AUS vs WI: ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट टीम जो हाल ही में साउथ अफ्रीका से वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल हार चुकी है वह अब वेस्टइंडीज के सामने भी कमजोर नजर आई। ब्रिजटाउन में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के पहले ही दिन पैट कमिंस की कप्तानी वाली कंगारू टीम महज 180 रन पर ढेर हो गई। खास बात ये रही कि जिन गेंदबाजों के सामने ऑस्ट्रेलिया की ये हालत हुई उनके पास टेस्ट क्रिकेट का अनुभव भी उतना नहीं है जितना अकेले नाथन लायन के पास है। ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था लेकिन यह दांव उलटा पड़ गया। 56.5 ओवर में पूरी टीम पवेलियन लौट गई और मैदान पर वेस्टइंडीज का दबदबा छा गया।
गुमनाम गेंदबाजों ने मचाया तहलका
वेस्टइंडीज की ओर से जैडन सील्स, शमार जोसेफ और जस्टिन ग्रीव्स ने गेंदबाजी का मोर्चा संभाला और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी को तहस-नहस कर दिया। इन तीनों गेंदबाजों ने मिलकर ऑस्ट्रेलिया के पूरे 10 विकेट चटकाए। गौर करने वाली बात ये है कि इन तीनों गेंदबाजों के पास कुल मिलाकर टेस्ट में सिर्फ 120 विकेट हैं जबकि ऑस्ट्रेलिया के पास पैट कमिंस, मिशेल स्टार्क, जोश हेजलवुड और नाथन लायन जैसे दिग्गज गेंदबाज हैं जिनके पास हजारों विकेट का अनुभव है। अकेले नाथन लायन के नाम ही 553 टेस्ट विकेट हैं जबकि वेस्टइंडीज के इन गेंदबाजों का कुल आंकड़ा भी उससे कम है। इसके बावजूद उन्होंने जिस तरह से कंगारू टीम को संभलने का मौका नहीं दिया वह काबिल-ए-तारीफ है।
बल्लेबाजों का फ्लॉप शो
ऑस्ट्रेलिया की पारी की शुरुआत ही बेहद खराब रही। सलामी बल्लेबाज सैम कॉन्स्टास और ऑलराउंडर कैमरन ग्रीन सिर्फ 3-3 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद जोश इंग्लिस भी वेस्टइंडीज के गेंदबाजों का सामना नहीं कर सके और 5 रन पर चलते बने। उस्मान ख्वाजा और ट्रैविस हेड ने जरूर थोड़ा संघर्ष किया और दोनों के बीच 89 रनों की साझेदारी हुई। ख्वाजा ने 47 रन बनाए जबकि हेड ने सबसे ज्यादा 59 रन बनाकर पारी को कुछ संभालने की कोशिश की। लेकिन इनके आउट होते ही टीम फिर से बिखर गई। एक समय स्कोर था 143 पर 8 विकेट और ऐसा लग रहा था कि टीम 150 तक भी नहीं पहुंच पाएगी। लेकिन कप्तान पैट कमिंस ने निचले क्रम में 28 रन जोड़कर टीम को 180 तक पहुंचाया।
वेस्टइंडीज की वापसी और ऑस्ट्रेलिया के लिए खतरे की घंटी
ये टेस्ट सीरीज ऑस्ट्रेलिया के लिए एक मौका मानी जा रही थी जिसमें वे अपनी पिछली हार की भरपाई कर सकते थे। लेकिन पहले ही दिन युवा वेस्टइंडीज टीम ने उन्हें झटका दे दिया है। वेस्टइंडीज ने न केवल बेहतरीन गेंदबाजी की बल्कि ऑस्ट्रेलिया जैसे अनुभवी और मजबूत टीम को मानसिक तौर पर भी झकझोर दिया है। इस प्रदर्शन ने यह साफ कर दिया है कि अगर ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अगले मैचों में जल्दी सुधार नहीं किया तो यह सीरीज उनके लिए और शर्मनाक हो सकती है। दूसरी ओर वेस्टइंडीज के लिए यह जीत की दिशा में एक मजबूत शुरुआत है और वह इस मोमेंटम को आगे भी बरकरार रखना चाहेंगे।
