गांव और कस्बे के एक शख्स ने डीजल जुगाड़ की मदद से शुरू की अनोखी आटा चक्की, वायरल वीडियो देखकर आप भी कहेंगे वाह… सोशल मीडिया पर हर दिन जुगाड़ के कई वीडियो वायरल होते नजर आते हैं, जो लोगों को खूब पसंद आते हैं. इसी रेस में इन दिनों फिर एक जुगाड़. एक वीडियो सामने आया है जिसमें एक शख्स ने आटा चक्की चलाने के लिए जुगाड़ का इस्तेमाल किया, आइए जानते हैं इस वायरल जुगाड़ के बारे में…
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बंदे का जुगाड़ देख हैरान हुए लोग
जैसा कि आप सभी जानते है इंडिया में जुगाड़ू लोगो की कोई कमी नहीं है। आये दिन कोई न कोई किसान कुछ ऐसा अविष्कार कर देते है जो कि बड़े-बड़े इंजीनियर्स को सोचने पर मजबूर कर देते है। ऐसा ही कुछ ये जुगाड़ देखकर हो रहा है। इस वीडियो को देख बड़े-बड़े लोगो का सर चकरा गया है। ऐसा अविष्कार इंजीनियर अपने सपने में भी नहीं सोच सकते है।
जुगाड़ कर डीजल से चलाई आटा चक्की
दरसल हम आपको इस वायरल वीडियो की क्लिप को दिखा कर समझा सकते है की ये जुगाड़ कितना गजब है जिस किसी ने भी इस वायरल वीडियो को देखा है वह शख्स सोच में पड़ गया है की आखिर ये जुगाड़ इस शख्स ने कैसे कर दिखाया जैसा कि आप देख रहे है कैसे उस किसान ने सिलबट्टा, साइकिल के पैडल, और कबाड़ के मदद से यह अविष्कार कर दिखाया है। यह किसान का नाम सुनील शिंदे है जो जालना महाराष्ट्र के रहने वाले है।
जुगाड़ को देख कर हो जाएंगे हैरान शख्स ने बनाई गजब की मोटरसाइकल, देखे वायरल वीडियो इंटरनेट पर देसी जुगाड़ का एक बड़ा ही बेहतरीन वीडियो वायरल (Viral Video) हो रहा है, जिसे देखने के बाद आपकी नींद ही उड़ जाएगी, इसी बीच इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो को देखने के बाद शख्स का जुगाड़ नजर आ गया है. उन्होंने एक ऐसी बाइक बनाई है जिसे देखकर हर कोई कंफ्यूज हो रहा है।
सतना टाइम्स डॉट इन
ऐसे चलती है जुगाड़ गाड़ी
आपका दिमाग ही काम करना बंद हो जाएगा और आपको समझ ही नहीं आएगा कि आपके सामने हो क्या रहा है। दरअसल, शख्स ने देसी जुगाड़ लगाकर बना डाली ऐसी बाइक, जो गजब का दिख रहा है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (ट्विटर) पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में शख्स जुगाड़ पद्धति से बनी अपनी कार लेकर पेट्रोल पंप पर जाता है और पेट्रोल भरवाता है. हालांकि उनकी कार को देखने के बाद कुछ और ही लग रहा है. शख्स की जुगाड़ गाड़ी में तेल की टंकी की जगह दूध निकालने की मशीन लगाई गई है. मतलब ये बताना भी मुश्किल हो रहा है।
शख्स पंजाब का रहने वाला है
हम आपको बता दे की सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें एक शख्स का देसी जुगाड़ देखा जा सकता है. इस वायरल वीडियो में जो लड़का दिख रहा है. बताया जा रहा है कि ये लड़का पंजाब का रहने वाला है. इनका नाम एकमजीत सिंह ढिल्लों है. उन्हें बड़े मजे से कार चलाते हुए देखा जा सकता है।
हम आपको बता दे की इस तरह का वीडियो बहुत ही वायरल हो रहा है, बहुत से लोग ऐसे अतरंगी काम कर रहे है इस वायरल वीडियो पर यूजर्स तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. एक यूजर ने लिखा है कि हम भारतीय भी पूरे जुगाड़ वाले लोग हैं, कोई भी काम अजीबो-गरीब कर लेते हैं. एक यूजर ने लिखा है कि भाई आपने तो कार बना ली. या कबाड़, कुछ समझना मुश्किल है।
Desi Jugaad Video: कई किसानों के पास इतना पैसा नहीं है कि वे खेत की जुताई करने के लिए ट्रैक्टर रख सकें और जुताई की पारंपरिक पद्धति पर वापस लौट सकें. हालांकि, बिहार के पश्चिम चंपारण के नौतन ब्लॉक के धुसवां गांव के एक 28 वर्षीय व्यक्ति ने कबाड़ से ट्रैक्टर बनाया है. ट्रैक्टर न केवल बजट के अनुकूल है, बल्कि इसे चलाने के लिए पेट्रोल, डीजल, बिजली या सीएनसी की भी जरूरत नहीं है,( इसे भी पढ़े – Sofia Ansari का नया Video आपके पसीने छुड़ा देगा, शूटिंग के दौरान किया कुछ ऐसा कि दिखा प्राइवेट पार्ट )
जुगाड़ से शख्स ने बनाया बिना पेट्रोल-डीजल वाला ट्रैक्टर
उन्होंने यह भी बताया कि वाहन को उतनी ही ताकत की जरूरत होती है जितनी साइकिल चलाने के दौरान चाहिए होती है. उन्होंने कहा कि उन्होंने हेडलाइट के रूप में उपयोग किए जाने वाले एलईडी बल्बों के लिए 5000 एमएएच पावर की एक चार्जेबल बैटरी लगाई है. इसमें गियर 1 से लेकर 4 भी हैं ताकि यह सड़क के साथ-साथ मैदान में भी आसानी से चल सके. ह्यूमन एनर्जी ट्रैक्टर अपने ऊपर 600 किलोग्राम तक का वजन भी ले जा सकता है. यह पूछे जाने पर कि HE ट्रैक्टर कितना उपयोगी है, संजीत ने बताया कि यह आसानी से 2.5 से 3 इंच तक मिट्टी की जुताई कर सकता है जो एक सामान्य ट्रैक्टर के समान है.
पैसे और एनर्जी भी बचाता है, हेल्दी रहती है बॉडी
उन्होंने यह भी कहा कि यह न केवल एनर्जी और पैसे बचाता है बल्कि इस प्रक्रिया में किसी भी जानवर को नुकसान नहीं पहुंचाता है. किसान ने यह भी बताया कि उसका ट्रैक्टर बड़े ट्रैक्टरों की तुलना में जुताई के लिए बेहतर है क्योंकि यह खेत में छोटी जगहों या किनारों को कवर कर सकता है और छोटे पैमाने के खेतों या बगीचे-आधारित फसलों के लिए भी प्रभावी है.
ट्रैक्टर की स्पीड करीब 5 से 10 किलोमीटर प्रति घंटा है. संजीत ने यह भी बताया कि उन्होंने अपना एचई ट्रैक्टर पिछले साल गोवा में आयोजित भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान प्रदर्शनी में भी प्रस्तुत किया था. वह बिहार के एकमात्र व्यक्ति थे जिन्हें प्रदर्शनी के लिए उनके इनोवेशन के लिए चुना गया था. प्रदर्शनी में उनके मॉडल के लिए उन्हें पुरस्कृत भी किया गया।