Symptoms of retinopathy: फ्राइड फूड्स खाओ और धीरे-धीरे दुनिया को खो दो!

Symptoms of retinopathy: आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में हम अपने शरीर की देखभाल करना तो दूर अपनी आँखों की ओर ध्यान देना ही भूल जाते हैं। सुबह से रात तक मोबाइल, लैपटॉप और टीवी की स्क्रीन के सामने रहने से हमारी आँखों पर लगातार तनाव बना रहता है। इसके अलावा खानपान की गलत आदतें हमारी दृष्टि को धीरे-धीरे कमजोर करने लगती हैं।

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Symptoms of retinopathy: आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में हम अपने शरीर की देखभाल करना तो दूर अपनी आँखों की ओर ध्यान देना ही भूल जाते हैं। सुबह से रात तक मोबाइल, लैपटॉप और टीवी की स्क्रीन के सामने रहने से हमारी आँखों पर लगातार तनाव बना रहता है। इसके अलावा खानपान की गलत आदतें हमारी दृष्टि को धीरे-धीरे कमजोर करने लगती हैं।

भोजन का आँखों पर सीधा असर

जो भोजन हम करते हैं उसका असर केवल हमारी सेहत पर ही नहीं बल्कि आँखों की रोशनी पर भी पड़ता है। कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे होते हैं जो हमारी आँखों को अंदर ही अंदर नुकसान पहुँचा रहे होते हैं लेकिन हम उन्हें रोज़ाना खा रहे होते हैं। इसका नतीजा यह होता है कि धीरे-धीरे हमारी दृष्टि कमजोर होने लगती है और भविष्य में हमें आँखों से जुड़ी गंभीर बीमारियाँ हो सकती हैं।

Symptoms of retinopathy: आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में हम अपने शरीर की देखभाल करना तो दूर अपनी आँखों की ओर ध्यान देना ही भूल जाते हैं। सुबह से रात तक मोबाइल, लैपटॉप और टीवी की स्क्रीन के सामने रहने से हमारी आँखों पर लगातार तनाव बना रहता है। इसके अलावा खानपान की गलत आदतें हमारी दृष्टि को धीरे-धीरे कमजोर करने लगती हैं।

रिफाइंड आटे से बने ब्रेड और पास्ता

ब्रेड और पास्ता जो रिफाइंड आटे से बने होते हैं वे आँखों के लिए नुकसानदायक हैं। इनमें हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है जिससे शरीर में शुगर लेवल अचानक बढ़ता है। यह स्थिति डायबिटिक रेटिनोपैथी जैसी बीमारी को जन्म दे सकती है। इसके बजाय आप ब्राउन ब्रेड या सूजी से बना पास्ता खा सकते हैं।

जंक फूड से बढ़ता खतरा

बर्गर, पिज़्ज़ा, चिप्स, समोसे जैसी चीज़ों में जो तेल और ट्रांस फैट्स होते हैं वे सिर्फ दिल की धमनियों को ही नहीं बल्कि आँखों की नसों को भी नुकसान पहुँचाते हैं। जंक फूड्स से कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ता है जिससे धमनियाँ ब्लॉक हो सकती हैं और इसका सीधा असर आँखों की रोशनी पर पड़ता है।

मीठे पेय और शुगर ड्रिंक्स

कोल्ड ड्रिंक्स, पैकेज्ड जूस, मीठे सोडा आदि में बहुत ज्यादा चीनी होती है जो न सिर्फ वजन बढ़ाती है बल्कि टाइप-2 डायबिटीज का कारण बनती है। डायबिटीज होने पर आँखों में रेटिनोपैथी की समस्या हो सकती है जिससे धुंधला दिखना और धीरे-धीरे दृष्टि खोना भी संभव है।

रेड मीट और आँखों पर प्रभाव

रेड मीट यानी मटन, बीफ आदि प्रोटीन से भरपूर होते हैं लेकिन इनका अत्यधिक सेवन शरीर में इनफ्लेमेशन को बढ़ाता है। इसके साथ ही यह डायबिटीज का कारण भी बन सकता है और जैसा कि बताया गया डायबिटीज का सीधा असर आँखों की रोशनी पर पड़ता है।

फ्राइड फूड्स हैं दृष्टि के दुश्मन

तले हुए खाद्य पदार्थों में ट्रांस फैट्स होते हैं जो शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ाते हैं। इससे ब्लड सर्कुलेशन बाधित होता है और आँखों तक पर्याप्त पोषण नहीं पहुँच पाता। इसके परिणामस्वरूप आँखों की नसें कमजोर होने लगती हैं।

शराब और धूम्रपान से आँखों को खतरा

हालांकि ये भोजन की श्रेणी में नहीं आते लेकिन लाइफस्टाइल से जुड़ी ये आदतें आँखों के लिए उतनी ही हानिकारक हैं। धूम्रपान से आँखों में सूजन और मोतियाबिंद जैसी समस्या हो सकती है जबकि शराब रेटिना को डैमेज करती है।

नमक का अधिक सेवन

बहुत ज्यादा नमक खाने से ब्लड प्रेशर बढ़ता है और इससे आँखों की छोटी-छोटी नसों में खिंचाव आता है। इससे दृष्टि पर प्रभाव पड़ता है और ग्लूकोमा जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

प्रोसेस्ड फूड्स से रहें दूर

जो खाद्य पदार्थ लंबे समय तक चलने के लिए तैयार किए जाते हैं जैसे पैकेज्ड सूप, इंस्टेंट नूडल्स, स्नैक्स आदि में बहुत अधिक प्रिज़र्वेटिव्स और नमक होता है जो आँखों की सेहत को नुकसान पहुँचाते हैं।

हेल्दी फूड्स से करें आँखों की रक्षा

अगर आप चाहते हैं कि आपकी आँखों की रोशनी लंबे समय तक सही बनी रहे तो आपको हरी सब्जियाँ, गाजर, शकरकंद, आंवला, ब्लूबेरी, मछली (विशेषकर सैल्मन और टूना), बादाम और अखरोट को अपने आहार में शामिल करना चाहिए। ये सभी विटामिन ए, ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं जो आँखों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।

Neha Mishra
Author: Neha Mishra

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