Delhi Drugs Case : दिल्ली में 5600 करोड़ की कोकीन बरामदगी पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बयान आया है। उन्होंने बताया कि 2004-14 के बीच कांग्रेस सरकार के दौरान 1,52,000 किलो ड्रग्स पकड़े गए, जबकि 2014-24 में नरेंद्र मोदी की सरकार ने 5,43,600 किलो ड्रग्स पकड़ा। कांग्रेस सरकार में 768 करोड़ के ड्रग्स जब्त हुए, जबकि मोदी सरकार में यह आंकड़ा 27,600 करोड़ तक पहुंच गया।
अमित शाह ने सवाल उठाया कि दोनों सरकारों के बीच इतना बड़ा अंतर क्यों है। हाल में पकड़े गए ड्रग्स मामले के मुख्य आरोपी तुषार गोयल को दिल्ली प्रदेश कांग्रेस आरटीआई सेल का अध्यक्ष बताया गया। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी के कार्यकर्ता अवैध ड्रग्स के कारोबार में शामिल हैं, वह देश को नशा मुक्त कैसे कर सकती है?
Delhi :देश की राजधानी दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर झंडा फहराने को लेकर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल में है, ऐसे में उनकी गैरमौजूदगी में किसी और को झंडा फहराने की जिम्मेदारी निभानी होगी.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने झंडा फहराने के लिए दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी को चुन तो लिया लेकिन राज्यपाल ने इस पर रोक लगा दी.इस सब के बाद LG ने दिल्ली के ग्रहमंत्री कैलाश गहलोत को झंडा फहराने के लिए नामित किया.
नयी दिल्ली,।। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को उत्सर्जन में कटौती में मदद के लिए डीजल वाहनों पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त कर लगाने की आवश्यकता की बात कही, लेकिन बाद में उन्होंने स्पष्ट किया कि इस तरह का कोई प्रस्ताव सरकार के समक्ष विचाराधीन नहीं है।.
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वाहन विनिर्माताओं के संगठन सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) के 63वें वार्षिक सम्मेलन में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने कहा था कि बढ़ता प्रदूषण स्तर स्वास्थ्य के लिए चिंता का एक गंभीर विषय बन गया है और डीजल वाहनों की बिक्री को कम करने के लिए करों में बढ़ोतरी का मामला बनता है।.
गडकरी ने संकेत दिया था कि इस मुद्दे पर उन्होंने एक पत्र तैयार किया है, जिसे वित्त मंत्री के साथ बैठक में उन्हें सौंपा जाएगा।.
गडकरी ने कहा, ‘‘मैं वित्त मंत्री से डीजल इंजन/वाहनों पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त माल एवं सेवा कर (जीएसटी) लगाने का अनुरोध करूंगा। केवल इसी तरह डीजल वाहनों धीरे-धीरे हटाया जा सकता है।’’.
हालांकि, इस बयान के थोड़ी देर बाद ही उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व नाम ट्विटर) पर इसको लेकर सफाई दी।.
गडकरी ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘ यह स्पष्ट करना आवश्यक है कि सरकार के समक्ष वर्तमान में ऐसा कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है।’’.
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उत्सर्जन में कटौती के लिए स्वच्छ ईंधन को अपनाने की जरूरत है।.
उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘ 2070 तक शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल करने और डीजल जैसे ईंधन के कारण होने वाले वायु प्रदूषण के स्तर को कम करने के साथ-साथ वाहन बिक्री में तेजी से वृद्धि के लिए हमारी प्रतिबद्धताओं के अनुरूप, सक्रिय रूप से स्वच्छ तथा हरित वैकल्पिक ईंधन को अपनाना जरूरी है। ’’.
सियाम के वार्षिक सम्मेलन में उन्होंने आगाह किया कि सरकार कर इतना बढ़ा देगी कि डीजल की गाड़ियां बेचना मुश्किल हो जाएगा।.
देश में फिलहाल ज्यादातर वाणिज्यिक वाहन डीजल से चलते हैं।.
मारुति सुजुकी इंडिया और होंडा सहित विभिन्न कार कंपनियों ने यात्री वाहन खंड में डीजल से चलने वाली कारों का निर्माण पहले ही बंद कर दिया है।.
गडकरी ने कहा कि देश में डीजल कारें पहले ही काफी कम हो गई हैं और विनिर्माताओं को इन्हें बाजार में बेचना बंद करना होगा।.
उन्होंने डीजल को खतरनाक ईंधन करार देते हुए कहा कि मांग को पूरा करने के लिए देश को ईंधन का आयात करना पड़ता है।.
गडकरी ने कहा, ‘‘ डीजल को अलविदा कहें…कृपया इन्हें बनाना बंद करें, नहीं तो हम कर इतना बढ़ा देंगे कि डीजल कार बेचना मुश्किल हो जाएगा।’’.
उन्होंने कहा कि वह डीजल से चलने वाले जनरेटर पर भी अतिरिक्त जीएसटी का प्रस्ताव रखेंगे।.
वर्तमान में वाहनों पर 28 प्रतिशत जीएसटी लगता है, साथ ही वाहन के प्रकार के आधार पर एक प्रतिशत से 22 प्रतिशत तक अतिरिक्त उपकर लगता है।.
गडकरी ने उद्योग से एथनॉल जैसे पर्यावरण-अनुकूल वैकल्पिक ईंधन और हरित हाइड्रोजन पर ध्यान केंद्रित करने को भी कहा।.
New delhi news नई दिल्ली/जयपुर; 9/02/23: ग़ज़ल सम्राट जगजीत सिंह के जन्मदिवस के अवसर पर ट्रूपल द्वारा आयोजित जूनियर जगजीत सिंह ग़ज़ल प्रतियोगिता सीजन-3 का ग्रैंड फिनाले संपन्न हुआ। देश के पहले वर्चुअल म्यूजिकल रियलिटी शो में जयपुर के मोहरपाल सैन को ‘दी अल्टीमेट जूनियर जगजीत सिंह’ टाइटल से नवाज़ा गया। तीनों फाइनलिस्ट के बीच हुए कड़े मुकाबले में लुधियाना की गुरमिंदर कौर फर्स्ट रनर-अप रहीं, वहीं भोपाल के अजय श्रीवास्तव सेकंड रनर-अप रहे। फाइनल मुकाबले को और अधिक चुनौतीपूर्ण बनाते हुए चैनल के को-फाउंडर व कार्यक्रम के सूत्रधार अतुल मलिकराम ने फाइनलिस्ट को सरप्राइज टास्क दिया, जिसमें उन्हें जगजीत सिंह द्वारा प्रस्तुत की गई ठुमरी पेश करने को कहा गया।
इसकी तैयारी के लिए फाइनलिस्ट को महज 5 मिनट का समय दिया गया। एक मुश्किल जजमेंट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए जज मुन्नवर राशिद खान ने ठुमरी में भाव के महत्व को बखूबी उकेरने के मामले में मोहरपाल को सर्वश्रेष्ठ पाया। जबकि मखमली आवाज के लिए तीनों ही प्रतिभागियों को सबसे अधिक सराहना मिली। सभी को सर्टिफिकेट, गिफ्ट हैंपर और पुरस्कार इत्यादि से सम्मानित किया गया। उज्जैन के महेश निर्मल व सहरसा, बिहार के शंकर बिहारी समेत कुल 5 प्रतिभागियों के साथ लगभग चार माह चली इस गजल प्रतियोगिता के तीसरे सीजन को जगजीत जी के जन्मदिवस पर अंतिम रूप दिया गया।
द अल्टीमेट जूनियर जगजीत सिंह टाइटल अपने नाम करने की ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए मोहरपाल सैन ने कहा, “मैंने किसी प्रतियोगिता में इस प्रकार का चुनौतीपूर्ण फाइनल मुकाबला पहले कभी नहीं देखा। मुझे गजल सम्राट का टाइटल अपने नाम करने पर बहुत सम्मानित महसूस हो रहा है। हमें इस दौरान बहुत कुछ सीखने को मिला और हम आभारी हैं कि ट्रूपल हमें ऐसा प्रभावशाली मंच उपलब्ध करा रहा है।”
जज मुन्नवर राशिद खान ने गजलों और जगजीत जी की लोकप्रियता बनाये रखने के लिए ट्रूपल के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा, “यह सौभाग्य की बात है कि मैं जज के रूप में इतने बड़े कार्यक्रम के साथ, लंबे समय तक के लिए जुड़ पाया। महत्वपूर्ण बात है कि कार्यक्रम से हर उम्र के एक से बढ़कर एक गज़ल गायक जुड़ रहे हैं। जो प्रतिभाशाली हैं, और गजलों को जीवंत बनाये रखने में अमूल्य योगदान देंगे। ऐसे नायाब हीरों को तराशने के लिए टीम ट्रूपल का धन्यवाद।”
चैनल को-फाउंडर व जूनियर जगजीत सिंह कार्यक्रम के सूत्रधार अतुल मलिकराम ने कहा कि, “यह जगजीत जी के सम्मान में देश का अपने आप में ऐसा पहला वर्चुअल रिएलिटी शो है जिसे सफलतापूर्वक तीन साल से आयोजित किया जा रहा है। ये जगजीत जी और ग़जलों के प्रति सभी के प्रेम व स्नेह, और कार्यक्रम में लगी टीम की प्रतिबद्धता से संभव हो सका है। मैं सभी विनर्स के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं, और हर संभव सहयोग का आश्वासन देता हूं।”
इस अवसर पर दर्शकों के प्रति विशेष आभार व्यक्त करते चैनल हेड इक़बाल पटेल ने कहा, “तीन सफल सीजन के बाद हम चौथे की तैयारी में जुट जायेंगे। हमारे लिए जूनियर जगजीत की लोकप्रियता और इसके प्रभाव को बढ़ता देखना सबसे महत्वपूर्ण है। हम कुछ नए कांसेप्ट और ट्विस्ट के साथ चौथे सीजन को अधिक विश्वसनीय बनाएंगे। हमें उम्मीद है पूरे देश से प्यार व समर्थन हमें ऐसे ही मिलता रहेगा।”
10 अक्टूबर 2022 से शुरू हुए इस अनोखी ग़ज़ल प्रतियोगिता को सफल बनाने में डिजिटल हेड पवन त्रिपाठी, कॉडिनेटर रित्वी साहू, होस्ट नंदिता राय, रोहित चंदेल व पूरी ट्रूपल टीम का महत्वपूर्ण योगदान रहा। प्रतियोगिता में देश के विभिन्न क्षेत्रों से रजिस्ट्रेशन प्राप्त हुए। इन्हें चार ऑडिशन राउंड में बांटा गया था। जिससे कुल 13 प्रतिभागियों ने सेमीफाइनल में जगह बनाई। इनमें से कुल 5 प्रतिभागियों को फाइनल का टिकट मिला, जिसके दूसरे राउंड में टॉप 3 प्रतिभागियों के साथ फाइनल संपन्न किया गया। प्रख्यात गज़ल गायक, लेखक व कम्पोज़र डॉ अनिल शर्मा स्पेशल गेस्ट के रूप में कार्यक्रम से जुड़े तथा कलकत्ता के मशहूर गज़ल गायक मुन्नवर राशिद खान, शो के जज के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रतियोगिता के विगत दो सीजन में जयपुर के अखिल सोनी व गुना के महेश राव ने जूनियर जगजीत का खिताब अपने नाम किया था। इस बार यह टाइटल जयपुर के ही मोहरपाल सैन के सर सजा है।
दिल्ली में आकर एक नौजवान इतना बेखौफ है कि इसी दिल्ली में पहले क़त्ल करता है फिर 18 दिनों तक लाश के टुकड़े लेकर पूरी दिल्ली में घूमता रहता है और फिर काम खत्म हो जाने के बावजूद वो दिल्ली से भागता नहीं बल्कि इसी दिल्ली में बेखौफ रहता है. ये कहानी है उस आफताब की, जिसने श्रद्धा का बेरहमी से कत्ल किया था!
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देश की राजधानी दिल्ली है. यहां करीब दो करोड़ लोग रहते हैं. देश के सबसे ताक़तवर लोगों का बसेरा भी यहीं है. इन दो करोड़ लोगों की हिफाजत के लिए लगभग 90 हज़ार पुलिसवाले हैं. दिल्ली का ऐसा कोई कोना नहीं जो पुलिसवालों से खाली हो, मगर इन्हीं दो करोड़ लोगों और 90 हज़ार पुलिसवालों को अनदेखा कर एक शख्स बेखौफ दिल्ली भर में घूम-घूमकर पूरे 18 दिनों तक एक लाश के टुकड़ों को फेंकता रहा और किसी को भनक और बू तक नहीं लगी,
दिल्ली का न होकर भी मुंबई से हज़ार किलोमीटर दूर अनजान दिल्ली में आकर एक नौजवान इतना बेखौफ है कि इसी दिल्ली में पहले क़त्ल करता है फिर 18 दिनों तक लाश के टुकड़े लेकर पूरी दिल्ली में घूमता रहता है और फिर काम खत्म हो जाने के बावजूद वो दिल्ली से भागता नहीं बल्कि इसी दिल्ली में बेखौफ रहता है. ये कहानी है उस आफताब की, जिसने श्रद्धा का बेरहमी से कत्ल किया और उसकी लाश के 20 से अधिक टुकड़े किए.
कहानी शुरू होती है मुंबई से,
27 साल की श्रद्धा विकास वॉलकर नौकरी की तलाश में पहली बार मुंबई आती है. महाराष्ट्र के पालघर में अपनी मां और भाई को छोड़कर. श्रद्धा के पिता विकास मदन वॉलकर पालघर में इलेक्ट्रॉनिक सामान की एक दुकान और सर्विस का काम करते थे. मदन वॉलकर 2016 से ही अपने परिवार से अलग रह रहे थे. उनके परिवार में बेटी श्रद्धा के अलावा पत्नी सुमन और 23 साल का एक बेटा है. श्रद्धा को मलाड में एक मल्टीनेशनल कंपनी के कॉल सेंटर में नौकरी मिल जाती है.
इसी कॉल सेंटर में 30 साल का आफताब अमीन पूनावाला भी नौकरी कर रहा था. यहीं श्रद्धा और आफताब की पहली बार मुलाकात होती है. करीब 8-9 महीने की मुलाकात के बाद दोनों में प्यार हो जाता है. 2019 की शुरुआत में श्रद्धा और आफताब फैसला करते हैं कि अब वो अलग अलग रहने की बजाए एक साथ लिव इन में रहेंगे. इसके बाद दोनों मलाड में किराए का एक घर ले लेते हैं. श्रद्धा की मां और पिता अब भी पालघर में हैं.
आफताब के साथ लिव इन में रहने लगी थी श्रद्धा,
लिवइन में रहने के कुछ दिन बाद ही श्रद्धा एक रोज अपनी मां को आफताब के बारे में सारा सच बता देती है. मां से होते हुए ये बात बाप तक पहुंचती है. दोनों आफताब के साथ श्रद्धा के रिश्ते का विरोध करते हैं. बातचीत के लिए श्रद्धा को पालघर बुलाते हैं. श्रद्धा पालघर आती है. मगर मां बाप के समझाने के बावजूद वो आफताब के साथ लिव इन में रहने और उसी से शादी करने की जिद पर अड़ी रहती है. मां-बाप के गुस्सा करने पर आखिरकार श्रद्धा घर से अपना सारा सामान उठाती है और ये कहकर चली जाती है कि अब ये समझ लेना कि आज से आपकी कोई बेटी ही नहीं है. अब कुछ वक़्त तक श्रद्धा और उसके घरवाले एक दूसरे से दूरी बना लेते हैं. मगर श्रद्धा के दोस्तों श्रद्धा के फेसबुक और उसके वॉट्सएप स्टेटस से श्रद्धा के मां-बाप को लगातार उसके बारे में जानकारी मिल रही थी. इसी दौरान 23 जनवरी 2020 को श्रद्धा की मां सुमन की मौत हो जाती है.
श्रद्धा ने मां-बाप को बताई थी आफताब की सच्चाई,
मौत से पहले सुमन बीच बीच में अपनी बेटी से फोन पर बात किया करती है. मां की मौत की खबर सुनकर वो पालघर आती है, लेकिन फिर सारी रस्में निभाकर वापस मुंबई आफताब के पास पहुंच जाती है. मौत से पहले श्रद्धा की मां सुमन ने अपने पति को बताया था कि आफताब सुमन से मारपीट करता है, उससे झगड़ा करता है, मां ने समझाया भी था कि अब आफताब को छोड़ दे, लेकिन तब श्रद्धा ने कहा कि आफताब ने माफी मांग ली है और वो सुधर गया है.
मां की मौत के बाद श्रद्धा ने अगले 15-20 दिनों में अपने पिता से कुल दो बार फोन पर बात की थी. पिता ने बताया कि तब भी उसने ये कहा था कि आफताब उसे मारता पीटता है, तब पिता ने भी उससे रिश्ता तोड़ लेने की बात कही थी, लेकिन वो नहीं मानी. इसके बाद अगले करीब दो साल तक बाप बेटी में कोई बात नहीं हुई. अलबत्ता श्रद्धा के पिता उसके दोस्तों से बीच बीच में उसकी खैरियत लेते रहते थे.
मुंबई से दिल्ली शिफ्ट हो गए थे आफताब और श्रद्धा,
8 मई 2022 को श्रद्धा और आफताब अब मुंबई छोड़कर दिल्ली आ जाते हैं. दो वजहों से… एक श्रद्धा के साथ साथ आफताब का परिवार भी इस रिश्ते के खिलाफ था. दूसरा दिल्ली में बेहतर नौकरी की उम्मीद थी. दिल्ली आने के बाद दोनों पहली रात पहाड़गंज के एक होटल में गुजारते हैं. फिर अगले दिन सैजदुल्लाजाब के एक होटल में ठहरते हैं. फिर तीसरे रोज दोनों अपने कॉमन फ्रेंड के साथ उसके घर पर छतरपुर में रुकते हैं.
फिर कुछ दिन बाद ही छतरपुर मे ही एक घर किराए पर ले लेते हैं. इसका पता है D-93/1 छतरपुर. दिल्ली आने के बाद श्रद्धा नौकरी की तलाश शुरू करती है जबकि आफताब को एक कॉल सेंटर में काम मिल चुका था. श्रद्धा से उसके पिता या भाई की अरसे से बात नहीं हो रही थी, पर श्रद्धा के दोस्तों के जरिए उन्हें ये पता चल चुका था कि दोनों अब दिल्ली में हैं और छतरपुर में कहीं रह रहे हैं.
श्रद्धा का फोन बंद होने पर पिता को हुआ शक,
इसी दौरान 14 सितंबर को श्रद्धा के भाई श्रीजय को श्रद्धा के दोस्त लक्ष्मण नाडर ने फोन कर बताया कि पिछले दो महीने से श्रद्धा का मोबाइल बंद है. क्या तुम्हारे पास उसका कोई फोन आया? ये सुनकर श्रद्धा के पिता ने लक्ष्मण को फोन मिलाया और उससे अपनी बेटी के बारे में पूछा. लक्ष्मण ने बताया कि अमूमन हर दो तीन दिन में श्रद्धा से उसकी बात होती रहती थी, लेकिन इधर पिछले दो ढाई महीने से कोई बात नहीं हुई है, उसका मोबाइल ही बंद है.
श्रद्धा के पिता ने ये सुनकर श्रद्धा के बाकी दोस्तों को फोन घुमाया. सभी ने यही कहा कि पिछले दो ढाई महीने से श्रद्धा से उनकी कोई बात नहीं हुई है. ये सुनकर श्रद्धा के पिता घबरा गए. सबसे पहले उन्होंने पालघर के मणिकपुर थाने में श्रद्धा की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई, पर चूंकि श्रद्धा दिल्ली के छतरपुर से गायब हुई थी. लिहाजा महाराष्ट्र पुलिस ने रिपोर्ट दिल्ली की महरौली थाने को आगे बढ़ा दी.
9 नवंबर को महरौली पुलिस ने श्रद्धा के पिता विकास वॉलकर की शिकायत पर श्रद्धा की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखी. उन्होंने दिल्ली पुलिस को श्रद्धा और आफताब के रिश्ते और दोनों के दिल्ली के छतरपुर में लिव इन में रहने की बात भी बता दी. इसी के बाद अब महरौली पुलिस ने तफ्तीश शुरू की. सबसे पहले उसने आफताब के फोन में झांकना शुरू किया.
19 मई को आफताब और श्रद्धा के बीच हुआ था झगड़ा,
पता चला कि आफताब की लोकेशन मई से ही दिल्ली में है, पर इस फोन से ये भी पता चला कि 19 मई के बाद से श्रद्धा का मोबाइल बंद है. ये बात हैरान करने वाली थी. इसके बाद महरौली पुलिस की टीम आफताब से पूछताछ शुरू करती है. शुरुआत में आफताब पुलिस को एक कहानी सुनाता है. वो कहता है कि श्रद्धा और उसका 19 मई को झगड़ा हुआ था. झगड़े के बाद उसी रोज श्रद्धा घर और उसे छोड़कर चली गई.
इस दौरान पुलिस ने छतरपुर में आफताब के इस घर की तलाशी भी ली थी, लेकिन तब ऐसा कुछ नहीं मिला जिससे आफताब पर शक होता. पूछताछ और सवाल जवाब के दौरान कई बार आफताब अपने ही बयानों को काटता रहा. पुलिस को लग गया कि वो कुछ छुपा रहा है. इसके बाद जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ शुरू की तो फिर आफताब ने एक ऐसी कहानी सुनाई जो करोड़ की आबादी और 90 हज़ार पुलिस वाली इस दिल्ली में शायद ही इससे पहले सुनी या सुनाई गई हो.
आफताब ने गला दबाकर श्रद्धा को मार डाला,
वो 18 मई की रात थी…जब आफताब और श्रद्धा का झगड़ा हुआ. झगड़े की वजह वही पुरानी थी. श्रद्धा शादी करना चाहती थी और आफताब हमेशा की तरह टाल रहा था. मगर इस रात झगड़ा इतना बढ़ गया कि गुस्से में आफताब ने श्रद्धा का गला जोर से पकड़ लिया और तब तक पकड़े रहा जब तक कि वो मर नहीं गई.क़त्ल के बाद अब उसने ठंडे दिमाग से लाश को ठिकाने लगाने की साज़िश रचनी शुरू की. पहली रात उसने लाश के साथ उसी घर में गुजारी. अगले रोज यानी 19 मई को दिन में वो लोकल मार्केट की तिलक इलेक्ट्रॉनिक शॉप से एक बड़ा वाला फ्रिज खरीदकर लाता है. साथ ही एक बड़ी आरी. घर आने के बाद अब वो बाथरूम में बैठकर लाश के छोटे छोटे टुकड़े करना शुरू करता है. छोटे छोटे पॉलिथिन वो पहले ही ला चुका था. पर चूंकि मई का महीना था. गर्मी तेज़. लाश लगभग 24 घंटे पुरानी होने वाली थी लिहाजा बदबू आनी शुरू हो गई थी. अब वो लाश के टुकड़े करता. बाथरूम साफ करता और बीच बीच बीच में पूरे घर में परफ्यूम डालता जाता.
अमेरिकन क्राइम सीरिज से हत्या का आईडिया,
27 साल की श्रद्धा वालकर ने जिस लड़के के प्यार में अपनी फैमिली, अपना शहर छोड़ा, अपने दोस्तों को छोड़ा. उसी प्रेमी का उसकी सांसों से भी नाता खत्म कर दिया. मुंबई से सटे वसई की रहने वाली श्र्द्धा के प्रेमी और आरोपी आफताब ने दिल्ली में उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी. फिर 18 दिनों तक शव के छोटे-छोटे टुकड़े कर महरौली के जंगल में फेंकता रहा ताकि वो किसी की पकड़ में ना आए. शव के टुकड़े करने का आइडिया आरोपी को अमेरिकन क्राइम सीरिज Dexter से आया. उसने श्रद्धा के करीब 20 टुकड़े किए थे. श्रद्धा के दोस्तों ने ये भी बताया है कि एक बार श्रद्धा ने उन्हें मेसेज करके बोला था कि मुझे यहां से ले जाओ वर्ना आफताब मुझे मार डालेगा, तब दोस्तों ने श्रद्धा को रेस्क्यू किया और उससे कहा कि वो कभी आफताब के पास दोबारा ना जाए, लेकिन श्रद्ध ने उनकी बात नहीं सुनी और फिर आफताब के साथ रहने पहुंच गई!!
नई दिल्ली।। खराब सड़कों की वजह से हो रहे दुर्घटना (Road Accident) के लिए अब अफसर जिम्मेदार होंगे क्योंकि अब इसको लेकर एनएचएआई द्वारा एक सर्कुलर जारी किया गया है। जिसमें साफ कहा गया है कि अब तक ये देखा जा रहा है कि रोड मार्किंग, रोड साइनेज, क्रैश बैरियर के अंतिम उपचार सुरक्षा कार्यों को पंच सूची में रखा जाता है। जिसको देखते हुए अब एनएचएआई की ओर से प्रोविजनल सर्टिफिकेट जारी किए जा रहे हैं। ऐसे में अब अगर ख़राब सड़कों की वजह से कोई दुर्घटना होती है तो उसका सीधा जिम्मेदार सड़क इंजीनियरिंग और अधिकारी होंगे।
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इसके लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा नोटिस भी जारी किया गया है। दरअसल, पिछले महीने ही टाटा संस के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री की पालघर में एक दुर्घटना में मौत हो गई थी। जिसके बाद ये फैसला लिया जा रहा है कि अब खराब सड़कों की वजह से होने वाली दुर्घटना का जिम्मेदार अधिकारी होंगे। दरअसल, अभी प्राधिकरण ने सर्टिफिकेट जारी करने पर सबसे ज्यादा ध्यान अधिकारीयों की लापरवाही पर दिया है। इसको लेकर गंभीरता से विचार भी किया गया है।
आपको बता दें, अनदेखी की वजह से ही यात्रियों की सुरक्षा को खतरा होता है। वहीं एनएचएआई की ओर से जारी किए गए सर्कुलर में ये कहा गया है कि दुर्घटना व मौत होने पर एनएचएआई का नाम खराब होता है। क्योंकि अभी कुछ दिनों पहले ही केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सड़क दुर्घटनाओं को दोषपूर्ण परियोजना रिपोर्ट के लिए ज़िम्मेदार बताया है। इतना ही नहीं उन्होंने अन्य सड़कों के और राजमार्गों के निर्माण के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने के लिए कंपनियों को उचित प्रशिक्षण की आवश्यकता देने पर सबसे ज्यादा जोर दिया है।
नई आबकारी नीति (new excise policy) में कथित भ्रष्टाचार के आरोपों की सीबीआई जांच की सिफारिश के बाद दिल्ली सरकार बैकफुट पर आ गई है। सूत्रों के मुताबिक, नई आबकारी नीति वापस होगी। नई नीति तैयार होने तक पुरानी नीति के तहत ही शराब की बिक्री की जाएगी।
उधर, राजनिवास सूत्रों का कहना है कि आबकारी विभाग की तरफ से ऐसी कोई फाइल उपराज्यपाल कार्यालय को नहीं मिली है। विभाग के आयुक्त ने चारों निगमों को इंटरनल नोट भी जारी कर दिया है। उधर, दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने दिल्ली सरकार के असिस्टेंट एक्साइज कमिश्नर को नई नीति को लेकर जवाब-तलब किया है।
आबकारी कमिश्नर की तरफ से जारी पत्र में कहा गया है कि उपमुख्यमंत्री के निर्देश के अनुसार नई नीति लागू होने तक 6 महीने के लिए पुरानी व्यवस्था को बहाल किया जाए। इसके लिए दिल्ली राज्य औद्योगिक और बुनियादी ढांचा विकास निगम, दिल्ली पर्यटन और परिवहन विकास निगम, दिल्ली कंज्यूमर्स कोऑपरेटिव होलसेल स्टोर और दिल्ली स्टेट सिविल सप्लाई कॉरपोरेशन लि. के प्रमुखों के साथ तुरंत तालमेल बनाना है। पुरानी नीति में चारों नगर निगम मिलकर दुकानें चलाते थे। साल में 21 दिन ड्राई डे थे।
नई आबकारी नीति
निगमों से शराब की बिक्री वापस लेकर पूर्णत: निजी हाथों में सौंप दी गई
शराब पीने की उम्र 25 से घटाकर 21 वर्ष की गई
दुकान को कम से कम 500 वर्ग मीटर, सीसीटीवी से लैस करने के निर्देश
तीन दिन ही ड्राई डे यानी दुकानें साल में 3 दिन बंद करने की अनुमति थी
पिंक बूथ खोलने की अनुमति दी गई थी ताकि महिलाएं शराब का सेवन कर सकें
रेस्तरां व बार को शराब बिक्री केंद्र से ही शराब खरीदने की अनुमति
शराब बिक्री केंद्र को एमआरपी पर छूट देने की अनुमति थी
बार, क्लब्स और रेस्तरां को रात 3 बजे तक दुकान खोलने की छूट थी
नई शराब नीति वापस लेने से फंसेगा पेच, कोर्ट का रुख कर सकते हैं वेंडर
नई शराब नीति वापस लेने के आदेश के बाद, जहां शराब का सेवन करने वालों की परेशानी बढ़ेगी। वहीं, नई आबकारी नीति स्क्रैप हुई तो कई शराब डीलर अदालत का रुख कर सकते हैं। नई शराब नीति के तहत वेंडरों ने करोड़ों रुपये दुकान लेने और शराब स्टॉक करने में खर्च किए हैं। सरकार की सख्ती पर शटर डाउन हुए तो शराब की किल्लत भी होगी। इतना ही नहीं पुरानी नीति लागू हुई तो रेस्तरां, पब समेत अन्य विक्रेताओं को भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
विभाग को महज एक दिन का समय : दिल्ली आबकारी विभाग को महज एक दिन ही समय दिया गया है। सूत्रों का कहना है कि आबकारी विभाग के पुराने वेंडर और पुरानी जगह, जहां शराब की बिक्री की जाती थी, के साथ ही किस विभाग के कितने कर्मचारी तैनात किए गए थे, उसका ब्योरा मांगा गया है। वर्तमान स्थिति में कितनी पूर्व में संचालित दुकानें और जहां दुकानें थी उनके खाली और भरे होने का ब्योरा साझा करें। पुरानी आबकारी नीति के तहत दिल्ली सरकार की चार संस्थाएं मिलकर शराब की बिक्री करती थी। इसके साथ ही कुछ निजी दुकानों को भी लाइसेंस शराब बिक्री के लिए दिया गया था।
पुराने स्टाफ को मिलेगा रोजगार : एससी, एसटी, ओबीसी कर्मचारी परिसंघ के अध्यक्ष बीरेंद्र कुमार जाटव का कहना है कि चारों निगम के कर्मचारी पुरानी व्यवस्था बहार करने को तैयार है। जिन्होंने दुकानें छोड़ी है उन्हें दुकान मिल जाएंगी।
1200 से अधिक कर्मचारी जो बेरोजगार हुए थे वे भी काम करने को तैयार है। जाटव ने बताया कि कुछ दुकानों से सहमति पत्र भी लिया गया है। दुकान वालों से संपर्क किया जा रहा है। नई आबकारी नीति वाली दुकानें बंद हो जाएंगी। सरकारी निगम पहले साढ़े चार सौ के करीब शराब की दुकानें चलाती थी। दिल्ली के चारों निगमों को पुरानी आबकारी नीति के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
भाजपा ने साधा निशाना भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने ट्वीट कर कहा है कि कल तक पुरानी आबकारी नीति को लेकर घोटालों के आरोप लगाने वाले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नई नीति के अंतर्गत खुद करोड़ों रुपये कमाने के आरोपों में फंसे होने के चलते अब पुरानी व्यवस्था को ही सही मान रहे हैं।
नई दिल्ली, एजुकेशन डेस्क। PNB SO Recruitment 2022: पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank, PNB) में इस वक्त SO यानी कि स्पेशलिस्ट ऑफिसर (Specialist Officers, SO) के पद पर भर्तियां चल रही हैं। ऐसे में, जो भी उम्मीदवार इस पद के लिए ऑनलाइन आवेदन करना चाहते हैं, वे इस बात का ध्यान रखें कि इन पदों पर आवेदन की लास्ट डेट 07 मई, 2022 तक है। इसके बाद ऑफिशियल वेबसाइट से लिंक को हटा दिया जाएगा। आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों को ऑफिशियल वेबसाइट @pnbindia.in पर जाकर लॉगइन करना होगा। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे अंतिम समय में भीड़ से बचने के लिए फौरन आवेदन कर दें, क्योंकि कई बार लास्ट मिनट में आवेदन करने से ऑफिशियल वेबसाइट पर लोड बढ़ जाता है, जिसके चलते आवेदन में समस्या हो सकती है।
PNB की ओर से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, 145 पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी। इनमें 40 मैनेजर रिस्क (Manager, Risk) 100 मैनेजर और 5 सीनियर के पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी। ऐसे में, जो लोग पीएनबी एसओ भर्ती 2022 के लिए सफलतापूर्वक आवेदन करेंगे, उन्हें परीक्षा में शामिल होना होगा। यह परीक्षा, 12 जून 2022 को आयोजित होने वाली है। यह एग्जाम देश भर में आयोजित किया जाएगा। उम्मीदवार ध्यान दें कि यह एग्जाम ऑनलाइन होगा।
इन तिथियों का रखें ध्यान
पीएनबी एसओ आवेदन की आरंभ तिथि 22 अप्रैल 2022
पीएनबी एसओ आवेदन की अंतिम तिथि 07 मई 2022 पीएनबी एसओ परीक्षा तिथि 12 जून 2022
सबसे पहले पीएनबी की वेबसाइट www.pnbindia.in पर जाएं और ‘करियर’ सेक्शन में जाएं। इसके बाद, ऑनलाइन आवेदन पत्र में बेसिक जानकारी एंटर करके आवेदन को पंजीकृत करने के लिए “नए पंजीकरण के लिए यहां क्लिक करें” पर क्लिक करें। उसके बाद सिस्टम द्वारा एक प्रोविजनल पंजीकरण संख्या और पासवर्ड उत्पन्न किया जाएगा और स्क्रीन पर प्रदर्शित किया जाएगा। पंजीकरण संख्या और पासवर्ड का उपयोग करके लॉगिन करें और यदि आवश्यक हो तो विवरण संपादित करें।ऑनलाइन आवेदन पत्र में विवरण को सत्यापित करने के लिए ‘सेव एंड नेक्स्ट’ पर क्लिक करें और यदि आवश्यक हो तो इसे संशोधित करें। इसके बाद पंजीकरण बटन पर क्लिक करने के बाद किसी परिवर्तन की अनुमति नहीं है, इसलिए इस बात का ध्यान रखें। उम्मीदवार ध्यान दें कि फॉर्म भरने के बाद उसका प्रिंटआउट सेव करके रख लें।
नई दिल्ली।। राजधानी में मच्छरजनित बीमारियों के रोकथाम के लिए नगर निगम सक्रिय हो गए हैं। इसके तहत दक्षिणी निगम ने जहां नालों और तलाबों में मच्छरों का प्रजनन रोकने के लिए विशेष अभियान शुरू किया है। जिसके तहत इन स्थानों की पहचान कर वहां पर मच्छररोधी दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है। जहां-जहां मच्छरों का प्रजनन पाया जा रहा है उससे संबंधित एजेंसी को नोटिस देकर कानूनी कार्रवाई भी की जा रही है। इसमें अब तक 384 कानूनी नोटिस जारी किए गए हैं जबकि 104 अभियोजन भी दायर कर दिए गए हैं।
दक्षिणी निगम के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भूमंडलीय तापमान के बढ़ने से मच्छरों के प्रजनन के लिए उपयुक्त वातावरण उपलब्ध होने के कारण जलाशयों, नालों एवं दलदलों के किनारों पर इकठ्ठा हुए गंदे पानी में व्यस्क मच्छरों जिसमे की खासतौर पर क्यूलेक्स मच्छरों के प्रजनन में वृद्धि पाई गई है। जिसे देखते हुए कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि बीते एक सप्ताह में 800 कर्मचारियों ने इस अभियान के तहत मच्छरोधी दवा का छिड़काव किया है। इसके साथ ही नालों की सफाई के जिम्मेदार एजेंसियों को इसकी लंबित सफाई को जल्द से जल्द कराने का अनुरोध किया है।उन्होंने बताया कि विद्या नगर नाला, रघुवीर नगर, इंदिरा पार्क, एनजी कट, सीतापुरी नाला नजफगढ़ क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले छावला नाला, कांगनहेड़ी नाला, रावता झाड़ोदा नाला समेत 30 से अधिक बड़े नालों के करीब कीटनाशक दवा का छिड़काव किया है। उल्लेखनीय है कि डेंगू के अब तक 69 मरीज इस वर्ष सामने आ चुके हैं। जो कि 2017 के बाद सर्वाधिक हैं। इसी तरह मलेरिया के सात तो चिकनगुनिया के आठ मरीजों की पुष्टि हो चुकी है।
नई दिल्ली।।]। Jahangirpuri Violence: दिल्ली में शनिवार को हनुमान जन्मोत्सव के मौके पर निकाली जा रही शोभा यात्रा के दौरान पथराव हो गया। इस पथराव के बाद कुछ समय के लिए वहां पर अफरातफरी मच गई। इस हादसे में सब इंस्पेक्टर मदालाल जख्मी हो गए हैं वहीं एक अन्य
पुलिसकर्मी भी घायल हैं। उग्र लोगों की भीड़ ने दो वाहनों को आग के हवाले कर दिया है। दो पक्षों में झड़प के बाद हालात को काबू में करने के लिए जहांगीरपुरी में काफी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है।
बताया जा रहा है कि शोभा यात्रा जब जहांगीरपुरी स्थित संप्रदाय विशेष के एक धार्मिक स्थल के पास से गुजर रही थी, तभी शोभा यात्रा पर पथराव शुरू कर दिया गया। इसके बाद भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई और हिंसा भड़क गई। इसी दौरान कुछ लोगों ने वहां खड़ी एक ई-रिक्शा में आग लगा दी। आसपास तोड़फोड़ भी शुरू कर दी। फिलहाल बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी व आला अधिकारी स्थिति को नियंत्रण करने में जुट गए हैं।
अरविंद केजरीवाल ने कहा शांति बनाए रखें
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के जहांगीर पुरी में शोभायात्रा में पथराव की घटना बेहद निंदनीय है। जो भी दोषी हों उन पर सख़्त कार्रवाई होनी चाहिए। सभी लोगों से अपील- एक दूसरे का हाथ पकड़कर शांति बनाए रखें।
क्या कहते हैं कपिल मिश्रा
बता दें कि इससे पहले भी रामनवमी पर जुलूस में राजस्थान एमपी सहित कई अन्य जगहों पर पथराव हो चुका है। इसको लेकर पहले से राजनीति हो रही है। अब इस मामले में भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने ट्वीट किया है। कपिल मिश्रा ने कहा कि दिल्ली के जहाँगीरपुरी में हनुमान जन्मोत्सव पर हुआ पथराव आतंकी हरकत है। बांग्लादेशी घुसपैठियों की बस्ती अब भारत के नागरिकों पर हमले करने की हिम्मत करने लगी है। इनके एक एक के कागज चेक करके गैर कानूनी घुसपैठियों को देश से निकालना अब जरूरी हो गया है।