Delhi Fire News: दिल्ली के करोल बाग स्थित विशाल मेगा मार्ट में शुक्रवार की शाम अचानक भीषण आग लग गई। इस हादसे में एक युवक की मौत हो गई जिसने सभी को झकझोर दिया। आग लगने की सूचना दमकल विभाग को तुरंत दी गई जिसके बाद कई दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। आग इतनी भीषण थी कि पूरा बिल्डिंग धुएं से भर गया और राहत कार्य में काफी मुश्किलें आईं। दमकल कर्मियों को इमारत के अंदर घुसने के लिए दीवार तक तोड़नी पड़ी क्योंकि ऊपर की मंजिलों पर जाने वाली सीढ़ियों पर स्टोर का सामान रखा हुआ था जिससे रास्ता पूरी तरह से बंद था।
लिफ्ट में फंसे युवक की मौत, बिजली कटौती बनी वजह
आग लगने के दौरान बिजली चली गई थी और इसी दौरान एक युवक लिफ्ट में फंस गया। युवक का नाम कुमार धिरेन्द्र प्रताप सिंह था जो UPSC की तैयारी कर रहा था। जब आग लगी तो वह लिफ्ट में था और बिजली कटते ही लिफ्ट बीच में ही रुक गई। उसे वहां से निकालने की कोशिश की गई लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। दमकल अधिकारी एमके चट्टोपाध्याय ने बताया कि शाम 6:44 बजे आग की सूचना मिली थी। जब टीम मौके पर पहुंची तो देखा कि बेसमेंट से लेकर तीसरी मंजिल तक आग फैली हुई थी और ऊपर अस्थायी सेटअप में भी आग लगी थी। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी दिक्कत यह थी कि सीढ़ियों पर भी स्टोर का सामान भरा पड़ा था जिससे ऊपर जाना संभव नहीं था।
दमकल अधिकारियों की कड़ी मेहनत, लेकिन नहीं बची जान
दमकल अधिकारियों ने बड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। खासकर तीसरी मंजिल पर जहां घी और तेल जैसे ज्वलनशील सामान रखे थे वहां आग सबसे ज्यादा थी। बाकी जगहों पर भी आग फैल चुकी थी लेकिन धीरे-धीरे दमकल विभाग ने आग को बुझाया। लिफ्ट में फंसे युवक को काफी देर बाद बाहर निकाला गया और अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। राहत और बचाव कार्य देर रात तक जारी रहा। इस हादसे ने सभी को झकझोर दिया और एक बार फिर से ऐसे व्यवसायिक परिसरों की लापरवाही उजागर कर दी।
भाई का दर्द – ‘मेरे भाई की मौत की जिम्मेदार विशाल मेगा मार्ट और पुलिस है’
मृतक के भाई रजत सिंह ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि शाम 6:54 बजे मेरे भाई का फोन आया था। उसने कहा था कि वह लिफ्ट में फंसा है और बहुत धुंआ है। उसने मुझसे कहा कि मुझे बचाओ। मैंने तुरंत विशाल मेगा मार्ट में फोन किया लेकिन वहां के सभी स्टाफ भाग चुके थे और बिजली बंद कर दी थी। मैंने पुलिस को भी फोन किया लेकिन उन्होंने कहा कि अंदर कोई नहीं फंसा है। रात 2:30 बजे जाकर मेरे भाई का शव निकाला गया। यह सीधे-सीधे विशाल मेगा मार्ट और पुलिस की लापरवाही है। मेरा भाई UPSC की तैयारी कर रहा था और करोल बाग में पढ़ाई करता था। अब करोल बाग थाने ने FIR दर्ज करने के लिए सुबह 10 बजे बुलाया है।
