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  • CG Budget 2024: राज्य सरकार ने कृषि बजट में की 33 प्रतिशत की वृद्धि, किसानों को मिलेगा ब्याज मुक्त ऋण, सतरेंगा बांध में होगी एक्वा पार्क की स्थापना

    CG BUDGET 2024 :राज्य सरकार ने कृषि विभाग के बजट में पिछले वर्ष की तुलना में 33 प्रतिशत की वृद्धि की है। यह राशि बढ़कर 13 हजार 438 करोड़ रुपये पहुंच चुका है। इसके साथ ही चुनावी घोषणा-पत्र में की गई भाजपा की एक और गारंटी पूरी होने वाली है। 3,100 रुपये में धान खरीदी के वादे के बाद अंतर की राशि के भुगतान के लिए विष्णुदेव सरकार ने बजट में प्रविधान किया है। कृषि उन्नति योजना के क्रियान्वयन के लिए राज्य सरकार ने 10 हजार करोड़ रुपये का बजट आरक्षित किया है।

    सतना टाइम्स डॉट इन

    सरकार ने 2,203 रुपये के हिसाब से खरीफ सीजन में धान की खरीदी की है। अब बाकी राशि को शीघ्र ही किसानों के खाते में अंतरित किया जाएगा। इससे पहले विधानसभा में पेश 13,487 करोड़ के अनुपूरक बजट में कृषि उन्नत योजना के लिए 12 हजार करोड़ का प्रविधान किया गया था। कृषि विभाग के अधिकारियों के मुताबिक प्रदेश में समर्थन मूल्य पर अब तक की सबसे बड़ी धान की खरीदी हुई है। एक नवंबर से चार फरवरी तक चले इस अभियान में 24 लाख 72 हजार से अधिक किसानों ने 144.92 लाख टन धान का विक्रय किया, जिसके बाद किसानों को 30 हजार 68 करोड़ 81 लाख रुपये का भुगतान किया जा चुका है। इस वर्ष 130 लाख टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया था। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष धान खरीदी से 37.39 लाख टन अधिक हुई है।

    किसानों को सहकारी बैंकों से ब्याज मुक्त कृषि ऋण उपलब्ध कराने के लिए 8,500 करोड़ की साख सीमा निर्धारित की गई है। इस राशि पर ब्याज अनुदान के लिए 317 करोड़ रुपये का लाभ किसानों को मिलेगा। गौरतलब है कि इससे पहले प्रदेश में ब्याज अनुदान नियम 2021 में संशोधन प्रारूप का अनुमोदन किया जा चुका है।

    कृषि क्षेत्रों के लिए यह आकर्षण

    1. प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत ग्राम सतरेंगा (जिला कोरबा) में एक्वा पार्क की स्थापना की जाएगी। इसके लिए पांच करोड़ रुपये का प्रविधान किया गया है।
    2. कृषि में आधुनिक उपकरणों के प्रयोग को बढ़ावा देने कृषि अभियांत्रिकी संचालनालय की स्थापना एवं राज्य स्तरीय नवीन कृषि यंत्र परीक्षण प्रयोगशाला के भवन निर्माण।
    3. दुर्ग एवं सरगुजा जिले में कृषि यंत्री कार्यालय की स्थापना।
    4. रासायनिक उर्वरकों की जांच के लिए सरगुजा जिले में गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशाला।
    5. उद्यानिकी को बढ़ावा देने के लिए 14 विकासखंडों में नवीन नर्सरी की स्थापना की जाएगी। पूर्व से संचालित 20 नर्सरियों में भर्ती।
    6. जशपुर के जिले के पशु कुंवारपुर एवं माड़ीसरई, कोल्हेनझरिया पशु चिकित्सालय का उन्नयन।
  • CG News: विष्णु देव साय होंगे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री, राज्य को मिलेगा पहला आदिवासी सीएम

    CG News: छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री कौन होगा, इसे लेकर कयासों और अटकलों का धुंध छंट गया है। विष्णु देव साय छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री होंगे। यह नाम सामने आते ही राजधानी रायपुर सहित पूरे प्रदेश में बीजेपी कार्यकर्ताओं और जनता में काफी उल्लास है।

    Image credit by Google

    विष्णु देव साय का नाम बतौर मुख्यमंत्री रायपुर में हुई बीजेपी विधायक दल की बैठक के बाद सामने आया है। नाम की घोषणा करने के लिए बीजेपी पर्यवेक्षक अर्जुन मुंडा, सर्वानंद और दुष्यंत कुमार आज सुबह ही रायपुर पहुंचे थे।

    बंद हुआ अटकलों का बाजार

    छत्तीसगढ़ का अगला सीएम कुआँ होगा, इसे लेकर बीजेपी के ऑब्जर्वर और विधायकों की बैठक आज दिन में दोपहर बाद लगभग 2 बजे शुरू हुई थी।बता दें कि छत्तीसगढ़ के नए सीएम को लेकर काफी अभी अटकलें लगाईं गई थी। कयास लगाए गए हैं कि ओबीसी वर्ग से अरुण साव और ओपी चौधरी, आदिवासी मुख्यमंत्री के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री विष्णुदेव साय और रेणुका सिंह के नाम पर मुहर लग सकती है।


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    छतीसगढ़ के पहले आदिवासी मुख्यमंत्री

    सीएम पद की शपथ लेने के बाद विष्णु देव साय छतीसगढ़ का मुख्यमंत्री बनने वाले वे पहले आदिवासी मुख्यमंत्री होंगे।सीएम पद की शपथ ग्रहण की घोषणा जल्द ही राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन द्वारा की जाएगी।

    विष्णु देव साय: एक बेदाग़ चेहरा

    विष्णु देव साय छत्तीसगढ़ में बीजेपी पार्टी का लोकप्रिय और मान्य आदिवासी चेहरा हैं। अभी तक किसी बड़े विवाद या भ्रष्टाचार में इनका नाम नहीं रहा है। इसलिए ये जनता में साफ़-सुथरी छवि रखते हैं।


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    राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है उनकी बेदाग़ छवि सबसे बड़ी ताकत है, जिसे बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व अनदेखा नहीं कर पाया।बता दें, इन्हें एकबार प्रदेश अध्यक्ष पद हटाया भी जा चुका है। लेकिन पद से हटाए जाने के बाद भी वे पार्टी जुड़े रहे। ये पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और आरएसएस (RSS) से काफी करीबी रखते हैं।

    पंच से मुख्यमंत्री तक का सफ़र

    विष्णु देव साय का राजनीतिक कैरियर बतौर सरपंच शुरू, जब वे बगिया गांव के निर्विरोध सरपंच चुने गए। साय पहली बार 1990 में विधायक बने थे और 1998 तक विधायक रहे।उन्होंने पहला लोकसभा का चुनाव 1999 में लड़ा और जीतकर संसद पहुंचे। साय 2004 में दोबारा सांसद बने। इसके बाद 2009 और 2014 में लोकसभा चुनाव लड़ा और जीते। वे मोदी मंत्रिमंडल में बतौर केंद्रीय मंत्री काम कर चुके हैं।

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    साय रायगढ़ से तीन बार सांसद  रहे हैं। जिससे रायगढ़ के जनता में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है।

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