परिवार वालो बीमारी फैलने का खतरा भी है, साथ ही यहाँ पर आए दिन इस नाले में गाय और कुत्ते गिरते रहते है।इसकी शिकायत भी हमारे द्वारा नगर निगम में और वार्ड पार्षद को की गई लेकिन समस्या जस की तश बनी हुई है।

    कालोनी के रहवासी विश्व कुमार वर्मा ने बताया कि इस खुले नाले के कारण यहां आए दिन घटनाएं होती रहती है, कई बार यहाँ आवारा मवेशी इस नाले में गिर चुके है। नाले की साफ-सफाई भी नियमित रूप से नहीं हो रही है। बारिश के दिनों में पानी और भर जाता है। इससे बदबू तो बढ़ती ही है, साथ ही मच्छर आदि भी पनपते हैं।इस नाले को ढक दिया जाए तो हम कालोनी वालो को काफी हद तक निजात मिल सकेगा।

  • Shahdol में नौवीं की छात्रा से दुष्कर्म, जंगल में ले जाकर दिया वारदात को अंजाम

    शहडोल (Shahdol)। स्कूल में पढ़ने वाली (studying in school) 9वीं की छात्रा (9th class student) के साथ जंगल (jungle) में दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने आरोपी के विरुद्ध मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार (Arrested) कर लिया है।

     

     

    शहडोल के ब्यौहारी थाना क्षेत्र (Beohari police station area) में स्कूली छात्रा को एक युवक बहला फुसलाकर जंगल ले गया और उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। बताया गया है कि कक्षा 9वीं में पढ़ने वाली छात्रा को आरोपी स्कूल से बहला फुसलाकर जंगल ले गया। जहां उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। पीड़िता ने महिला थाने में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी मनोज साकेत 20 वर्ष को गिरफ्तार कर लिया है।


    यह भी पढ़े | सतना सासंद गणेश सिंह ने सदन में उठाया मोबाइल की कालिंग दरों का मुद्दा, कहा कालिंग दर कम कराई जाए


    ब्यौहारी थाना प्रभारी अरुण कुमार पांडेय ने बताया कि छात्रा व आरोपी दोनों एक ही गांव के निवासी हैं। पीड़िता स्कूल गई थी। इसी दौरान आरोपी उसका पीछा करते हुए पहुंच गया। आरोपी स्कूल से छात्रा को बहला फुसलाकर जंगल ले गया था। जब काफी देर तक पीड़िता घर नहीं पहुंची तो परिजनों ने तलाश करना शुरू किया। इस दौरान स्कूल से कुछ दूर सूनसान इलाके से पीड़िता को दस्तयाब कर लिया। पूछताछ में उसने पूरी आप बीती बताई, जिसके बाद महिला थाने में आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई। आरोपी पर मामला दर्ज कर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।

  • Aaj ka Rashifal :इन 4 राशियों को होगा फायदा, खुलेगा बंद किस्मत का ताला, सफलता चूमेगी कदम

    Budh Gochar 2024: बुध को कन्या और मिथुन राशि का स्वामी माना जाता है। वैदिक ज्योतिष शास्त्र में बुध को ग्रहों का राजकुमार माना गया ह। इस ग्रह के स्वामी स्वयं भगवान विष्णु हैं।  इसे करियर, कारोबार, त्वचा, वाणी, मित्रता, क्षमता ,धन, सामाजिक जीवन और आध्यात्मिक जीवन का प्रतीक माना जाता है।  29 अक्टूबर को युवराज बुध अपने शत्रु ग्रह मंगल की राशि वृश्चिक में प्रवेश करने जा रहे हैं। इस राशि परिवर्तन से सभी राशियां प्रभावित होंगी। आइए जानें  किन-किन लोगों पर इसका शुभ प्रभाव पड़ेगा-

    तुला राशि 

    तुला राशि के जातकों का आर्थिक पक्ष बुध के इस गोचर के कारण मजबूत होग। आपकी वाणी से लोग प्रभावित होंगे। मेहनत का फल मिलेगा ससुराल पक्ष की ओर से सपोर्ट और मदद मिलेगी।

    वृश्चिक राशि

    वृश्चिक राशि के जातकों के जीवन में बुध का यह गोचर खुशहाली लाएगा। करियर और कारोबार में लाभ होगा। आपकी कला और क्षमता की ओर लोग आकर्षित होंगे। समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा। शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी।

    मकर राशि

    मकर राशि के जातकों के लिए बुध का यह गोचर शुभ रहेगा। संतान के विवाह में आ रही समस्या दूर होगी। कला, लेखन और शिक्षण के क्षेत्र से जुड़े लोगों को लाभ होगा। बिजनेस का विस्तार होगा, खूब मुनाफा कमाएंगे। नौकरीपेक्षा लोगों को इस दौरान लाभ होगा। वेतन में इजाफा हो सकता है। कोर्ट कचहरी से जुड़े मामलों में भी सफलता मिलेगी।

    कुंभ राशि

    कुंभ राशि के जातकों को भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। मुश्किलों के बावजूद आप सफल होंगे। इनकम में वृद्धि होगी। पिता को सफलता मिलेगी। राइटिंग और एडिटिंग से जुड़े लोगों के लिए यह समय अनुकूल रहेगा। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। विदेश यात्रा के योग भी बना रहे हैं

    (Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी साझा करना है, जो पंचांग, ग्रंथों, मान्यताओं और विभिन्न माध्यम पर आधारित है। Satnatimes.in इन बातों के सत्यता और सटीकता की पुष्टि नहीं करता।)

  • खम्हरिया कला गांव में उल्टीदस्त का प्रकोप, 3 की मौत ,मृतिकों में एक ही परिवार के मॉ एवं दो बेटे शामिल, कई लोगों के बीमार होने की खबर

    Singrauli News : जिले के चितरंगी विकास खण्ड अंतर्गत खम्हरिया कला गांव में उल्टीदस्त के प्रकोप से आज दिन रविवार की सुबह एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई। जिसमें महिला व दो उसके बच्चे शामिल हैं। इस महामारी में चपेट में आने से कई लोग बीमार भी हैं। सूचना मिलने पर 108 नम्बर एम्बुलेंस वाहन के माध्यम से सभी घायलों को उपचार के लिए नजदीकी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया।

    जानकारी के अनुसार चितरंगी ब्लॉक के खम्हरिया कला गांव के सागो टोला में डायरिया का प्रकोप से कई लोग बीमार हो गए हैं और इसके चपेट में आने से एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत भी हो गई है। हालांकि अभी एक ही परिवार रमेश साकेत के घर में यह प्रकोप आया है।नामक व्यक्ति का परिवार आया है। सूत्रों की मानें तो डायरिया की चपेट में आए रमेश साकेत का बच्चा शिवनंदन साकेत उम्र 3 वर्ष, बच्ची विधी साकेत उम्र 5 वर्ष पूरी तरह से प्रभावित हुए है। वहीं बहरी थाना क्षेत्र के नकझर गांव निवासी रमेश की एक महिला रिश्तेदार भी चपेट में आई है।



    जहां घूमने के उद्देश्य से आई हुई थी। वह भी उक्त बीमारी की चपेट में आ गई है। इधर उक्त घटना की जानकारी आज दिन रविवार 4 अगस्त की सुबह 8:39 पर घटना की जानकारी 108 कंट्रोल रूम भोपाल को प्राप्त हुई है। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया और आनन-फानन में जानकारी लगते ही देवसर से 108 बीएलएस एंबुलेंस के साथ-साथ एक और एंबुलेंस में ड्यूटी पर तैनात ईएमटी शिव द्विवेदी, डीडी मिश्रा, पायलट कौशल प्रसाद व सेवालाल पनिका रवाना हुए। जिन्हे शासकीय अस्पताल देवसर मे भर्ती कराया गया है। जहां इलाज जारी है।

    मॉ सहित दो बेटो की मौत

    जानकारी के अनुसार खम्हरिया कला गांव के सागो टोला में डायरिया प्रकोप के चलते एक ही परिवार के तीन सदस्य क ाल के गाल में समा गए हैं। बताया जाता है कि इसके चपेट में आने से सोनाली साकेत पत्नी रमेश साकेत उम्र 30 वर्ष, शिवम साकेत पुत्र रमेश साकेत उम्र 5 वर्ष, शिवचरन साकेत पुत्र रमेश साकेत उम्र 7 माह की मौत हो गई है। जानकारी में यह भी बताया जा रहा है कि बासी भोजन की वजह से यह बीमारी एक ही घर में फैली थी।

    दूषित एवं बासी भोजन के सेवन से मौत होने की संभावना

    वही इस पूरे मामले पर  डॉ. एनके जैन,सीएमएचओ, सिंगरौली ने बताया कि जानकारी मिलते ही चितरंगी से स्वास्थ्य टीम भेजी गई थी। एक ही परिवार में उल्टीदस्त का प्रकोप था। पानी सभी लोग हैंडपंप का पीते हैं। संभावना है कि बासी एवं दूषित भोजन के सेवन से उक्त परिवार प्रभावित हुआ है।

Back to top button