Singrauli : उपखण्ड सिंगरौली का दफ्तर लिपिक विहीन! खण्ड लेखक एवं कुछ भृत्य सर्वे सर्वा, पेशी से कास्तकार परेशान

सिंगरौली ।। उपखण्ड कार्यालय सिंगरौली इन दिनों स्टाफ की समस्या से जूझ रहा है। यहां खण्ड लेखक एवं कुछ भृत्य सर्वे सर्वा हैं और उन्हीं की चल भी रही है। हर सप्ताह पेशी से कास्तकार भी परेशान हो गये हैं।दरअसल यहां इकलौते लिपिक रामलाल प्रजापति का कलेक्टोरेट कार्यालय के लिए स्थानांतरण कर दिया गया था। बाद में लिपिक सक्रिय होकर स्थानांतरण निरस्त करा लिया।

लेकिन एसडीएम को यह बात नागवार लगी और उन्होंने लिपिक को तहसील कार्यालय में कामकाज के लिए बैठा दिया गया। सूत्र बताते हैं कि उपखण्ड कार्यालय में खण्ड लेखक एवं कुछ भृत्य सर्वे सर्वा हैं और इन्हीं के इशारे पर काम हो रहा है। आरोप तो यहां तक लग रहे हैं कि जिन कास्तकारों का प्रकरण उपखण्ड कार्यालय में चल रहा है उन्हें एक सप्ताह के अंदर ही पेशी दी जा रही है। जबकि पेशी की तारीख 15 दिन में देनी चाहिए। पेशी की तारीख लगातार नजदीक देने पर कामकाज करने वाले खण्ड लेखक की कार्यप्रणाली पर भी इन दिनों तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं।
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फिलहाल उपखण्डकार्यालय में लिपिक न होने से कुछ खण्ड लेखक इसका भरपूर फायदा उठा रहे हैं और इसका असर मौजूदा भाजपा सरकार पर भी हो रहा है। परेशान कास्तकार भाजपा सरकार एवं नेताओं को भी कोसने में कोई कोर-कसर नहंी छोड़ रहे हैं। उनका आरोप है कि भाजपा के नेता इन मुद्दों को लेकर गंभीर नहीं हैं। अपने स्वार्थ के चलते अधिकारियों पर दबाव भी नहीं बना पाते हैं। इसीलिए भाजपा की फजीहत शुरू भी है।