Satna Today News : उचेहरा के जंगल में फंदा लगाकर तेंदुए का शिकार
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सतना(SATNA)।।सतना वन परिक्षेत्र के जंगलों में नही रुक रहा जंगली जानकारों का शिकार ,आए दिन तेंदुआ बाघ बन रहे शिकारियों का निशाना सतना वन मंडल के उचेहरा वन परिक्षेत्र अंतर्गत आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र परसमनिया के जंगल में मझगवां बीट के खोह गांव में एक वयस्क तेंदुआ मृत पड़ा मिला। शव सड़ने गलने लगा था और उससे तीव्र दुर्गंध आ रही थी।
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ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन अमले को दी। जिसके बाद वन अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच- पड़ताल शुरू कर प्रकरण दर्ज का मामला जांच में लिया है। पंचनामा के बाद तेंदुए के शव का अंतिम संस्कार किया जा चुका है। बताया गया की जिस स्थान पर तेंदुए का शव पाया गया वहां से कुछ ही दूरी पर जंगल की जमीन पर एक व्यक्ति द्वारा कब्जे किए हुए है और खेत पर क्लच वायर का फंदा भी मिला है।
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वह यहां खेती करता है। अपनी फसल को वन्य प्राणियों से बचाने के लिए उसने क्लच वायर का फंदा लगा रखा था। इस फंदे में तेंदुआ फंस गया और उसकी मौत हो गई। बाद में उसके शव को वहां से उठा कर एक खाईनुमा गड्ढे में फेंक दिया।
वन्य प्राणियों के लिए अनुकूल है परसमनिया का जंगल
जानकारों की माने तो उचेहरा समूचा जंगल वन्य प्राणियों के लिए अनुकूल है पन्ना नेशनल पार्क कल्दा से जुड़ा पनिहाई और आलमपुर से बाघ के पुराना कॉरिडोर के रूप में जाना जाता है। हर वर्ष यहां बाघ और तेंदुए भटकते हुए आ जाते हैं।
पूर्व में भी क्षेत्र में हो चुका तेंदुए का शिकार
उचेहरा रेंज में इस वर्ष का यह पहला मामला सामने आया है । पिछले वर्ष 1 जुलाई को 2022 को क्षेत्र के महाराजपुर तलाब में भी एक नर तेंदुए का शिकार किया हुआ था। जिसमे गांव के ही कुछ आदिवासियों द्वारा जंगली जानवरों के शिकार हेतु जाल लगाया था और जाल में फसकर तेंदुए को मौत हो गई
Article By – Anupam Dahiya