UP PET 2025: सिर्फ एक परीक्षा और तीन साल तक भर्ती का मौका, नियम बदलने से खुला सुनहरा रास्ता

UP PET 2025: सिर्फ एक परीक्षा और तीन साल तक भर्ती का मौका, नियम बदलने से खुला सुनहरा रास्ता

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UP PET 2025: उत्तर प्रदेश सरकार ने युवाओं को बड़ी राहत देते हुए ग्रुप ‘सी’ की भर्तियों के लिए आवेदन की समय सीमा बढ़ा दी है। अब जो अभ्यर्थी एक बार PET यानी प्रारंभिक अहर्ता परीक्षा देंगे वे अगले तीन साल तक किसी भी ग्रुप ‘सी’ भर्ती में आवेदन कर सकेंगे। अभी तक यह समय सीमा केवल एक साल की थी। सरकार के इस फैसले से लाखों युवाओं को फायदा मिलने की उम्मीद है जो सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं।

2025 या उसके बाद देने वाले PET को मिलेगा यह लाभ

सरकार की तरफ से यह नियम 2025 या उसके बाद आयोजित होने वाली PET परीक्षा से लागू किया जाएगा। यानी 2025 में जो अभ्यर्थी PET परीक्षा में शामिल होंगे उन्हें अगले तीन साल तक बार-बार PET देने की ज़रूरत नहीं होगी। वे केवल एक बार PET पास कर लेने के बाद तीन साल तक आयोग द्वारा निकाली जाने वाली ग्रुप ‘सी’ की सभी भर्तियों में आवेदन कर सकेंगे। यह बदलाव खासकर ग्रामीण और दूर-दराज के क्षेत्रों से आने वाले युवाओं के लिए राहत भरा है जो हर साल PET में शामिल होने की भाग-दौड़ में रहते थे।

कार्मिक विभाग ने बदला पुराना शासनादेश

कार्मिक विभाग के विशेष सचिव कुलदीप कुमार रस्तोगी ने 20 नवंबर 2020 के शासनादेश को संशोधित कर दिया है। गुरुवार को इस बारे में नया संशोधित आदेश जारी कर दिया गया और उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को भेजा गया। अब PET परीक्षा को लेकर यह नई व्यवस्था पूरे प्रदेश में लागू होगी। यह व्यवस्था सिर्फ ग्रुप ‘सी’ की भर्तियों के लिए होगी क्योंकि इन्हीं पदों के लिए PET को अनिवार्य किया गया है। इससे पहले PET देने वाले केवल एक साल तक ही मान्य माने जाते थे और फिर से परीक्षा देनी पड़ती थी।

आयोग की मांग को मिली मंजूरी युवाओं को राहत

उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग लंबे समय से यह मांग कर रहा था कि PET की वैधता अवधि को एक साल से बढ़ाकर तीन साल किया जाए। आयोग ने इस संबंध में एक प्रस्ताव भी कार्मिक विभाग को भेजा था। अब कार्मिक विभाग ने आयोग की इस मांग को स्वीकार कर लिया है और इसे तुरंत प्रभाव से लागू कर दिया गया है। आयोग ग्रुप ‘सी’ भर्तियों के लिए PET की मेरिट के आधार पर ही उम्मीदवारों का चयन करता है। अब युवाओं को बार-बार PET की तैयारी और फीस की चिंता नहीं करनी पड़ेगी जिससे उन्हें मानसिक और आर्थिक दोनों स्तरों पर राहत मिलेगी।

Neha Mishra
Author: Neha Mishra

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