अगर आपके आसपास पाया गया मच्छरों का प्रजनन तो मिलेगा कानूनी नोटिस, केस भी हो सकता है दायर, निगम की तैयारी

नई दिल्ली।। राजधानी में मच्छरजनित बीमारियों के रोकथाम के लिए नगर निगम सक्रिय हो गए हैं। इसके तहत दक्षिणी निगम ने जहां नालों और तलाबों में मच्छरों का प्रजनन रोकने के लिए विशेष अभियान शुरू किया है। जिसके तहत इन स्थानों की पहचान कर वहां पर मच्छररोधी दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है। जहां-जहां मच्छरों का प्रजनन पाया जा रहा है उससे संबंधित एजेंसी को नोटिस देकर कानूनी कार्रवाई भी की जा रही है। इसमें अब तक 384 कानूनी नोटिस जारी किए गए हैं जबकि 104 अभियोजन भी दायर कर दिए गए हैं।

दक्षिणी निगम के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भूमंडलीय तापमान के बढ़ने से मच्छरों के प्रजनन के लिए उपयुक्त वातावरण उपलब्ध होने के कारण जलाशयों, नालों एवं दलदलों के किनारों पर इकठ्ठा हुए गंदे पानी में व्यस्क मच्छरों जिसमे की खासतौर पर क्यूलेक्स मच्छरों के प्रजनन में वृद्धि पाई गई है। जिसे देखते हुए कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि बीते एक सप्ताह में 800 कर्मचारियों ने इस अभियान के तहत मच्छरोधी दवा का छिड़काव किया है। इसके साथ ही नालों की सफाई के जिम्मेदार एजेंसियों को इसकी लंबित सफाई को जल्द से जल्द कराने का अनुरोध किया है।उन्होंने बताया कि विद्या नगर नाला, रघुवीर नगर, इंदिरा पार्क, एनजी कट, सीतापुरी नाला नजफगढ़ क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले छावला नाला, कांगनहेड़ी नाला, रावता झाड़ोदा नाला समेत 30 से अधिक बड़े नालों के करीब कीटनाशक दवा का छिड़काव किया है। उल्लेखनीय है कि डेंगू के अब तक 69 मरीज इस वर्ष सामने आ चुके हैं। जो कि 2017 के बाद सर्वाधिक हैं। इसी तरह मलेरिया के सात तो चिकनगुनिया के आठ मरीजों की पुष्टि हो चुकी है।