Boat Accident in Omkareshwar: खंडवा, ओंकारेश्वर । तीर्थनगरी ओंकारेश्वर में सोमवार दोपहर तेज हवा के साथ हुई वर्षा के दौरान नर्मदा नदी में नाव पलटने एक बच्चे की मौत और एक व्यक्ति लापता होने के बाद प्रशासन की नींद खुली है। कलेक्टर ने बगैर लाइफ जैकेट के किसी भी सवारी को बैठाने पर नाव का लाइसेंस निरस्त करने के निर्देश दिए है। वहीं नाव संचालन पर भी आगामी आदेश तक नगर परिषद द्वारा प्रतिबंध लगा दिया गया है।
ओंकारेश्वर में दर्शन के लिए आए थे श्रद्धालु
इधर नाव पलटने से लापता गुजरात के पुलिस जवान कार्तिक बेलड़िया की तलाश में दिनभर रेस्क्यू आपरेशन चला। एडीएम काशीराम बड़ोले ने ओंकारेश्वर पहुंचकर घटना की जांच शुरू कर दी है। इस मामले में पुलिस ने नाव पलटने से डेढ़ वर्षीय बालक दक्ष व्यास की मौत होने पर रश्मिन पुत्र हिम्मतलाल व्यास निवासी भावनगर (गुजरात) की सूचना पर मर्ग कायम किया है। भावनगर से ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शनार्थ आए छह श्रद्धालुओं की सोमवार दोपहर चार बजे तेज हवा और बहाव के दौरान नाव पलट गई थी। चार लोगों को नाविकों ने बचा लिया था, लेकिन दो वर्षीय दक्ष पुत्र की मौत होने के साथ ही कार्तिक बेल़ड़िया लापता हो गए थे।
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सूचना मिलने पर मंगलवार को भावनगर से रश्मिन व्यास का परिवार और रिश्तेदार भी ओंकारेश्वर आ गए हैं। दक्ष का अब तक दाह संस्कार नहीं किया गया है। परिवार पैतृक गांव जाकर ही करना दाह संस्कार करने की बात कह रहे हैं। दूसरी तरफ रेस्क्यू टीम थाना प्रभारी के नेतृत्व में लगातार सर्चिंग कर रही है। स्वजनों का कहना है कि कार्तिक का पता लगने के बाद ही यहां से वापस लौटेंगे।
कोटि तीर्थ घाट पर गहराई ज्यादा होने से आ रही दिक्कत
बताया जाता है कि कोटितीर्थ घाट क्षेत्र में नर्मदा का जलस्तर काफी गहरा होने से यहां शव की तलाशी चुनौती साबित हो रही है। गोताखोर 130 फीट नीचे तक जाकर तलाश कर चुके है। इससे नीचे गोताखोर भी नहीं जा पा रहे है। उल्लेखनीय है कि ओंकारेश्वर मंदिर के सामने कोटितीर्थ घाट क्षेत्र में नर्मदा की थाह अत्याधिक गहरी है। इसका तल अभी तक कोई पता नहीं कर सका है। पुलिस व होमगार्ड के गोताखोर तथा नाविक लगातार तलाश कर रहे है। मांधाता थाना प्रभारी बलजीत सिंह बिसेन ने बताया कि हादसे के लिए जो भी जिम्मेदार होगा उसके विरुद्ध अपराध दर्ज किया जाएगा।
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बबूल की लकड़ी से बनी नाव ऊपर नहीं आई
लापता श्रद्धालु की तलाश और जांच प्रक्रिया के चलते मंगलवार को नाव संचालन पर आगामी आदेश तक प्रतिबंध लगा दिया है। दुर्घटनाग्रस्त नाव और नाविक की पहचान हो गई है। 24 नंबर की लाइसेंसी नाव गणेश पुत्र खुशिया के नाम पर है। बताया जाता है कि नाव बबूल की लकड़ी की होने से अभी तक ऊपर नहीं आई है। नाव संचालन में लापरवाही और नियमों के उल्लंघन पर अब लाइसेंस निरस्त किया जाएगा। बुधवार से सभी नावों की जांच की जाएगी। – मोनिका पारदी, सीएमएचओ ओंकारेश्वर
दुर्घटना रोकने के लिए समीक्षा
ओंकारेश्वर में श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएंगे। नाव दुर्घटना के संबंध में सभी पक्षों से चर्चा कर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए नाव संचालन और रूट आदि बिंदुओं की समीक्षा की जाएगी। – काशीराम बड़ोले, अपर कलेक्टर