UP News: राजा भैया की पत्नी भवानी सिंह का हज़रतगंज में ड्रामा, बहन ने दरवाज़ा खोलने से किया इनकार

UP News: राजा भैया की पत्नी भवानी सिंह का हज़रतगंज में ड्रामा, बहन ने दरवाज़ा खोलने से किया इनकार

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UP News: लखनऊ के हज़रतगंज इलाके में उस वक्त हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला जब बाहुबली विधायक राजा भैया की पत्नी भान्वी सिंह अचानक अपनी छोटी बहन साध्वी सिंह के ओक अपार्टमेंट पहुंचीं। भान्वी सिंह का कहना था कि वह अपनी मां से मिलना चाहती थीं जो उसी फ्लैट में रहती हैं लेकिन साध्वी सिंह ने दरवाज़ा नहीं खोला। देर रात तक भान्वी सिंह अपार्टमेंट के बाहर खड़ी रहीं। उन्होंने कई बार दरवाजा खटखटाया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

पुलिस बुलाने तक पहुंचा मामला

जब काफी देर तक दरवाजा नहीं खुला तो साध्वी सिंह ने खुद ही पुलिस को फोन कर दिया। पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों बहनों के बीच स्थिति को समझा। इसके बाद पुलिस ने भान्वी सिंह को समझाया और उन्हें वहां से घर वापस भेज दिया। हालांकि इस दौरान मीडिया को देखकर भान्वी सिंह ने कोई बयान नहीं दिया लेकिन उनकी नाराज़गी साफ़ तौर पर चेहरे पर देखी जा सकती थी। पुलिस सूत्रों की मानें तो यह पूरा मामला पारिवारिक विवाद से जुड़ा है जो अब खुले तौर पर सामने आने लगा है।

UP News: राजा भैया की पत्नी भवानी सिंह का हज़रतगंज में ड्रामा, बहन ने दरवाज़ा खोलने से किया इनकार

दिल्ली कोर्ट में चल रहा है तलाक़ का मामला

गौरतलब है कि राजा भैया और उनकी पत्नी भान्वी सिंह के बीच तलाक़ का मामला दिल्ली की अदालत में चल रहा है। इस केस में भान्वी सिंह ने अपनी छोटी बहन साध्वी सिंह पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया है कि साध्वी सिंह उनके वैवाहिक जीवन में हस्तक्षेप करती रही हैं और परिवार को तोड़ने का काम कर रही हैं। यही कारण है कि भान्वी अपनी मां से अकेले में मिलना चाहती थीं लेकिन साध्वी ने उन्हें रोक दिया। यह पहली बार नहीं है जब इस परिवार के निजी मामले सार्वजनिक रूप से सामने आए हों।

राजा भैया का राजनीतिक सफर और नया एलान

राजा भैया उर्फ रघुराज प्रताप सिंह उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले की कुंडा विधानसभा सीट से बाहुबली नेता माने जाते हैं। 1993 में मात्र 26 वर्ष की उम्र में उन्होंने पहली बार चुनाव जीता था और तब से लगातार इस सीट से निर्दलीय विधायक चुने जाते रहे हैं। साल 2018 में उन्होंने अपनी पार्टी ‘जनसत्ता दल लोकतांत्रिक’ की स्थापना की और 2025 में एक बार फिर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए गए। उन्होंने यह भी एलान किया है कि उनकी पार्टी आगामी 2027 विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी। ऐसे में निजी जिंदगी में चल रहे तनाव के बीच उनका राजनीतिक भविष्य भी लोगों की निगाहों में है।

Neha Mishra
Author: Neha Mishra

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