UP और MP सरकार चित्रकूट के विकास में नही छोड़ेगी कोई कसर, अयोध्या की तर्ज पर होगा चित्रकूट विकास

सतना,मध्यप्रदेश।।अयोध्या की तर्ज पर धार्मिक नगरी चित्रकुट का भी विकास किया जाएगा।मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश की सरकार दोनों मिलकर चित्रकूट के विकास में कोई कसर नहीं छोडेंगे। सीएम ने यह बात चित्रकूट के दो दिन दौरे पर आए एक भाषण के दौरान कही है।सीएम ने कहा कि अयोध्या में 500 वर्ष के अंतराल के बाद रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई है। तब से पूरे देष में सनातन संस्कृति की धारा बह रही है। चित्रकूट के कण-कण में भगवान राम की महिमा व्याप्त है। अयोध्या की तरह तीर्थस्थल चित्रकूट का भी विकास किया जायेगा।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सतना जिले के दो दिवसीय दौरे पर शनिवार शाम चित्रकूट पहुंचे। उन्होंने चित्रकूट के राघव प्रयाग घाट पर अंतरराष्ट्रीय रामलीला महोत्सव के समापन समारोह में हिस्सा लिया। उन्होंने अपनी पत्नी सीमा यादव के साथ रामलीला मंचन भी देखी।मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि भगवान राम के चरित्र प्रसंगों को समेटे चित्रकूट का यह क्षेत्र अलग-अलग स्वरूपों के साथ मनोरम है।चित्रकूट की धरती पर भगवान राम मर्यादा पुरूषोत्तम कहलाये।

रामलीला को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुचाने वाले हमारे कलाकार है

राम की लीला को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मलेषिया, इंडोनेषिया, थाइलैंण्ड, कम्बोडिया में भी प्रेरणा के रूप में पहुंचाने वाले हमारे कलाकार हैं। उन्होंने कहा कि चित्रकूट में अंतर्राष्ट्रीय रामलीला में प्रस्तुतियां देने वाले ये सभी कलाकार महाकाल की नगर उज्जैन से आते हैं। मध्यप्रदेश में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है।

चित्रकूट को अच्छा बनाना सरकार का संकल्प

मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान श्रीराम के तीर्थ चित्रकूट को सबसे अच्छा बनाना सरकार का संकल्प है। भौतिक संरचना के साथ समाज में बदलाव लाने की संकल्पना भी होनी चाहिए। राज्य सरकार ने सभी त्यौहारों को धूमधाम से मनाने का निर्णय लिया है। पुरूषार्थ और पराक्रम के प्रतीक दशहरा के दिन सभी स्थानों पर शस्त्र पूजन किया गया है।

रामलीला का आनंद लेने स्वयं पहुँचा हु चित्रकूट

दीपावली के अवसर पर श्रीराम के प्रसंगों पर आधारित रामलीला का आनंद लेने वह स्वयं श्रीराम के धाम चित्रकूट आये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने दीवाली के अवसर पर गोवर्धन पूजा का पर्व मंत्रिमण्डल के सहयोगी और जनप्रतिनिधियों के साथ मनाये जाने का निर्णय लिया है।

पशुपालकों को दुग्ध उत्पादन पर मिलेगा बोनस

उन्होंने कहा कि वर्तमान में मध्यप्रदेश की दूध उत्पादन क्षमता देश की तुलना में 9 प्रतिशत है। हम इसे अगले 2 वर्षों में 20 प्रतिशत तक ले जाएंगे। पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए पशुपालकों को किसानों की तरह दूध उत्पादन पर बोनस दिया जाएगा। हर घर में गाय पालने को प्रोत्साहन दिया जाएगा और गोवर्धन पूजा भी की जाएगी। मध्यप्रदेश सरकार बड़ी गौशालाओं को आर्थिक मदद देगी।

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