Los Angeles News: अमेरिका के शहर लॉस एंजेलिस में हालात दिन-ब-दिन बिगड़ते जा रहे हैं। लगातार हो रही हिंसा की वजह से आम जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया है। इसी बीच पुलिस ने सख्त कदम उठाते हुए कर्फ्यू की पहली रात ही 20 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि ये सभी लोग अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की इमिग्रेशन नीति के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन में शामिल थे। कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन हिंसक रूप ले चुका है और आगजनी की घटनाएं भी सामने आई हैं।
एप्पल शोरूम में की गई लूटपाट, वीडियो वायरल
प्रदर्शनकारियों ने गुस्से में आकर शहर के एक एप्पल स्टोर में लूटपाट की। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए हथियारों का सहारा लिया और कई स्थानों पर बल प्रयोग किया गया। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि हालात को देखते हुए कर्फ्यू लागू करना जरूरी हो गया था ताकि तोड़फोड़ और चोरी की घटनाओं को रोका जा सके। इस दौरान प्रदर्शनकारियों की ओर से कई दुकानों को नुकसान पहुंचाया गया।
Apple store in downtown LA being looted tonight pic.twitter.com/3k5i7wKiSG
— Brendan Gutenschwager (@BGOnTheScene) June 10, 2025
मेयर ने घोषित की स्थानीय आपातकाल, सीमित इलाके में कर्फ्यू
लॉस एंजेलिस की मेयर कैरन बैस ने बताया कि उन्होंने शहर में उत्पात और लूट की घटनाओं को रोकने के लिए स्थानीय आपातकाल घोषित कर दिया है। कर्फ्यू शहर के एक वर्ग मील क्षेत्र में लागू किया गया है यानी लगभग 2.59 वर्ग किलोमीटर के हिस्से में अब विशेष निगरानी रहेगी। यही वह इलाका है जहां शुक्रवार से लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं। लॉस एंजेलिस का कुल क्षेत्रफल करीब 1,295 वर्ग किलोमीटर है, लेकिन फिलहाल हिंसा का केंद्र यह छोटा सा भाग बना हुआ है।
ट्रंप की नीति पर विरोध और पुलिस की मजबूरी
हिंसा की असल वजह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की उस नीति को माना जा रहा है जिसके तहत अवैध रूप से अमेरिका में घुसे लोगों को गिरफ्तार करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। इससे लोगों में भारी नाराजगी है और वे सड़कों पर उतरकर विरोध कर रहे हैं। लॉस एंजेलिस पुलिस प्रमुख जिम मैकडॉनेल ने कहा कि शहर में लोगों की जान और माल की रक्षा के लिए कर्फ्यू जरूरी हो गया है। लगातार हो रही हिंसा ने शहर को असुरक्षा की स्थिति में डाल दिया है और प्रशासन के पास अब सख्ती बरतने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा।
