Delhi News: पुरानी दिल्ली के नबी करीम इलाके में एक निर्माणाधीन इमारत अचानक गिर गई। इस हादसे में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है। अधिकारियों के अनुसार, मलबे में कई लोग फंसे होने का खतरा है। घटना की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और राहत-बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। पुलिस और स्थानीय प्रशासन राहत कार्य में जुटे हुए हैं ताकि फंसे हुए लोगों को जल्द से जल्द निकाला जा सके। मृतकों का पोस्टमार्टम किया जा रहा है।
हादसे का कारण अभी तक अनजान, राहत कार्य जारी
इस हादसे के कारणों का पता अभी तक नहीं चल पाया है। स्थानीय प्रशासन ने आसपास के इलाके को खाली करवा दिया है ताकि बचाव कार्य में कोई बाधा न आए। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। वहीं, मलबे को हटाकर फंसे हुए लोगों को निकालने की कोशिश जारी है। अधिकारियों ने बताया कि जो इमारत गिर गई है वह अभी निर्माणाधीन थी। इस दौरान वहां कई मजदूर और कर्मचारी काम कर रहे थे, जिनमें से कुछ अब भी मलबे के नीचे दबे हो सकते हैं।
#WATCH | An under-construction building collapsed in Delhi's Paharganj area. Three people are feared trapped. Search and rescue operation underway.
More details are awaited. pic.twitter.com/2ffu3QWlRL
— ANI (@ANI) May 17, 2025
अचानक आए तूफान और बारिश ने बढ़ाई मुसीबतें
शनिवार शाम को दिल्ली में अचानक तेज बारिश और तूफान आया, जिससे कई जगह पेड़ गिर गए और सड़कों पर जाम लग गया। सुबह से ही दिल्ली में तेज धूप और गर्मी थी, लेकिन शाम को मौसम ने अचानक करवट ली और बारिश के साथ तेज हवा चली। इस मौसम परिवर्तन ने हादसे की संभावना बढ़ा दी। कई क्षेत्रों में इस अचानक आए तूफान की वजह से नुकसान हुआ है।
शाहबाद डेयरी में दीवार गिरने से चार घायल
इसी दौरान शाहबाद डेयरी के ई-ब्लॉक में एक मकान की दीवार गिर गई। इस घटना में एक ही परिवार के चार सदस्य घायल हो गए, जिनमें दो बच्चे और दो महिलाएं शामिल हैं। दीवार गिरने की वजह से छत भी टूट गई, जिससे यह नुकसान हुआ। घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है। परिवार और आसपास के लोग इस हादसे से काफी घबराए हुए हैं।
यह हादसा हमें याद दिलाता है कि अचानक बदलते मौसम और असुरक्षित निर्माण कार्य कितने खतरनाक हो सकते हैं। प्रशासन को चाहिए कि वे ऐसे क्षेत्रों की नियमित जांच करें ताकि इस तरह के हादसों से बचा जा सके। इसके अलावा, आम लोगों को भी सतर्क रहना चाहिए और किसी भी संदिग्ध निर्माण को तुरंत संबंधित अधिकारियों को सूचित करना चाहिए। राहत और बचाव कार्य जल्द से जल्द पूरा हो, यही दुआ है।
