Seoni News: एटीएम कार्ड बदलकर महिलाओं और बच्चों को ठगते थे राजस्थान के ठग, चार गिरफ्तार

Seoni News: विभिन्ना शहरों के एटीएम बूथ में जाकर एटीएम कार्ड बदलकर महिलाओं और बच्चों ठगने वाले राजस्थान के ठग गिरोह के चार सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से विभिन्ना बैंकों के 30 एटीएम कार्ड, एक कार, पांच मोबाइल फोन व 8500 रुपये नकद जब्त किए गए हैं।साथ ही आरोपितों के खाते में जमा 4.50 लाख रुपये फ्रीज करने की कार्रवाई की गई है।सिवनी में महिला को बनाया था निशाना

एटीएम कार्ड बदलकर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश एसपी रामजी श्रीवास्तव ने बुधवार की शाम कंट्रोल रूम में आयोजित प्रेसवार्ता में किया है। उन्होंने बताया है कि राजस्थान के धौलपुर निवासी शाहरुख पुत्र गफ्फूर खान, अजय पुत्र शिवसिंह, ईशाक पुत्र नन्हे खान व जबलपुर के द्वारका नगर निवासी राजा पुत्र दिनेशचंद्र वर्मा ने बीते नवंबर माह में सिवनी के डूंडासिवनी थाना क्षेत्र के बरघाट रोड में बिजली कार्यालय के पास भारतीय स्टेट बैंक के एटीएम बूथ में एक महिला को निशाना बनाया था। इसकी शिकायत टैगोर वार्ड निवासी पीड़ित महिला हृदयेश सूर्यवंशी ने 25 दिसंबर को डूंडा सिवनी थाना में की थी। शिकायत के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपितों को पकड़ने के प्रयास शुरू किए थे।
निकाल लिए 10.49 लाख रुपये
पीड़ित महिला ने शिकायत में बताया था कि 27 नवंबर को वह बरघाट रोड स्थित बिजली कार्यालय के सामने के एटीएम बूथ में रुपये निकालने गई थी। यहां रुपये निकालने में मदद करने के बहाने अज्ञात व्यक्ति ने एटीएम कार्ड बदल लिया था।इसके बाद 27 नवंबर से 15 दिसंबर तक उसके बैंक खाते थे 10.49 लाखों रुपये निकाले गए।
फिर ठगी की वारदात को अंजाम देने निकले थे, पुलिस ने किया गिरफ्तार
एसपी रामजी श्रीवास्तव ने बताया है कि पीड़ित महिला की शिकायत के बाद टीम गठित कर आरोपितों की तलाश शुरू की गई।पीड़ित महिला के बैंक खाते से हुए ट्रांजेक्शन के आधार पर जिन जिन स्थानों से राशि निकाली गई थी उन स्थानों के सीसीटीवी फुटेज एकत्र किए गए।इन फुटेज के आधार पर अपराध में शामिल किए गए वाहन की जानकारी प्राप्त की गई। साइबर सेल से तकनीकी सहायता के आधार पर चार आरोपितों को मंगलवार की रात जबलपुर से पकड़ा गया। चारों आरोपित किसी अन्य स्थान पर ठगी करने जा रहे थे। हिरासत में लेकर जब आरोपियों से पूछताछ की गई तो उन्होंने 27 नवंबर को सिवनी के बरघाट रोड स्थित एटीएम बूथ से पीड़ित महिला की रुपये निकालने में मदद करने के बहाने एटीएम कार्ड बदलने की बात कुबूल की। साथ ही मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, उत्तराखंड के विभिन्ना स्थानों में एटीएम से रुपये भी निकालने की बात कुबूल की। एसपी ने बताया है कि आरोपितों को पुलिस रिमांड में लेकर पूछताछ की जाएगी।
बड़ी चालाकी से बदल देते हैं एटीएम कार्ड
एसपी ने बताया है कि पकड़े गए आरोपित अलग-अलग प्रदेश के अलग-अलग शहरों में जाकर एटीएम कार्ड बदलकर ठगी की वारदात को अंजाम देते हैं। वह एटीएम मशीन में अपना कार्ड डालकर पूरी प्रोसेस होने के पहले ही निकाल लेते हैं और जब कोई महिला या बच्चा रुपये निकालने के लिए उसी मशीन में अपना एटीएम कार्ड डालते हैं तो उसकी प्रोसेस आगे नहीं बढ़ती है। इसके बाद आरोपित रुपये निकालने में मदद करने के बहाने तीन चार बार एटीएम कार्ड मशीन में डालते हैं और इस दौरान कार्डधारक द्वारा डाले गए पासवर्ड को भी जान लेते हैं।इसी बीच बड़ी चालाकी से जिस बैंक का एटीएम कार्ड है, उसी बैंक का हूबहू एटीएम कार्ड बदल कर रफू चक्कर हो जाते हैं।इसके बाद वह बदले गए एटीएम कार्ड से आनलाइन शापिंग समेत अन्य तरह से रुपये निकाल लेते हैं।इन शातिर आरोपितों को पकड़ने में डूंडासिवनी थाना प्रभारी देवकरण डेहरिया, उप निरीक्षक अर्पित भैरम, सहायक उप निरीक्षक देवेंद्र जायसवाल, प्रधान आरक्षक शेखर बघेल, राकेश ठाकुर, आरक्षक अजय बघेल, विनय चौरिया, सैनिक वकील खान का योगदान रहा।
एटीएम में जाएं तो अनजान से ना करें बात
प्रेसवार्ता के दौरान एसपी रामजी श्रीवास्तव ने कहा कि ज्यादातर महिलाएं व बच्चे ठगों का आसान शिकार बनते हैं।इस पर उन्होंने कहा है कि जब भी महिलाएं, बच्चे व अन्य लोग एटीएम मशीन से पैसा निकालने जाए तो अनजान लोगों से बात ना करें और ना ही उनसे किसी तरह की मदद लें। ऐसा कर वह अपने आप को ठगी का शिकार होने से बचा सकते हैं।
