loksabha election 2024

  • चुनाव नतीजों से पहले इलेक्शन कमीशन की प्रेस कॉन्फ्रेंस, CEC ने काउंटिंग को लेकर कही अहम बात

    नईदिल्ली।  लोकसभा चुनाव परिणामों (Lok Sabha election results) से पहले इलेक्शन कमीशन (Election Commission’s) ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस (press conference) की। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार (Rajiv Kumar) ने कहा कि इस बार के चुनावों में मतदाताओं ने कई रिकॉर्ड कायम किय हैं। सीईसी (CEC) ने कहा कि इस बार महिलाओं ने भी बढ़ चढ़कर वोटिंग की है।

    सीईसी राजीव कुमार ने कहा कि इस बार 31 करोड़ महिलाओं ने वोटिंग की है, जो पहली बार हुआ है। उन्होंने कहा कि घर से ही वोटिंग करने का भी रिकॉर्ड बना है।

    चुनाव में बना विश्व रिकॉर्ड
    सीईसी ने कहा कि भारत ने लोकसभा चुनाव में 31 करोड़ 20 लाख महिलाओं सहित 64 करोड़ 20 मतदाताओं के भाग लेने के साथ विश्व रिकॉर्ड बनाया।

    इस बार कम पुनर्मतदान सुनिश्चित हुआ
    सीईसी ने कहा कि चुनाव कर्मियों के सावधानीपूर्वक काम के कारण इस बार कम पुनर्मतदान सुनिश्चित हुआ। हमने 2024 के लोकसभा चुनाव में 39 पुनर्मतदान देखे, जबकि 2019 में 540 पुनर्मतदान हुए थे और 39 में से 25 पुनर्मतदान केवल 2 राज्यों में थे।

    लोकसभा चुनावों पर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि यह उन आम चुनावों में से एक है, जिसमें हमने हिंसा नहीं देखी। इसके लिए दो साल की तैयारी की जरूरत थी। सीईसी ने इसी के साथ कहा कि हमने काउंटिंग के लिए भी पूरी तैयारी कर रखी है।

  • Exit Polls 2024 :आज से शुरू होंगे EXIT Polls,

    नईदिल्ली (New Delhi)। लोकसभा चुनाव 2024 (lok sabha election 2024) के सातवें और आखिरी चरण (seventh and last phase) के तहत शनिवार को देशभर में वोटिंग हो रही है. इसके बाद चुनावों के नतीजों की घोषणा (Announcement of election results) चार जून को की जाएगी. लेकिन चुनावी नतीजों से पहले शनिवार शाम से ही एग्जिट पोल (Exit Poll) के नतीजे आने शुरू हो जाएंगे. ऐसे में ये जान लेना जरूरी है कि एग्जिट पोल (Exit Poll) होता क्या है? इसे कैसे कराया जाता है? और आखिर इसकी शुरुआत कैसे हुई?

    Exit Polls 2024 :आज से शुरू होंगे EXIT Polls,

    क्या होता है एग्जिट पोल?
    किसी भी चुनाव में मतदान के बाद जब वोटर पोलिंग बूथ से बाहर निकलता है तो उससे पूछा जाता है कि उसने किस पार्टी या उम्मीदवार को वोट दिया है. इस सर्वे के लिए देश की कई प्रमुख एजेंसियां शामिल रहती हैं, जो अलग-अलग ढंग से एग्जिट पोल करती हैं. ये एजेंसियां मतदान के दिन अपने लोगों को पोलिंग बूथ के बाहर तैनात करती हैं, जैसे ही वोटर मतदान कर बाहर निकलते हैं. उनसे कई तरह के सवाल पूछे जाते हैं, मसलन- उन्होंने किस पार्टी को वोट दिया. प्रधानमंत्री पद के लिए उनका पसंदीदा उम्मीदवार कौन सा है, वगैरह-वगैरह।

    एग्जिट पोल को रिप्रेजेन्टेशन ऑफ द पीपुल्स एक्ट 1951 के सेक्शन 126ए के तहत नियंत्रित किया जाता है. वहीं, चुनाव आयोग एग्जिट पोल को लेकर बकायदा दिशानिर्देश भी जारी करता है, जिसमें बताया जाता है कि एग्जिट पोल का तरीका क्या होना चाहिए।

    एग्जिट पोल की शुरुआत कैसे हुई?
    भारत की तरह दुनियाभर के कई देशों में चुनावों से पहले एग्जिट पोल कराए जाते हैं. अमेरिका से लेकर एशिया और अफ्रीका तक कई महाद्वीपों पर ये पोल कराए जाते रहे हैं. लेकिन सबसे पहला एग्जिट पोल 1936 में अमेरिका में कराया गया था. उस समय जॉर्ज गैलप और क्लॉड रॉबिनसन ने न्यूयॉर्क में सर्वे किया था. मतदान केंद्रों से बाहर आ रहे वोटर्स से पूछा गया था कि कि उन्होंने राष्ट्रपति पद के लिए किस उम्मीदवार को वोट दिया है।

    इस एग्जिट पोल में फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट के जीतने का अनुमान जताया गया था, जो चुनावी नतीजों में सच साबित हुआ. इसके बाद दुनियाभर में एग्जिट पोल का चलन तेजी से फैला. इसके बाद 1937 में ब्रिटेन और 1938 में फ्रांस में पहले एग्जिट पोल हुए।

    भारत में पहला एग्जिट पोल कब हुआ था?
    भारत में 1957 में दूसरे आम चुनाव में पहली बार एग्जिट पोल कराया गया था. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक ओपिनियन ने ये पोल कराया था. लेकिन इसे पूरा तरह से एग्जिट पोल नहीं कहा गया. इसके बाद 1980 में डॉ. प्रणय रॉय ने पहला एग्जिट पोल कराया था।

    1996 का लोकसभा चुनाव एग्जिट पोल के लिहाज से काफी अहम था. उस समय दूरदर्शन पर एग्जिट पोल दिखाए गए थे. ये पहली बार था जब टीवी पर एग्जिट पोल के नतीजे दिखाए गए. ये सर्वे सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसाइटीज (CSDS) ने किया था। उस चुनाव में CSDS ने अपने एग्जिट पोल में खंडित जनादेश का अनुमान लगाया था. हुआ भी ऐसा ही था. बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, लेकिन बहुमत से दूर रह गई थी. अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री बने, लेकिन बहुमत नहीं होने के कारण 13 दिन में ही इस्तीफा देना पड़ा।

  • सात चरणों का लोकसभा चुनाव आज समाप्त, पीएम मोदी की वाराणसी पर रहेगी नजर

    2024 के लोकसभा चुनाव का सातवाँ और अंतिम चरण आज सुबह शुरू हो रहा है। पंजाब और उत्तर प्रदेश में 13-13, बंगाल में नौ, बिहार में आठ, ओडिशा में छह, हिमाचल प्रदेश में चार और झारखंड तथा चंडीगढ़ में तीन-सात राज्यों की 57 सीटों पर 55 दिन पहले यानी 19 अप्रैल को शुरू हुआ एक बड़ा मतदान होगा। मतदान देश के कई हिस्सों में भीषण गर्मी के बीच होगा, जिसमें मतदान करने वाले भी शामिल हैं.

    Seven-phase Lok Sabha election ends today, PM Modi will keep an eye on Varanasi

    ओडिशा में गर्मी से संबंधित कम से कम 10 मौतें हुई हैं, जबकि बिहार और उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों में तापमान के कारण सात चुनाव अधिकारियों की मौत हो गई है। कुल मिलाकर 30 से अधिक गर्मी से संबंधित मौतों का संदेह है, क्योंकि उपरोक्त राज्यों में दिन का तापमान प्रतिदिन 45 डिग्री सेल्सियस को पार कर जाता है, जिससे मतदान को लेकर चिंता बढ़ जाती है।

    कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने एनडीटीवी से कहा है कि इस सवाल का जवाब – परिणाम घोषित होने के बाद – सदस्य-दलों के साथ बैठकर दिया जाएगा। दूसरे शब्दों में, अगर गठबंधन नहीं जीतता है तो इस बारे में बात करने का कोई मतलब नहीं है कि प्रधानमंत्री कौन बनेगा। हालांकि, आज उन्होंने उस लाइन से अलग हटकर राहुल गांधी को चुना – जो, बेशक, सबसे संभावित सर्वसम्मति उम्मीदवार प्रतीत होते हैं, यदि किसी की जरूरत हो – प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में। इस चरण में एक और सुर्खियां ओडिशा में भाजपा-बीजद के बीच विवाद रही, जहां एक साथ लोकसभा और विधानसभा चुनाव हो रहे हैं।

    मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की “बढ़ती उम्र और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं” का इस्तेमाल श्री मोदी ने बीजद प्रमुख पर हमला करने के लिए किया है। 77 वर्षीय श्री पटनायक ने अपने ही अंदाज में पलटवार करते हुए कहा कि यदि 73 वर्षीय प्रधानमंत्री उनके स्वास्थ्य के बारे में चिंतित हैं तो उन्हें उनसे सीधे बात करने में संकोच नहीं करना चाहिए। इसके अलावा, इस चरण से पहले, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भाजपा पर अंतिम हमला किया, जिसमें मतदाताओं से आग्रह किया कि वे “हमारे लोकतंत्र और संविधान को निरंकुश शासन द्वारा बार-बार हमलों से सुरक्षित रखने के लिए अंतिम अवसर” का अधिकतम लाभ उठाएं।

    आखिरकार, तमिलनाडु में कन्याकुमारी में श्री मोदी की ध्यान यात्रा ने विवाद को जन्म दे दिया है, खासकर इसलिए क्योंकि उनकी पार्टी ऐतिहासिक रूप से दक्षिणी राज्य में संघर्ष करती रही है और चुनाव के बाद की यात्रा को विपक्ष ने मतदाताओं को प्रभावित करने के तरीके के रूप में देखा है। हालांकि, भाजपा ने जोर देकर कहा है कि यह एक व्यक्तिगत यात्रा है और इसका चुनाव से कोई संबंध नहीं है।

    प्रधानमंत्री का गढ़ वाराणसी

    प्रधानमंत्री का गढ़ वाराणसी
    इस चरण में ज़्यादातर ध्यान उत्तर प्रदेश में श्री मोदी की सीट वाराणसी पर रहेगा, जहाँ से उन्हें लगातार तीसरी बार जीतने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री ने 2019 में लगभग 6.8 लाख वोट और 63 प्रतिशत से ज़्यादा वोट शेयर के साथ जीत हासिल की थी। उनका मुक़ाबला कांग्रेस के अजय राय से है।

    प्रधानमंत्री ने 14 मई को भाजपा और उसके सहयोगियों के वरिष्ठ नेताओं के साथ अपना नामांकन दाखिल किया था, जिसमें पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह, साथ ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके मेघालय के समकक्ष कॉनराड संगमा शामिल थे।

    यह शाम को छह किलोमीटर के शानदार रोड शो के बाद हुआ।

    श्री राय ने पिछले तीन चुनावों में से प्रत्येक चुनाव मंदिर शहर से लड़ा है; पिछले दो चुनाव कांग्रेस नेता के रूप में और 2009 का चुनाव अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के सदस्य के रूप में।

    उनकी सबसे अच्छी वापसी 2019 में हुई थी – 1.5 लाख वोट और लगभग 14 प्रतिशत वोट शेयर।

    वाराणसी की जनसांख्यिकी में हिंदू लगभग 75 प्रतिशत और मुसलमान 20 प्रतिशत हैं।

    अनुमानित 10 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति से हैं जबकि 0.7 अनुसूचित जाति से हैं। जनसंख्या का ग्रामीण-शहरी विभाजन 65 से 35 प्रतिशत है।

    वाराणसी से दूर, सुर्खियों में पंजाब और बंगाल के बीच विभाजन होगा।

  • आखिरी चरण के मतदान से पहले राजा भैया बोले, ‘मोदी जी सरकार बनाने जा रहे हैं’

    यूपी (UP) की कुंडा (Kunda) सीट से विधायक रघुराज प्रताप सिंह (MLA Raghuraj Pratap Singh) उर्फ राजा भैया (Raja Bhaiya) ने इस बार प्रतापगढ़ और कौशाम्बी लोकसभा सीट (Lok Sabha Seat) पर न तो अपने प्रत्याशी उतारे थे और न ही दूसरे किसी दल को अपना समर्थन दिया था. उन्होंने अपने समर्थकों को फ्री हैंड देकर अपने हिसाब से वोटिंग करने के लिए कहा था. चुनाव के आखिरी चरण की वोटिंग से पहले राजा भैया का बड़ा बयान आया है. उन्होंने कहा है कि मोदी जी सरकार बनाने जा रहे हैं.

    आखिरी चरण के मतदान से पहले राजा भैया बोले, 'मोदी जी सरकार बनाने जा रहे हैं'

    झारखंड के देवघर पहुंचे राजा भैया ने बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा, “हमने लोकसभा में कोई प्रत्याशी नहीं उतारा है. न ही किसी की पार्टी को समर्थन दिया है. अपने कार्यकर्ताओं को फ्री छोड़ दिया है. सब अपने मन से मतदान कर रहे हैं. हम देश में नहीं घूम रहे हैं, लेकिन मोदी जी सरकार बनाने जा रहे हैं.”

    यूपी में राजा भैया के प्रभाव वाली दो सीटों कौशाम्बी और प्रतापगढ़ पर वोटिंग हो चुकी है. इन सीटों पर पहले माना जा रहा था कि वो अपनी पार्टी से उम्मीदवार उतारेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इसके बाद उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को अपने हिसाब से वोट करने के लिए कहा था. हालांकि बाद में कौशाम्बी से सपा उम्मीदवार पुष्पेंद्र सरोज ने दावा किया था कि उन्हें राजा भैया का आशीर्वाद मिल चुका है. बताया गया कि राजा भैया कौशाम्बी से बीजेपी सांसद और उम्मीदवार विनोद सोनकर से नाराज हैं.

    वहीं प्रतापगढ़ सीट से बीजेपी प्रत्याशी संगम लाल पटेल हैं, जबकि सपा की ओर से एसपी सिंह पटेल को उतारा गया है. अखिलेश यादव की प्रतापगढ़ रैली में भी जनसत्ता-समाजवाद के नारे लगे थे. बीते दिनों संगम लाल का एक वीडियो भी सामने आया था, जिसमें वो मंच पर रोते हुए कह रहे थे, “कुछ लोग मेरा विरोध कर रहे हैं, क्योंकि मैं तेली समाज से आता हूं. उन्होंने कहा कि क्या यहां राजाओं के गढ़ में क्षत्रिय ही सांसद बन सकता है, कोई तेली सांसद नहीं बन सकता है. उन्होंने कहा कि मैं तेली समाज से हूं इसलिए मेरा विरोध हो रहा है.”

    इसके अलावा बीजेपी प्रत्याशी के समर्थन में प्रचार करने पहुंचीं अपना दल एस की नेता अनुप्रिया पटेल ने भी राजा भैया पर हमला बोल दिया था. उन्होंने कहा था, “अब राजा लोकतंत्र में रानी के पेट से पैदा नहीं होता है. अब राजा ईवीएम के बटन से पैदा होता है. स्वघोषित राजाओं को लगता है कुंडा उनकी जागीर. उनके भ्रम को तोड़ने का अब आपके पास बहुत बड़ा और सुनहरा अवसर है.” राजा भैया ने इस पर पलटवार भी किया था.

    राजा भैया ने 2018 में बनाई थी जनसत्ता दल

    रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने जनसत्ता दल लोकतांत्रिक का गठन साल 2018 में किया था, जिसके बाद पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में पहली दो सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे. राजा भैया ने पूर्व सांसद अक्षय प्रताप सिंह गोपाल जी को प्रतापगढ़ से और कौशाम्बी सीट से पूर्व सांसद शैलेंद्र कुमार को उतारा था. हालांकि अक्षय प्रताप चौथे और शैलेंद्र कुमार तीसरे नंबर पर रहे थे. इसके बाद 2022 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 24 सीटों पर उम्मीदवार उतारे, जिनमें कुंडा और बाबागंज सीटों पर जीत मिली. राजा भैया कुंडा से 7वीं और विनोद सरोज बाबागंज सीट से चौथी बार विधायक बने.

    यूपी में आखिरी चरण में 13 सीटों पर वोटिंग

    लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में यूपी की 13 सीटों पर वोटिंग होगी. इन सीटों में घोसी, महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर और रॉबर्ट्सगंज शामिल हैं. 2019 के चुनाव में इनमें से केवल दो सीटों घोसी और गाजीपुर पर बीजेपी नहीं जीत पाई थी.

  • Lok Sabha Chunav 2024: सीएम मोहन यादव ने उज्जैन में परिवार के साथ किया मतदान

    मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के चौथे चरण की वोटिंग जारी है. इस बीच मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने परिवार के साथ मतदान किया. मतदान से पहले उन्होंने भगवान हनुमान के दर्शन किए. घर से निकलने से पहले उन्होंने पिता का भी आशीर्वाद लिया. मतदान के बाद सीएम मोहन यादव ने मतदान के बाद मीडिया से कहा कि देश को मजबूत करने के लिए मतदान करना जरूरी है. इस दौरान वे कांग्रेस पर भी जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने नकारात्मकता की सीमा पार कर दी. नोटा को प्रत्याशी बनाकर प्रचार करना गलत. उन्होंने कहा कि भगवान राम का अपमान करना कांग्रेस की परंपरा है. कांग्रेस ने पाकिस्तान की इज्जत की, इसलिए उसने हम पर दो-दो बार आक्रमण किए.

    Loksabha chunav 2024

    बता दें, 13 मई को मध्य प्रदेश की 8 सीटों देवास, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, धार, इंदौर, खरगोन और खंडवा में सुबह 7 बजे मतदान हो रहा है. एमपी की इन 8 लोकसभा सीटों पर 74 कैंडिडेट हैं. इनमें 69 पुरुष और 5 महिला शामिल हैं. इंदौर में सबसे ज्यादा 14 उम्मीदवार हैं. खरगोन में सबसे कम 5 प्रत्याशी हैं. चौथे चरण के मतदान में 1 करोड़ 63 लाख 70 हजार 654 मतदाता मत का प्रयोग कर रहे हैं. इनमें दिव्यांग मतदाता 1 लाख 53 हजार 324 हैं. 85 साल के मतदाताओं की संख्या 87 हजार 979, 100 साल के मतदाताओं की संख्या 2 हजार 231 है. 18 से 19 साल के मतदाताओं की संख्या 5 लाख 2 हजार 219 है. 20 से 29 साल के मतदाताओं की संख्या 40 लाख 5 हजार 121 है. चौथे चरण के चुनाव में 49 हजार 400 मतदाताओं ने घर से वोटिंग की.

    उज्जैन में बीजेपी के अनिल फिरोजिया और कांग्रेस के महेश परमार के बीच, इंदौर में बीजेपी के शंकर लालवानी और कांग्रेस के संजय सोलंकी के बीच, खरगोन में बीजेपी के गजेंद्र पटेल और कांग्रेस के पोरलाल खरते के बीच, रतलाम में बीजेपी की अनीता नागर चौहान और कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया के बीच, मंदसौर में बीजेपी के सुधीर गुप्ता और कांग्रेस के दिलीप सिंह गुर्जर के बीच, खंडवा में बीजेपी के ज्ञानेश्वर पाटील और कांग्रेस के नरेंद्र पटेल के बीच, धार में बीजेपी की सावित्री ठाकुर और कांग्रेस के राधेश्याम मुवेल के बीच, देवास में बीजेपी के महेंद्र सिंह सोलंकी और कांग्रेस के राजेंद्र राधाकिशन मालवीय के बीच मुकाबला है.

  • रुपाली गांगुली के बाद शेखर सुमन ने थामा बीजेपी का दामन

    Shekhar Suman Joins BJP: ‘हीरामंडी’ में हाल में नजर आए एक्टर शेखर सुमन ने बीजेपी ज्वाइन कर ली है. एक्टर ने बीजेपी का दामन दिल्ली में बीजेपी के हेडक्वाटर में थामा.

    Shekhar suman bjp joind

    इस मौके पर सिंपल सी व्हाइट प्रिटेंड शर्ट में नजर आए.

     

  • Loksabha Election 2024: चुनाव प्रचार के दौरान कंगना रनौत ने खुद की तुलना अमिताभ बच्चन से की, वीडियो वायरल

    कंगना रनौत राजनीति में उतरने के बाद से लगातार सुर्खियां बटोर रही हैं। हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से लोकसभा प्रत्याशी कंगना इन दिनों जमकर चुनाव प्रचार कर रही हैं। इस बीच उनका एक भाषण खूब ट्रोल हो गया।

    Loksabha Election 2024: चुनाव प्रचार के दौरान कंगना रनौत ने खुद की तुलना अमिताभ बच्चन से की, वीडियो वायरल
    Photo credit by Google

    खुद की तुलना अमिताभ बच्चन से की

    एक चुनावी कैंपेन में कंगना ने बिग बी को लेकर ऐसा कुछ कह दिया कि उनका खूब मजाक उड़ाया जा रहा है। एक भाषण के दौरान कंगना ने अपनी तुलना महानायक अमिताभ बच्चन से कर डाली। कंगना ने कुछ ऐसा कहा कि वह सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर ट्रेंड होने लग गईं। यूजर्स भी उनकी खिंचाई करते दिखाई दे रहे हैं। कंगना ने कहा कि इंडस्ट्री में अगर अमिताभ बच्चन के बाद किसी को सबसे अधिक प्यार और सम्मान मिलता है, तो वह उन्हें मिलता है।

    वीडियो में कंगना ने कहा, ‘सारा देश परेशान है चाहे राजस्थान चली जाऊं, चाहे मैं पश्चिम बंगाल चली जाऊं, चाहे मैं दिल्ली चली जाऊं, चाहे मैं मणिपुर चली जाऊं…ऐसा लगता है कि मानो इतना प्यार और इतना सम्मान…मैं दावे से कह सकती हूं कि इतना प्यार और इतना सम्मान अमिताभ बच्चन जी के बाद आज किसी को इंडस्ट्री में मिलता है, तो वो मुझे मिलता है।’source patrika

  • Loksabha Election 2024 :कॉमेडियन श्याम रंगीला वाराणसी से PM मोदी के खिलाफ लड़ेंगे चुनाव

    मशहूर कॉमेडियन श्याम रंगीला भी लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने एलान किया है कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किए गए एक वीडियो संदेश में कॉमेडियन श्याम रंगीला ने पीएम मोदी की “हर किसी को अपनी भाषा में जवाब मिलना चाहिए” वाली टिप्पणी की नकल की। उन्होंने कहा कि वह पीएम को “उनकी ही भाषा में जवाब” देने के लिए वाराणसी आ रहे हैं।

    कॉमेडियन श्याम रंगीला वाराणसी से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ लड़ेंगे चुनाव
    Photo credit by Google

    सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में श्याम रंगीला ने लिखा,”किसी को अपनी भाषा में प्रतिक्रिया मिलनी चाहिए”. उन्होंने कहा कि वह पीएम को “उनकी भाषा में जवाब” देने के लिए वाराणसी आ रहे हैं.

    वीडियो में कहा, “मैं, कॉमेडियन श्याम रंगीला, आपसे ‘मन की बात’ करने आया हूं। आप सभी के मन में एक सवाल है, क्या आप जो समाचारों में सुन रहे हैं कि श्याम रंगीला वाराणसी से चुनाव लड़ रहे हैं, वह सच है? क्या यह मज़ाक है? दोस्तों मैं आपको बता दूं, यह मजाक नहीं है… मैं वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ रहा हूं।

    वीडियो में श्याम रंगीला ने क्या कहा?

    राजस्थान के 29 वर्षीय कॉमेडियन ने वीडियो में आगे कहा कि दोस्तों, आप सोच रहे होंगे कि इसकी क्या जरूरत पड़ी, श्याम रंगीला वहां क्यों चुनाव लड़ रहा है। उन्होंने कहा कि भारत के लोकतंत्र में कोई भी चुनाव लड़ सकता है। मैं जो चुनाव लड़ रहा हूं, उसका भी एक कारण है।
    इसका कारण ये है कि हमने पिछले दिनों देखा, सूरत में जो हुआ, चंडीगढ़ में जो हुआ, इंदौर में जो हो रहा है। मुझे लग रहा है कि वहां भी ऐसा न हो जाए। इसलिए ऐसा ना हो कि वहां वोट देने के लिए कोई अन्य उम्मीदवार ही न हो।

    श्याम रंगीला को है इस बात का डर

    श्याम रंगीला ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति किसी उम्मीदवार के खिलाफ वोट करना भी चाहता है, तो उसे यह अधिकार है। किसी का नाम ईवीएम पर होना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि मुझे इस बात का डर है कि उन लोगों के पास वाराणसी से वोट करने के लिए केवल एक ही उम्मीदवार होगा। इसलिए मैंने वहां से चुनाव लड़ने का निर्णय किया है।

    श्याम रंगीला ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि मेरी आवाज वहां तक पहुंचेगी। वाराणसी के लोगों ने मुझे बहुत प्यार दिया है। अपनी उम्मीदवारी की घोषणा के बाद मुझे जो प्रतिक्रिया मिली है, उससे मैं बहुत खुश हूं। मैं जल्द ही वाराणसी आ रहा हूं। मैं पीएम मोदी को उनकी ही भाषा में जवाब देने आ रहा हूं।

    चुनावी बॉन्ड को लेकर किया हमला

    चुनावी बॉन्ड को लेकर मोदी और भाजपा पर निशाना साधते हुए श्याम रंगीला ने कहा कि मैं चुनाव लड़ने के लिए उत्साहित हूं, लेकिन यह मेरा पहला मौका है। इसलिए, मुझे आपके समर्थन की जरूरत होगी। मेरे पास चुनावी बॉन्ड नहीं है और मैंने किसी से लिया भी नहीं है। इसलिए, मुझे कुछ धन की भी जरुरत होगी। श्याम रंगीला ने लोगों से उनका समर्थन करने और उन्हें वोट देने का भी अपील की है.
    आपको बता दें कि मशहूर कॉमेडियन श्याम रंगीला ने आम आदमी पार्टी (आप) में भी शामिल हुए थे, कुछ ही समय बाद उन्होंने स्वतंत्र रूप से काम करने का निर्णय लिया। वाराणसी में सातवें चरण एक जून को मतदान होगा। 4 जून को नतीजे  घोषित किए जाएंगे।

    सुनिए श्याम रंगीला ने क्या कहा

  • Satna News :कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने आदर्श महिला मतदान केंद्र में डाला अपना वोट

    Satna News :लोकसभा निर्वाचन 2024 के लिये कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग वर्मा और पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता ने सतना शहर स्थित शासकीय हाई स्कूल सिविल के आदर्श महिला केंद्र में मतदान किया। कलेक्टर अनुराग वर्मा और पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता अपने शासकीय निवास से पैदल मतदान केंद्र पहुंचे।

    कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने आदर्श महिला मतदान केंद्र में डाला अपना वोट
    Photo credit by satna times

    कलेक्टर और एसपी ने अपने परिवार के साथ शासकीय हाई स्कूल सिविल लाइंस के आदर्श महिला मतदान केंद्र-112 में आम मतदाताओं की तरह कतार में खड़े होकर अपनी बारी आने पर मतदान किया। इस दौरान उन्होंने अपने अपने मोबाइल सेट भी मतदान केंद्र के बाहर जमा कराए।

  • Loksabha Election 2024 : सतना संसदीय क्षेत्र के 17 लाख से अधिक मतदाता करेंगे मतदान, 19 अभ्यर्थी चुनावी मैदान में

    Loksabha Election 2024 :भारत निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा आम निर्वाचन 2024 के लिये घोषित कार्यक्रमानुसार लोकसभा निर्वाचन सतना के लिये मतदान 26 अप्रैल को प्रातः 7 बजे से सायं 6 तक होगा। मतदान संबंधी तैयारियां अपने अंतिम चरण पर हैं। लोकसभा निर्वाचन 2024 में ऐसे व्यक्ति, जो अपनी 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके हैं और जिनका नाम मतदाता सूची में दर्ज है, वह इस निर्वाचन में अपना मतदान कर सकेंगे।

    19 अभ्यर्थी चुनावी मैदान में

    जिला निर्वाचन अधिकारी एवं रिटर्निंग ऑफिसर सतना अनुराग वर्मा ने लोकसभा क्षेत्र के सभी मतदाताओं से निर्भीक होकर मतदान करने की अपील की है।

    1950 मतदान केंद्रों में प्रातः 7 बजे से सायं 6 बजे तक होगा मतदान

    जिला निर्वाचन अधिकारी अनुराग वर्मा ने बताया कि सतना संसदीय क्षेत्र अंतर्गत सतना जिले की 5 विधानसभा क्षेत्रों में 1376 और मैहर जिले की 2 विधानसभा क्षेत्र में 574 मतदान केंद्र सहित कुल 1950 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं। लोकसभा क्षेत्र सतना के अंतर्गत शामिल विधानसभा क्षेत्र चित्रकूट में 257, रैगांव में 259, सतना में 276, नागौद में 277, मैहर में 295, अमरपाटन में 279 एवं विधानसभा क्षेत्र रामपुर बघेलान में 307 मतदान केंद्र स्थापित किये गये हैं। इनमें लगभग 50 प्रतिशत मतदान केन्द्रो की वेब कास्टिंग होगी। निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार सभी मतदान केंद्रों में रैंप, पेयजल, फर्नीचर, प्रकाश और शौचालय की व्यवस्था की गई है।

    17 लाख से अधिक मतदाता करेंगे मतदान

    लोकसभा निर्वाचन 2024 में सतना और मैहर जिले की सात विधानसभा क्षेत्र में कुल 1950 मतदान केंद्रों पर 17 लाख 8 हजार 823 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें 8 लाख 92 हजार 427 पुरुष और 8 लाख 12 हजार 827 महिला मतदाता, 6 अन्य तथा 3563 सर्विस मतदाता शामिल हैं। मतदाता सूची के अनुसार सतना संसदीय क्षेत्र में शामिल 7 विधानसभा क्षेत्रवार मतदाताओं की स्थिति के अनुसार विधानसभा क्षेत्र 61 चित्रकूट में 2 लाख 21 हजार 178 मतदाता हैं। जिनमें 1 लाख 17 हजार 599 पुरुष और 1 लाख 2 हजार 838 महिला मतदाता हैं। इसी प्रकार विधानसभा क्षेत्र 62 रैगांव में कुल 2 लाख 21 हजार 578 मतदाता हैं। जिनमें 1 लाख 16 हजार 302 पुरुष, 1 लाख 4 हजार 772 महिला मतदाता हैं। विधानसभा क्षेत्र 63 सतना में 2 लाख 50 हजार 294 कुल मतदाता हैं। जिनमें 1 लाख 29 हजार 671 पुरुष, 1 लाख 20 हजार 189 महिला, 4 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं।

    मतदाता सूची के अनुसार विधानसभा क्षेत्र 64 नागौद में 2 लाख 41 हजार 721 कुल मतदाता हैं। जिनमें 1 लाख 25 हजार 727 पुरुष, 1 लाख 15 हजार 558 महिला मतदाता शामिल हैं। य इसी प्रकार विधानसभा क्षेत्र 65 मैहर में 2 लाख 59 हजार 896 कुल मतदाता हैं। जिनमें 1 लाख 35 हजार 699 पुरुष, 1 लाख 24 हजार 80 महिला और 2 थर्ड जेंडर मतदाता हैं। विधानसभा क्षेत्र 66 अमरपाटन में 2 लाख 47 हजार 453 कुल मतदाता हैं। जिनमें 1 लाख 28 हजार 354 पुरुष, 1 लाख 18 हजार 742 महिला मतदाता शामिल हैं। विधासभा क्षेत्र 67 रामपुर बघेलान में 2 लाख 66 हजार 703 कुल मतदाता हैं। जिनमें 1 लाख 39 हजार 75 पुरुष, 1 लाख 26 हजार 648 महिला मतदाता शामिल हैं। जिले के कुल 3563 सर्विस वोटर्स में चित्रकूट में 741, रैगांव में 504, सतना में 430, नागौद में 436, मैहर में 115, अमरपाटन में 357 और रामपुर बघेलान विधानसभा में सर्वाधिक 980 सर्विस वोटर्स हैं।

    19 अभ्यर्थी चुनावी मैदान में

    लोकसभा आम निर्वाचन 2024 के लिये कुल 19 अभ्यर्थी चुनावी मैदान में हैं। इन सभी के लिये मतदान ईवीएम से किया जायेगा, इसमें प्रत्येक ईवीएम में दो बीयू का उपयोग किया जायेगा। बीयू में नोटा (नन ऑफ द अबव) का विकल्प भी दिया गया है।

Back to top button