Maihar :नवरात्रि से पहले मैहर आने श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी, 10 दिन बाद रोप-वे सेवा हुई शुरू, श्रद्धालुओं को दर्शन में मिलेगी राहत

MP Maihar Temple : मध्यप्रदेश का मैहर देश भर में मा शारदा की मंदिर के लिए विख्यात है। शारदा माता का मन्दिर शहर के पास त्रिकुट पर्वत पर 600 फिट की ऊँचाई पर विराजमान है।आस्था के केंद्र मैहर मा शारदा मंदिर के भक्तों के लिए अच्छी खबर है। करीब दस दिनों से बंद पड़ा रोप वे फिर से शुरू हो गया है। क्योंकि यहां संचालित रोपवे सेवा मेंटिनेंस के चलते 17 मार्च से 26 मार्च तक रोपवे बन्द था। जो आज यानी 27 मार्च से शुरू हो गया है। रोप वे शुरू होने से मन्दिर में आने वाले श्रद्धालुओं को अब सीढ़ियां नहीं चढ़नी पड़ेगी।

दरअसल मैहर में स्थित मा शारदा के दर्शन के लिए दामोदर कम्पनी द्वारा रोपवे संचालित है। लेकिन रोपवे मेंटिनेंस को लेकर रोपवे का संचालन 17 मार्च से 26 मार्च तक बन्द था। ताकि नवरात्रि मेला आयोजन के दौरान कोई तकनीकी खामी न आए। मेंटेनेंस के तहत मशीनों की जांच के साथ-साथ सुरक्षा उपायों का भी निरीक्षण किया गया है। जिसको देखते हुए 17 मार्च से 26 मार्च तक रोपवे का संचालन बन्द कर दिया गया था। लेकिन रोपवे मेंटीनेंस होने के 10 दिनों आज 27 मार्च से पुनः रोपवे सेवा शूरु कर दी गयी है।रोपवे शुरू होने से मंदिर में आने वाले दिव्यांग, बुजुर्ग और बच्चों को खासी राहत मिलेगी।
रोपवे के अलावा तीसरा है वैन सेवा
वही, 17 मार्च से 26 मार्च तक रोपवे सेवा बंद होने की वजह से श्रद्धालुओं को त्रिकूट पर्वत में विराजी माई के दर्शन के लिए 1063 सीढ़ियां चढ़कर जाना पड़ता था। इसके अलावा एक और विकल्प है, जिसके द्वारा माता शारदा के दर्शन किए जा सकते हैं।मा शारदा के दर्शन के लिए पहाड़ी के ऊपर जाने का तीसरा माध्यम वैन सेवा है।जिसके लिए श्रद्धालुओं को टिकट लेनी पड़ती है, जिसमें आने-जाने दोनों का चार्ज जुड़ा होता है। इसकी बुकिंग वहीं पर काउंटर से होती है। वैन की बुकिंग के लिए रोप-वे के पीछे जहां से मंदिर जाने वाली सीढ़ियों की शुरुआत होती है।वहां वैन बुकिंग काउंटर में जाना होगा।
रोपवे से कुछ ही समय में भक्त कर सकेंगे माता के दर्शन
वहीं तुरंत ही टिकट लेकर आप वैन से दर्शन के लिए ऊपर जा सकते हैं। लेकिन रोपवे सेवा मेंटीनेंस के बाद पुनः शुरू होने से ऐसे में दिव्यांग, बुजुर्ग, बच्चों के लिए रोप-वे काफी मददगार साबित होगा।जिसके कारण कुछ ही समय भक्त रोपवे में बैठकर 600 फिट ऊँचाई पर विराजमान मा शारदा के दर्शन के लिए पहुँच जाएंगे।लेकिन इसके बाद भी ज्यादातर भक्त सीढ़ियों से चढ़कर मा शारदा के दर्शन करने जाते है।
वैन से मंदिर तक जाने में अपनी एक अलग मान्यता
वही, वैन से मंदिर तक जाने को लेकर एक मान्यता जुड़ी हुई है कि यह पहाड़ी के चारों ओर परिक्रमा कर मां शारदा के मंदिर तक पहुंचती है, जिसे मंदिर परिक्रमा के समान माना जाता है। वैन से यात्रा करना न केवल सुविधाजनक बल्कि बेहद मनमोहक भी लगता है। जब वैन घुमावदार रास्तों से होते हुए पहाड़ी के शिखर की ओर बढ़ती है, तो श्रद्धालुओं को सुंदर प्राकृतिक नजारे देखने के साथ-साथ मानसिक शांति और सुकून का अनुभव होता है।
देवी शारदा की पूजा शास्त्रों में मानी जाती है शुभ
वही, मैहर की माँ शारदा देवी त्रिकुट पर्वत पर विराजमान है और 52 शक्तिपीठों में एक मानी जाती है। देवी शारदा की पूजा शास्त्रों में बहुत ही शुभ मानी जाती है। ऐसी मान्यता है कि जो लोग मां की पूजा भाव के साथ करते हैं वे उनके ऊपर अपना आशीर्वाद सदैव बनाए रखती हैं। साथ ही बुद्धि, ज्ञान और सभी प्रयासों में सफलता प्रदान करती हैं। अगर आप भी देवी की कृपा पाना चाहते हैं, तो आपको इस चमत्कारिक मंदिर में अवश्य जाना चाहिए।