Chhattisgarh News: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने छत्तीसगढ़ को 20 हजार करोड़ की सौगात दी है. नितिन गडकरी ने 4 लेन करने के लिए डीपीआर की स्वीकृति दी. साथ ही सिंगल लेन से 2 लेन की स्वीकृत दी. इस दौरान उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ का नेशनल हाईवे आने वाले दो सालों में अमेरिका की तरह होगा।
बता दें कि सीएम साय की मांग पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने छत्तीसगढ़ को कई बड़ी सौगात दी है. इस दौरान रायपुर में चार फ्लाई ओवर बनाने की मंजूरी दी है. सरोना चौक, उद्योग भवन चौक, तेलीबांधा चौक और धनेली जंक्शन पर फ्लाईओवर बनेगा. वहीं, चार एनएच खंड को फोर लेन करने की मंजूरी भी मिली है.
आत्मनिर्भर होगा हिंदुस्तान
शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रायपुर के साइंस कॉलेज परिसर में भारतीय सड़क कांग्रेस के 83वें वार्षिक अधिवेशन का शुभारंभ किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि इंडियन रोड कांग्रेस में देश के विभिन्न राज्यों से आये सभी इंजीनियर्स को मैं देश के विश्वकर्मा के रूप में मानता हूं. राष्ट्र के निर्माण में आप सबका बहुत बड़ा योगदान है. हमारे प्रधानमंत्री का मिशन है कि हम हिंदुस्तान को 5 ट्रिलियन की इकानामी बनायें. आत्मनिर्भर भारत बनाएं. इसके लिए हमें इंडस्ट्री और एग्रीकल्चर में प्रगति करनी होगी. इसके लिए यातायात का इंफ्रास्ट्रक्चर हमें बेहतर करना होगा. इस क्षेत्र में जब कैपिटल इन्वेस्टमेंट आएगा तो रोजगार निर्मित होगा और गरीबी दूर होगी और हिंदुस्तान आत्मनिर्भर होगा।
पेड़ काटे नहीं…
परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने छत्तीसगढ़ में सड़कों के विकास के लिए 20 हजार करोड़ रुपए के कार्यों की स्वीकृति दी. इसमें धमतरी से जगदलपुर, रायपुर से बलौदाबाजार-सांरगढ़, कटघोरा से अम्बिकापुर और बिलासपुर से अकलतरा-रायगढ़ से ओडिशा बार्डर तक के राष्ट्रीय राजमार्गों को फोरलेन करने के लिए राशि स्वीकृत है. साथ ही छत्तीसगढ़ में कई सिंगल लेन और टू लेन सड़कों के निर्माण के लिए भी घोषणा हुई है. उन्होंने पेड़ों की कटाई को लेकर कहा, रोड बनाते हैं तो पेड़ काटे नहीं उसका ट्रांसप्लांट करें, NHI पर अब तक हमने साढ़े 3 करोड़ पेड़ ट्रांसप्लांट किए हैं. छत्तीसगढ़ के नेशनल हाइवे का नेटवर्क दो साल के अंदर अमेरिकन नेटवर्क के बराबर होगा, आज मैं यह विश्वास दिलाता हूं, आपने जो छत्तीसगढ़ राज्य के लिए मांगे रखी हैं वे सब देंगे.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में आम आदमी पार्टी में बड़ा उलटफेर हुआ है। रायपुर जिलाध्यक्ष समेत प्रदेश के कई जिलों में नए जिला अध्यक्ष बनाए गए हैं। पार्टी ने संगठन में 114 पदाधिकारियों को नियुक्त किया है। इनमें से 9 उपाध्यक्ष समेत कोषाध्यक्ष, महासचिव मीडिया प्रभारी शामिल है।
इन पदाधिकारियों में कई पुराने कार्यकर्ताओं को पार्टी ने संगठन में जगह दी है। जो लंबे समय से लगातार सक्रिय थे।
New MBBS Seats: छत्तीसगढ़ को एमबीबीएस की 200 नई सीटें मिली हैं। इन सीटों पर इसी सत्र से एडमिशन होगा। वर्तमान में एमबीबीएस की कुल 1910 सीटें हैं, जो बढ़कर 2110 हो गई हैं। कॉलेजों की संख्या भी 13 से बढ़कर 15 हो गई है। सीटें बढ़ने का फायदा नीट यूजी क्वालिफाइड छात्रों को होगा। विशेषज्ञों के अनुसार 200 सीटें बढ़ने से कट ऑफ 5 अंक तक गिर सकता है।
नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने छत्तीसगढ़ के दो निजी कॉलेजों को नए सत्र के लिए मान्यता दे दी है। पत्रिका ने दोनों कॉलेज के अधिकारियों से इस बात की पुष्टि भी की है। एक कॉलेज को 150 व दूसरे कॉलेज को 50 सीटों की मान्यता मिली है। हाल ही में कंप्लायंस के बाद एनएमसी की टीम ने दोनों कॉलेजों का दोबारा निरीक्षण किया था। इसके बाद एनएमसी ने सीटों काम मान्यता दी है। वर्तमान में 10 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की 1460 व तीन निजी कॉलेजों में 450 सीटें हैं। नए को मिलाकर अब प्रदेश में पांच निजी मेडिकल कॉलेज हो जाएंगे।
देश में सबसे कम एमबीबीएस की फीस प्रदेश में
निजी मेडिकल कॉलेजों में 42.5-42.5 फीसदी सीटें स्टेट व मैनेजमेंट कोटे की होती है। वहीं 15 फीसदी सीटें एनआरआई के लिए आरक्षित होती हैं। स्टेट कोटे व मैनेजमेंट की फीस समान होती है। कॉलेजों का दावा है कि देश में एमबीबीएस की सबसे सस्ती पढ़ाई छत्तीसगढ़ में हो रही है। यहां एक साल की ट्यूशन फीस 7.41 से 7.99 लाख रुपए है। फीस तीन साल में रिवाइज करने का नियम है। अभी फीस विनियामक कमेटी ने फीस रिवाइज नहीं किया है। दूसरी ओर सरकारी मेडिकल कॉलेजों की फीस महज 40 हजार व एम्स की फीस 1289 रुपए सालाना है।
काउंसिलिंग स्थगित अब 11 तक इंतजार
एनएमसी ने शनिवार को एमबीबीएस की काउंसिलिंग स्थगित कर दी थी। निर्धारित कैलेंडर के हिसाब से 6 जुलाई से ऑल इंडिया कोटे के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होना था, लेकिन नहीं हुआ। एनएमसी की मेडिकल काउंसिलिंग कमेटी यानी एमसीसी ऑल इंडिया कोटे की काउंसिलिंग कराती है।
सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई हुई, लेकिन परीक्षा रद्द करने के संबंध में कोई निर्णय नहीं हुआ। अब 11 जुलाई को सुनवाई है। इसके बाद ही काउंसिलिंग का विस्तृत शेड्यूल जारी होने की संभावना है। 5 मई को हुई नीट और 23 जून को हुई री-नीट का रिजल्ट पहले ही आ चुका है। हालांकि री-नीट देने वाले कई छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर नीट रद्द नहीं करने की गुहार लगाई है।
डीएमई डॉ. यूएस पैकरा ने कहा – सीटें बढ़ने का फायदा नीट पात्र छात्रों को होगा, क्योंकि इससे कट ऑफ मार्क्स गिरेगा। यही नहीं स्थानीय छात्रों को मेडिकल कोर्स करने का मौका मिलेगा।source patrikA
CG BUDGET 2024 :राज्य सरकार ने कृषि विभाग के बजट में पिछले वर्ष की तुलना में 33 प्रतिशत की वृद्धि की है। यह राशि बढ़कर 13 हजार 438 करोड़ रुपये पहुंच चुका है। इसके साथ ही चुनावी घोषणा-पत्र में की गई भाजपा की एक और गारंटी पूरी होने वाली है। 3,100 रुपये में धान खरीदी के वादे के बाद अंतर की राशि के भुगतान के लिए विष्णुदेव सरकार ने बजट में प्रविधान किया है। कृषि उन्नति योजना के क्रियान्वयन के लिए राज्य सरकार ने 10 हजार करोड़ रुपये का बजट आरक्षित किया है।
सतना टाइम्स डॉट इन
सरकार ने 2,203 रुपये के हिसाब से खरीफ सीजन में धान की खरीदी की है। अब बाकी राशि को शीघ्र ही किसानों के खाते में अंतरित किया जाएगा। इससे पहले विधानसभा में पेश 13,487 करोड़ के अनुपूरक बजट में कृषि उन्नत योजना के लिए 12 हजार करोड़ का प्रविधान किया गया था। कृषि विभाग के अधिकारियों के मुताबिक प्रदेश में समर्थन मूल्य पर अब तक की सबसे बड़ी धान की खरीदी हुई है। एक नवंबर से चार फरवरी तक चले इस अभियान में 24 लाख 72 हजार से अधिक किसानों ने 144.92 लाख टन धान का विक्रय किया, जिसके बाद किसानों को 30 हजार 68 करोड़ 81 लाख रुपये का भुगतान किया जा चुका है। इस वर्ष 130 लाख टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया था। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष धान खरीदी से 37.39 लाख टन अधिक हुई है।
किसानों को सहकारी बैंकों से ब्याज मुक्त कृषि ऋण उपलब्ध कराने के लिए 8,500 करोड़ की साख सीमा निर्धारित की गई है। इस राशि पर ब्याज अनुदान के लिए 317 करोड़ रुपये का लाभ किसानों को मिलेगा। गौरतलब है कि इससे पहले प्रदेश में ब्याज अनुदान नियम 2021 में संशोधन प्रारूप का अनुमोदन किया जा चुका है।
कृषि क्षेत्रों के लिए यह आकर्षण
1. प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत ग्राम सतरेंगा (जिला कोरबा) में एक्वा पार्क की स्थापना की जाएगी। इसके लिए पांच करोड़ रुपये का प्रविधान किया गया है।
2. कृषि में आधुनिक उपकरणों के प्रयोग को बढ़ावा देने कृषि अभियांत्रिकी संचालनालय की स्थापना एवं राज्य स्तरीय नवीन कृषि यंत्र परीक्षण प्रयोगशाला के भवन निर्माण।
3. दुर्ग एवं सरगुजा जिले में कृषि यंत्री कार्यालय की स्थापना।
4. रासायनिक उर्वरकों की जांच के लिए सरगुजा जिले में गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशाला।
5. उद्यानिकी को बढ़ावा देने के लिए 14 विकासखंडों में नवीन नर्सरी की स्थापना की जाएगी। पूर्व से संचालित 20 नर्सरियों में भर्ती।
6. जशपुर के जिले के पशु कुंवारपुर एवं माड़ीसरई, कोल्हेनझरिया पशु चिकित्सालय का उन्नयन।
CG News: छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री कौन होगा, इसे लेकर कयासों और अटकलों का धुंध छंट गया है। विष्णु देव साय छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री होंगे। यह नाम सामने आते ही राजधानी रायपुर सहित पूरे प्रदेश में बीजेपी कार्यकर्ताओं और जनता में काफी उल्लास है।
Image credit by Google
विष्णु देव साय का नाम बतौर मुख्यमंत्री रायपुर में हुई बीजेपी विधायक दल की बैठक के बाद सामने आया है। नाम की घोषणा करने के लिए बीजेपी पर्यवेक्षक अर्जुन मुंडा, सर्वानंद और दुष्यंत कुमार आज सुबह ही रायपुर पहुंचे थे।
बंद हुआ अटकलों का बाजार
छत्तीसगढ़ का अगला सीएम कुआँ होगा, इसे लेकर बीजेपी के ऑब्जर्वर और विधायकों की बैठक आज दिन में दोपहर बाद लगभग 2 बजे शुरू हुई थी।बता दें कि छत्तीसगढ़ के नए सीएम को लेकर काफी अभी अटकलें लगाईं गई थी। कयास लगाए गए हैं कि ओबीसी वर्ग से अरुण साव और ओपी चौधरी, आदिवासी मुख्यमंत्री के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री विष्णुदेव साय और रेणुका सिंह के नाम पर मुहर लग सकती है।
सीएम पद की शपथ लेने के बाद विष्णु देव साय छतीसगढ़ का मुख्यमंत्री बनने वाले वे पहले आदिवासी मुख्यमंत्री होंगे।सीएम पद की शपथ ग्रहण की घोषणा जल्द ही राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन द्वारा की जाएगी।
विष्णु देव साय: एक बेदाग़ चेहरा
विष्णु देव साय छत्तीसगढ़ में बीजेपी पार्टी का लोकप्रिय और मान्य आदिवासी चेहरा हैं। अभी तक किसी बड़े विवाद या भ्रष्टाचार में इनका नाम नहीं रहा है। इसलिए ये जनता में साफ़-सुथरी छवि रखते हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है उनकी बेदाग़ छवि सबसे बड़ी ताकत है, जिसे बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व अनदेखा नहीं कर पाया।बता दें, इन्हें एकबार प्रदेश अध्यक्ष पद हटाया भी जा चुका है। लेकिन पद से हटाए जाने के बाद भी वे पार्टी जुड़े रहे। ये पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और आरएसएस (RSS) से काफी करीबी रखते हैं।
पंच से मुख्यमंत्री तक का सफ़र
विष्णु देव साय का राजनीतिक कैरियर बतौर सरपंच शुरू, जब वे बगिया गांव के निर्विरोध सरपंच चुने गए। साय पहली बार 1990 में विधायक बने थे और 1998 तक विधायक रहे।उन्होंने पहला लोकसभा का चुनाव 1999 में लड़ा और जीतकर संसद पहुंचे। साय 2004 में दोबारा सांसद बने। इसके बाद 2009 और 2014 में लोकसभा चुनाव लड़ा और जीते। वे मोदी मंत्रिमंडल में बतौर केंद्रीय मंत्री काम कर चुके हैं।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे सतना टाइम्स एप को डाऊनलोड कर सकते हैं। यूट्यूब पर सतना टाइम्स के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।
साय रायगढ़ से तीन बार सांसद रहे हैं। जिससे रायगढ़ के जनता में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है।
CHATTISGARH : जिले नारायणपुर में अभी बरसात का मौसम प्रारंभ हुए 6-7 हफ्ते मात्र ही हुए हैं इतने में ही मत्स्य विभाग अपने कारनामें से जिले से लेकर ग्रामीण तक चर्चा में है, जिसकी लगातार मत्स्य पालन किसान द्वारा शिकायत प्राप्त हो रही है कि सहायक मत्स्य अधिकारी दिलीप उर्वशा द्वारा मत्स्य बीज विक्रय करने में भारी अनियमितता बरती जा रही है।
Image credit by social media
मछली पालन किसानों को शासकीय योजना का नही मिल रहा है कोई लाभ , मछली पालन किसान मंगलू द्वारा दी गयी जानकारी अनुसार पिछले 6 हफ्ते से मत्स्य विभाग द्वारा मछली बीज विक्रय करना प्रारम्भ तो किया गया है लेकिन विभाग द्वारा किसी प्रकार का शासन द्वारा निर्धारित दर की सूची भी नहीं लगाई जा रही है जिससे कि ग्रामीणों और किसानों को शासकीय दर का जानकारी हो सके, और न ही किसानों को मत्स्य पालन हेतु किसी शासकीय योजना या सब्सीडी का लाभ मिल रहा है,विभाग द्वारा ग्रामीणों को बाजार में उपलब्ध हो रहे दर से अधिक दर ₹600/- किलो ( मिक्चर मछली ) ₹700/- किलो ( रूहा एवं कतला ) विक्रय किया जा रहा है।बाजार में उप्लब्ध बड़ी साइज की मछली 150-200/- दर वाली को विभाग द्वारा जबरन 600-700/- में थमाया जा रहा है
मत्स्य पालन किसान द्वारा दी गई जानकारी अनुसार बाजार में जिस साइज की मछली 150 – 200 /- प्रति किलो की दर से खाने के लिए उपलब्ध हो रही है वही मछली मत्स्य विभाग द्वारा 600 – 700 प्रति किलो की दर से बिक्री कर भारी मुनाफा कमाया जा रहा है, बाजार में सामान्यतः मछली बीज जीरा साइज एवं अन्य अलग अलग साइज के मछली अनुमानित प्रति किलो 350-400 नग प्राप्त होती है, चूँकि मत्स्य विभाग द्वारा बड़ी-बड़ी मछली बीच के रूप में उपलब्ध कराई जा रही है जिसमें प्रति किलो अनुमानित 60- 70 नग मछली ही किसानों को दिया जा रहा है जिसमें किसानों को प्रति नग 9 – 10 रूपये भुगतान करना पड़ रहा है जिसके कारण किसानों को मछली पालन में भारी नुकसान उठाना पड़ता है, बाजार में उपलब्ध जीरा बीज अनुसार जो मछली का बीज प्रति नग 1.20/- से 1.50/- में प्राप्त हो रहा प्रति किलो 600/- की दर से 350 – 400 नग, वही बीज विभाग द्वारा बीज विक्रय में अनियमितता बरतने हुए बड़ी मछली को प्रति नग 7.50/- से 8.50/- रुपए अधिक भुगतान करना पढ़ रहा है जिसके कारण प्रति किलो 350 से 400 का नुकसान हो रहा है जो कि सीधे-सीधे मत्स्य विभाग के अधिकारियों का मुनाफा के रूप में हो रहा है
मछली बीज विक्रय में विभाग द्वारा किया जा रहा है अनियमितता
मत्स्य किसानों द्वारा बताया गया कि पिछले 6 सप्ताह से मछली बीज विक्रय का कार्य विभाग द्वारा प्रारंभ की जा चुकी है जिसमें सप्ताह में दो दिन बुधवार एवं रविवार को विभाग द्वारा किसानों को मछली बीज बेचा जा रहा है विभाग के सहायक मत्स्य अधिकारी से प्राप्त जानकारी अनुसार प्रतिदिन 200 – 300 किलो मछली लगभग 120000 – 180000 तक एवं प्रति सप्ताह 240000/- से 360000/- तक की राशि का मछली बीज विक्रय किया जा रहा है जिसमें सप्ताह के 2 दिन में 140000/- रुपए से लेकर 240000/- तक का विभाग के अधिकारियों की सांठगांठ से सहायक मत्स्य अधिकारी द्वारा किसानों को मनमानी दर और बड़ी साइज का बीज विक्रय कर अनियमितता की जा रही है अभी तक पिछले 6 सप्ताह में विभाग द्वारा 840000/- से 1440000/- किसानो की मेहनत की कमाई पर डाका डाला जा चुका है ।
जिला मत्स्य अधिकारी के टारगेट को पूरा करने के लिए मनमानी तरीके से विक्रय किया जा रहा है
जब इस संबंध में पत्रकार द्वारा दिलीप उर्वशा, सहायक मत्स्य अधिकारी से जानकारी ली गई तो, उनके द्वारा यह जवाब दिया गया कि जिला मत्स्य विभाग के सहायक संचालन पुष्पा विनोदिया द्वारा मुझे वर्ष 2023- 24 में लगभग मछली बीज विक्रय हेतु 55 लाख का टारगेट दिया गया है जिसे पूरी करना मेरी जिम्मेदारी है अन्यथा मेरी वेतन से शेष राशि की रिकवरी की जावेगी।
शासकीय विक्रय पंजी संधारण करने में किया जा रहा है लापरवाही
मत्स्य विभाग में मछली बीज लेने वाले किसानों ने बताया कि दिलीप उर्वशा द्वारा मछली बीज के लिए नगद राशि लिया जा रहा है जिसके बदले में उनको कोई भी रसीद या भुगतान की पावती नहीं दी जा रही है जिसके लिए केवल रजिस्टर में किसानों का नाम लिखा जा रहा है और उसके आगे के सभी कालम को खाली छोड़कर किसानों का हस्ताक्षर करवाया जा रहा है और न ही किसानों से आधार कार्ड या अन्य कोई दस्तावेज लिया जा रहा है दिलीप उर्वशा द्वारा रजिस्टर या विक्रय पंजी में किसानों द्वारा कितनी मात्रा में मछली बीज, कितनी दर एवं कुल राशि की जानकारी नहीं लिख एक सादे कागज में अलग से पैसों का हिसाब लेन/देन लिखा जाता है जिससे कोई भी पारदर्शिता पूर्वक शासकीय कार्य संपादन नहीं किया जा रहा है।
किसानों द्वारा किया गया भुगतान नही दिया जाता है रसीद एवं पावती
ग्राम पालकी के मछली पालन समितियों द्वारा जब मछली बीज विक्रय का रसीद या बिल मिलने के संबंध में पूछा गया तो दिलीप उर्वशा सहायक मत्स्य अधिकारी द्वारा बिल या रसीद देने हेतु मना कर दिया गया एवं मछली का साइज भी अत्यधिक बड़ा होने पर बताया गया इस प्रकार की मछली बीज लेने पर काफी नुकसान का सामना करना पड़ता है एवं समितियों में मछली बीज खरीदने के हिसाब भी रखा जाना होता,ऐसे में हम शासकीय राशि का आहरण कैसे दिखाएंगे,जिसके कारण अन्य निजी मछली बीज विक्रेताओं से लेना ज्यादा उचित होगा।
सहायक मत्स्य अधिकारी द्वारा पद का दुरुपयोग करते हुए अपने परिचितों को मुफ्त में दी जा रही है मछली बीज,सहायक मत्स्य अधिकारी द्वारा अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अपने परिचितों को प्रति दिन शासकीय मछली 9-10 किलो मुफ्त में दी जाती है, पत्रकारों के सामने, जब इस संबंध में मुफ्त में प्राप्त हुए मछली बीज लेने वाले से पूछा गया कि इसके लिए आपके द्वारा कितनी राशि भुगतान की गई है तो उनके द्वारा हंसते-हंसते जानकारी दी गई कि यह मछली मेरे पिताजी के कहने पर जुगाड़ लगाकर दिलीप उर्वशा द्वारा मुफ्त में दी गई है जिनके लिए कोई भी राशि नहीं ली गई है।।
सहायक संचालक द्वारा मिडीयाकर्मीयो को मामले में बाइट देने से मना कर दिया गया और महिला/पुरुष मीडियाकर्मी से किया गया अभद्र व्यवहार, मत्स्य विभाग के अधिकारी दिलीप उर्वशा की लापरवाही एवं अनियमितता के चलते जिले में अब तक 6 – 7 सप्ताह से लगभग अपना टारगेट पूरा करने के चलते नियमों का उल्लंघन करते हुए अनुमानित 25 लाख का मछली बीज विक्रय तो कर दिया गया है जिस राशि को अभी तक नगद शासकीय राशि के रूप में चालान एवं अन्य माध्यम से शासकीय खातों में जमा न कर अपनी तिजोरी में रखा गया है, एवं किसानों के साथ इस प्रकार से हुए छल का जवाब मांगने मीडियाकर्मी जिम्मेदार अधिकारी से बाइट लेने गए तो जिले के जिला मत्स्य विभाग के सहायक संचालन पुष्पा विनोदिया पहले तो काम होने का बहाना बताकर आज नहीं कल आये, जिसके बाद जब पुनः संबंधित अधिकारी के पास गए तो मामले की गंभीरता और विभाग की लापरवाही को देखते हुए बाइट देने से मना कर दिया गया, और पुरुष/महिला मीडिया कर्मी से अभद्र व्यवहार भी किया गया।
MP Mausam Samachar: मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में झमाझम बारिश का दौर जारी है. कई जिलों में लगातार हो रही बारिश के कारण नदियां उफान पर आ गई हैं. मध्य प्रदेश के बरगी डैम के 11 गेट तो तना जिले में बकिया बैराज के 13 गेट खोल दिए गए हैं. नर्मदापुरम में भी नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ है. इस बीच आज रविवार के लिए भी मौसम विभाग ने तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है. छत्तीसगढ़ में भी गरज-चमक के साथ कई जिलों में तेज बारिश होने के आसार हैं.
IMAGE CREDIT BY GOOGLE
आज रविवार को रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली और पन्ना जिले में मध्यम से हल्की बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. इसके अलावा ग्वालियर, भिंड, मुरैना, श्योपुर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है.
इन जिलों में भी बरसेंगे बादल
मौसम विभाग के मुताबिक आज भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, दमोह और सागर जिलों में भी हल्की बारिश होने के आसार हैं.
छत्तीसगढ़ में बारिश
छत्तीसगढ़ में भी बारिश का दौर जारी है. मौसम विभाग ने रविवार को रायपुर में बौछारें पड़ने की संभावना जताई है. इसके अलावा प्रदेश के कई हिस्सों में भी बारिश हो सकती है.
जानें क्या होता है यलो अलर्ट
मौसम विभाग की ओर से जब किसी राज्य में मौसम में बदलाव होता है और बारिश की संभावना होती है तो यलो अलर्ट जारी किया जाता है. इस अलर्ट का मतलब कोई खतरा नहीं होता है, लेकिन लोगों को अपेडट रहना चाहिए क्योंकि कभी भी मौसम खतरनाक हो सकता है.
Railway News: छत्तीसगढ़ राज्य की राजधानी रायपुर से रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है जिसमें कुछ लोगो की गिरफ्तारी भी हुई है. उसमें मुख्य आरोपी आशीष बंजारे उर्फ राहुल है जिसकी गिरफ्तारी हो गई है. कुछ अन्य आरोपी जैसे इमरान कादरी उर्फ़ भैरव, मनोज शर्मा और रमजान के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया है. उनकी तलाश में रायपुर पुलिस जुटी हुई है.
Image credit by social media
क्या है पूरा मामला
आरोप है कि रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर 14 लोगों से धोखाधड़ी की गई. शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि उनसे करीब 91 लाख की ठगी की गई. इसमें बताया गया है कि आरोपियों ने बकायदा भर्ती फॉर्म भी भरवाए. यहां तक कि फर्जी मेडिकल भी करवाया गया था. ये पूरा मामला ग्रुप D में नौकरी लगाने के नाम पर किया गया. इसके अलावा आरोपियों ने बिलासपुर में मेडिकल परीक्षण करवाने के साथ साथ, अलग अलग जगहों पर रेलवे फाटकों को खोलने एवं बंद करने का 3 माह का फर्जी प्रशिक्षण भी करवाया था.
रेलवे में खासकर छत्तीसगढ़ में अभी इसी साल कई ऐसे मामले आये हैं जिसमें नौकरी के नाम पर ठगी की गई है. उन लोगों के खिलाफ मामले भी दर्ज हुए थे और कई गिरफ़्तारियां भी हुई थी लेकिन इसके बाद भी ऐसे मामले आते रहे हैं. अभी बीते अप्रैल महीने में ही रायपुर में रेलवे में भर्ती को लेकर 14 लाख की ठगी का केस दर्ज हुआ था.
देश में बेरोजगारी की दर इतनी ज्यादा है की लोग नौकरी लेने के लिये किसी भी रास्ते का सहारा लेते है. सरकारों विशेषकर केंद्र सरकार को ये पूरी कोशिश करनी चाहिए की इस प्रकार लोगो के साथ ठगी ना हो. जिन राज्यो में इस तरह के मामले ज्यादा आते है वहाँ के लिए एक टीम बना कर जाँच करनी चाहिए जिससे ऐसे गिरोहों का पता चल सके
सतना।। छत्तीसगढ़ के राज्य मंत्री मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ विनय जायसवाल एवं उनकी पत्नी महापौर चिरमिरी कंचन जायसवाल ने परिवार सहित मां शारदा के दरबार में हाजिरी लगाकर छत्तीसगढ़ एवं मध्य प्रदेश की जनता के खुशहाली का आशीर्वाद मांगा जबलपुर से बाय रोड आने के पश्चात सर्किट हाउस में रुककर डॉक्टर जयसवाल ने माता के दर्शन किए
दर्शन पश्चात पूर्व पार्षद रमेश प्रजापति के घर परिवार सहित भोजन ग्रहण कर लाल कोठी घई निवास में चाय ली एवं कार्यकर्ताओं से मुलाकात की इसमे प्रमुख रूप से मध्यप्रदेश कांग्रेस के महासचिव धर्मेश गई ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष प्रभात द्विवेदी दद्दा चंद्रकांत चौरसिया जिलाध्यक्ष नगरी प्रकोष्ठ पूर्व पार्षद रमेश प्रजापति अधिवक्ता रजनीश शर्मा अखिल मिश्रा लाले ताम्रकार उचेहरा कांग्रेस नेता अजय विश्वकर्मा शिवम पांडे सौरभ केसरी सुनील कोरी आदि कांग्रेस कार्यकर्ता उक्त अवसर पर मौजूद रहे।
Weather News: मध्य प्रदेश औऱ छत्तीसगढ़ के ज्यादातर इलाकों में तेज गर्मी पड़ने लगी है. मंगलवार को रायपुर समेत ज्यादातर जगहों पर दिन का तापमान 42.8 डिग्री तक पहुंच गया. वहीं मध्यप्रदेश का तापमान भी लगातार बढ़ते जा रहा है. प्रदेश के अधिकतर जिलों का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के ऊपर दर्ज हुआ. इस सीजन में पहली बार लू भी चली है. जिसका सबसे ज्यादा असर खरगोन, धार, रतलाम में देखने को मिला है.
छत्तीसगढ़ में चढ़ने लगा पारा
राजधानी रायपुर की बात करें तो वहां 42.8 डिग्री तापमान दर्ज किया गया है. इसके अलावा सक्ती जिले में सबसे ज्यादा 45.4 डिग्री तापमान दर्ज. बिलासपुर में 42.2, पेंड्रा रोड में 38.6, अंबिकापुर में 39.3 डिग्री तापमान दर्ज. जगदलपुर में 41, दुर्ग में 43.6 औऱ राजनांदगांव में 42.4 डिग्री तापमान दर्ज किया गया है.
देखें मध्यप्रदेश में मौसम का हाल
मंगलवार को प्रदेश की बात करें भोपाल वेस्टर्न डिस्टरबेंस से प्रदेश के कई हिस्सों में मौसम का मिजाज बदल गया है. गुना, श्योपुर कलां, मंदसौर,नरसिंगपुर, छतरपुर, सागर, जबलपुर में दर्ज हुई बारिश. वहीं अनूपपुर, जबलपुर, शहडोल,मंडला,डिंडोरी, बालाघाट में गरज-चमक के साथ बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है. इसके अलावा भिंड, मुरैना, दतिया, सीहोर, कटनी, हरदा, नर्मदापुरम, रायसेन, दमोह, बैतूल, में भी हो सकती है गरज-चमक के साथ बारिश. बारिश के चलते अधितकम तापमान में 2-3℃ की गिरावट दर्ज की गई है. सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान 44.5℃ दर्ज हुआ टीकमगढ़ में. भोपाल में 41.1℃, इंदौर में 39.4℃, ग्वालियर में 41.8℃ और जबलपुर में 41.1℃ दर्ज हुआ तापमान.
जल्द चलेगी लू
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि 16 मई के बाद से आधा दर्जन जिलों में लू का असर देखने को मिल सकता है. वहीं आने वाले दिनों में पारा बढ़कर 48 डिग्री पार तक पहुंच सकता है. वहीं कल यानी 16 मई के बाद से प्रदेश के कई जिलों में लू चलने के आसार है. मौसम विभाग के मुताबिक फिलहाल प्रदेश में मौसम को प्रभावित करने वाला कोई सिस्टम एक्टिव नहीं है. बंगाल की खाड़ी में बने तीव्र चक्रवाती तूफान मोचा का भी असर प्रदेश में दिखाई नहीं दे रहा है. जिसके कारण मौसम शुष्क बना हुआ है. मौसम विज्ञानियों के अनुसार प्रदेश में अभी मौसम शुष्क रहेगा.