JANSAMPARK SATNA

  • Satna News :जनसम्पर्क विभाग ने नया भारत-नया विधान विषय पर लगायी गई आकर्षक प्रदर्शनी

    सतना,मध्यप्रदेश।। पुलिस परेड ग्राउंड सतना में आयोजित गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह में जनसम्पर्क विभाग द्वारा नया भारत-नया विधान विषय पर आकर्षक प्रदर्शनी लगायी गई। इस प्रदर्शनी में मुख्य रूप से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में तीन मूलभूत कानूनों में हुए परिवर्तन को प्रदर्शित किया गया। साथ ही केन्द्र और राज्य शासन की विकास संबंधी योजनाओं और कार्यक्रमों की प्रगति तथा उपलब्धि संबंधी चित्रों को भी प्रदर्शित किया गया।

    फ़ोटो सतना टाइम्स डॉट इन

    इस अवसर पर समारोह स्थल पर आये जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों एवं छात्र-छात्राओं ने बड़े मनोयोग से प्रदर्शनी का अवलोकन किया।प्रदर्शनी में मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा किये गये नवाचारों के संबंध में भी जानकारी प्रदर्शित की गई। प्रदर्शनी में बताया गया कि भारत की 150 वर्ष पुरानी आपराधिक न्याय प्रणाली पहली बार प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीयता, भारतीय संविधान और आम जनता के हित की परवाह करने वाली व्यवस्था के रूप में लागू होने जा रही है।

    फ़ोटो सतना टाइम्स डॉट इन

    नए कानूनों में महिलाओं और बच्चों के विरुद्ध होने वाले अपराधों में त्वरित न्याय और तुरंत दंड मिलने की सुदृढ़ व्यवस्था है। नागरिकों में कानून व्यवस्था के प्रति विश्वास, अपराध पर नियंत्रण और स्वस्थ एवं समतामूलक समाज का निर्माण नयी न्याय प्रणाली एवं नये कानूनों का ध्येय है। अब भारत के नागरिकों के लिए भारत की न्याय व्यवस्था लागू होगी। इसी तरह भारतीय दण्ड संहिता 1860, दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 तथा भारतीय साक्ष्य अधिनियम 1872 के स्थान पर बनाये गये नये कानूनों भारतीय न्याय संहिता 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 तथा भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 की जानकारी भी प्रदर्शित की गई। पुलिस द्वारा किये गये नवाचारों को भी प्रदर्शनी में आकर्षक रूप से प्रदर्शित किया गया।

    ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे सतना टाइम्स एप को डाऊनलोड कर सकते हैं। यूट्यूब पर सतना टाइम्स के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

  • Satna :जिला जनसंपर्क कार्यालय में ली गई सुशासन की शपथ

    सतना,मध्यप्रदेश।। राज्य शासन के निर्देशानुसार शुक्रवार को जिला जनसंपर्क कार्यालय में जनसंपर्क अधिकारी राजेश सिंह द्वारा कार्यालय में कार्यरत कर्मचारियों को सुशासन की शपथ दिलाई गई।

    Image credit by social Media

    इस अवसर पर राजबिहारी पटेल, केके शुक्ला, डॉ अशोक गुप्ता, गोमती प्रसाद, मंगूलाल वर्मा ने सुशासन की शपथ ली।

  • महाविद्यालयों को “पीएम कॉलेज ऑफ एक्सिलेंस “के रूप में उन्नयन किया जाएगा : सीएम

    भोपाल, मध्यप्रदेश।। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद की बैठक आज शाम को मंत्रालय में हुई। मंत्रि-परिषद द्वारा प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर संचालित अग्रणी/चिन्हित महाविद्यालयों को “पीएम कॉलेज ऑफ एक्सिलेंस” के रूप में उन्नयन किए जाने के संबंध में निर्णय लिया गया। वर्तमान में प्रदेश में कुल 570 शासकीय महाविद्यालय संचालित है।

    Image – Dr. Mohan Yadav ,CM Madhyapradesh

    प्रदेश के जिला मुख्यालयों पर संचालित अग्रणी/चिन्हित महाविद्यालयों में सभी संकायों में सुविधाओं में वृद्धि करते हुए अग्रणी/चिन्हित महाविद्यालयों को “पीएम कॉलेज ऑफ एक्सिलेंस “के रूप में उन्नयन किया जाएगा। इस पर अनावर्ती व्यय 312 करोड़ 56 लाख रूपए एवं आवर्ती व्यय 147 करोड़ 84 लाख रूपए इस प्रकार कुल राशि 460 करोड़ 40 लाख रूपए का व्यय अनुमानित है।


    इसे भी पढे – प्रधानमंत्री मोदी की गरिमामयी उपस्थिति में डॉ. मोहन यादव ने ली मुख्यमंत्री पद की शपथ



    इसे भी पढ़े – MP News :मंदिर मस्जिद में लाउडस्पीकर बैन..सीएम का बड़ा फ़ैसला


    शासकीय/निजी विश्वविद्यालयों में छात्रों की डिग्री/अंकसूची को डिजीलॉकर में अपलोड किया जायेगा

    Image credit by google

    उच्च शिक्षा विभाग अंतर्गत संचालित शासकीय/निजी विश्वविद्यालयों में छात्रों की डिग्री/अंकसूची को डिजीलॉकर में अपलोड किये जाने का निर्णय मंत्रिपरिषद द्वारा लिया गया। उच्च शिक्षा विभाग अंतर्गत 16 शासकीय एवं 53 निजी विश्वविद्यालय संचालित है। अभी तक कुल 09 शासकीय विश्वविद्यालयों एवं 5 निजी विश्वविद्यालयों के वर्ष 2019-20 से 2021-22 तक के छात्रों की अधिकांश डिग्री/अंकसूची डिजीलॉकर में दर्ज की जा चुकी है।

    ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे सतना टाइम्स एप को डाऊनलोड कर सकते हैं। यूट्यूब पर सतना टाइम्स के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।

  • Satna News :जिला पंचायत सीईओ ने टीएल में की समीक्षा कहा CM हेल्पलाईन की D श्रेणी से बाहर आयें, नहीं तो कटेगा वेतन

    SATNA NEWS सतना।। सतना सोमवार को समय सीमा प्रकरणों की बैठक में सीएम हेल्पलाईन की समीक्षा के दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डॉ. परीक्षित झाड़े ने कहा कि डी श्रेणी में शामिल विभाग ग्रेडिंग के अंतिम समय तक डी श्रेणी से विभाग को बाहर लाये अन्यथा संबंधित प्रमुख अधिकारी का वेतन काटा जायेगा। टीएल बैठक में मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना के शेष रहे खातों में डीबीटी सक्रिय करने की कार्यवाही दो दिवस में पूर्ण कराने के निर्देश भी दिये गये।(MP में सबसे तेज और भरोसेमंद खबरों के लिए  सतना टाइम्स ऐप को डाऊनलोड करें, इस लिंक पर करें क्लिक)

    Satna News :जिला पंचायत सीईओ ने टीएल में की समीक्षा कहा CM हेल्पलाईन की D श्रेणी से बाहर आयें, नहीं तो कटेगा वेतन
    Image credit satna times

    इस अवसर पर निगमायुक्त राजेश शाही, अपर कलेक्टर शैलेन्द्र सिंह, एसडीएम आरती यादव, नीरज खरे, सुधीर बैक, राजेश मेहता, सुरेश जादव, डिप्टी कलेक्टर गोविन्द सोनी सहित विभाग प्रमुख अधिकारी, जनपद के सीईओ तथा नगरीय निकायों के सीएमओ उपस्थित रहे।सीईओ जिला पंचायत डॉ. झाड़े ने मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना की समीक्षा में कहा कि राज्य शासन के निर्णय अनुसार शीघ्र ही पोर्टल खोलकर 21 वर्ष तक की आयु की हितग्राहियों को लाभान्वित करने पंजीयन शुरू किया जायेगा।सभी नगरीय और जनपद निकाय इसकी भी पूर्व तैयारी रखें।

    इसे भी पढ़े – Satna News :12 घंटे में 1552 प्लाटो का सीमांकन-कलेक्टर का नवाचार बना नजीर, Asia Book Of Record ने कहा- असंभव को संभव किया

    उन्होंने कहा कि इसके पूर्व मुख्यमंत्री लाडली बहना के डीबीटी सक्रिय विहीन खातों में सक्रिय करने की कार्यवाही दो दिवस में पूर्ण कर लें।सीएम हेल्पलाईन की समीक्षा में सीईओ ने कहा कि सीएम हेल्पलाइन की अंतिम ग्रेडिंग में सिर्फ एक दिन बचा है। अभी 14 हजार 890 लंबित शिकायतों के साथ सतना जिला 21वें पायदान पर है। संतुष्टि करण निराकरण के वेटेज का प्रतिशत भी बहुत कम है।

    इसे भी पढ़े – Chitrakoot news :श्रीराम चरितमानस को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित कराने राष्ट्रीय हस्ताक्षर अभियान का शुभारंभ

    उन्होंने कहा कि संतुष्टि करण के वेटेज में 1-2 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी से रैंक में सुधार हो सकता है। इसके अलावा आदिम जाति जल संसाधन, वन राजस्व, सामान्य प्रशासन, तकनीकी शिक्षा और लोक निर्माण विभाग डी श्रेणी में है। संतुष्टिकरण प्रतिशत बढ़ाकर रैंक में सुधार लाये और संबंधित विभाग डी श्रेणी से बाहर आये नही तो संबंधित अधिकारी का वेतन कटेगा।जल जीवन मिशन की समीक्षा करते हुए सीईओ ने बाणसागर ग्रामीण समूह नल योजना का कार्य धीमा चलने पर अप्रसन्नता जाहिर की। उन्होंने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा तीन विकासखण्डों में स्कूल और आंगनवाड़ी में दिये गये कनेक्शन की भौतिक सत्यापन रिपोर्ट 15 दिन में प्रस्तुत करने के निर्देश दिये।

    इसे भी पढ़े – Satna News :सरकार की नलजल योजना फेल, जिले से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गांव का ये हाल

    विश्व योग दिवस पर 21 जून को होने वाले योग कार्यक्रमों की समीक्षा में सीईओ ने कहा कि जिले के सभी अमृत सरोवरों पर योग के कार्यक्रम करें।समय सीमा प्रकरणों की बैठक में सीईओ ने सीएम भू-आवासीय अधिकार योजना, खाद्यान्न आवंटन वितरण, प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी, ग्रामीण, सीखो-कमाओ योजना, आयुष्मान ग्राम सभा, आईटीआई के प्रवेश प्रक्रिया सहित विभिन्न बिन्दुओं पर समीक्षा की।

    MP में सबसे तेज और भरोसेमंद खबरों के लिए  सतना टाइम्स ऐप को डाऊनलोड करें, इस लिंक पर करें क्लिक

  • जनजातीय गौरव दिवस : जानिए बिरसा मुंडा सहित उन 16 नायकों की गाथा, जिन्होंने अंग्रेजों और इस्लामी आक्रांताओं के दाँत खट्टे किए

    Satna Times जनजातीय गौरव दिवस- 15 नवंबर 2022 वह विशेष अवसर है जब ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन की दमनकारी नीतियों के विरुद्ध संघर्ष करने वाले जनजातीय नायकों का कृतज्ञ स्मरण प्रासंगिक है। यह स्मरण हमें हमारी स्वतंत्रता के पीछे के त्याग, बलिदान और शौर्य-गाथाओं से तो परिचित करवायेगा ही बल्कि स्वतंत्रता को अक्षुण्ण्रखने के लिए हर कीमत पर भी प्रेरित करेगा। यहाँ प्रस्तुत है देश के और मध्यप्रदेश के कुछ चुनिंदा जनजातीय नायकों के संघर्ष और बलिदानों की संक्षिप्त गाथाएँ :-

    Photo by google

    भगवान बिरसा मुण्डा – मुण्डा क्रांति के नेतृत्वकर्ता और जन-समुदाय द्वारा बिरसा भगवान के रूप में पूजे जाने वाले बिरसा मुण्डा का जन्म नवंबर 1875 में हुआ था। 1 अक्टूबर 1894 को उनके नेतृत्व में मुण्डाओं ने अंग्रेजों से लगान (कर) माफी के लिये आन्दोलन किया। वर्ष 1895 में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और हजारीबाग केन्द्रीय कारागार में दो साल के कारावास की सजा दी गयी। कारावास से मुक्त होने के पश्चात उन्होंने अंग्रेजों के विरुद्ध सशस्त्र क्रांति का आह्वान किया, जो मार्च 1900 में उनकी गिरफ्तारी तक सतत रूप से चलता रहा। कारावास में दी गई यातनाओं और उत्पीड़न के कारण जून 1900 को रांची के कारावास में बिरसा भगवान की जीवन यात्रा समाप्त हुई।

    रायन्ना – कित्तूर की रानी चेन्नम्मा के विश्वस्त सेनापति रायन्ना ने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के विरुद्ध आजीवन संघर्ष किया। राजा मल्लासरजा और रानी चेन्नम्मा के गोद लिए हुए पुत्र शिवलिंगप्पा को कित्तूर के सिंहासन पर वैध अधिकार दिलाने के लिए इन्होंने कंपनी के विरुद्ध सशस्त्र संघर्ष किया। छापेमार युद्ध शैली का प्रयोग कर इन्होंने बड़े पैमाने पर ब्रिटिश शक्ति को क्षति पहुँचाई। अंततः इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और 26 जनवरी 1831 को मृत्युदंड दे दिया गया।

    सिद्धो संथाल – सिद्धो मुर्मू का जन्म भोगनाडीह (वर्तमान में झारखण्ड राज्य में) गाँव में एक संथाल परिवार में 1815 ई. में हुआ था। ब्रिटिश शासन का अत्याचारी रूप इस क्षेत्र में भी देखने को मिल रहा था, जिसके परिणामस्वरूप ब्रिटिश सत्ता के विरुद्ध जून 1855 में सिद्धो के नेतृत्व में एक विद्रोह की शुरुआत हुई, जिसे संथाल विद्रोह या हूल आंदोलन के नाम से जाना जाता है। संथालों ने आक्रामक ब्रिटिश सत्ता, जो तोप, बंदूकों और बड़ी मात्रा में गोला-बारूद से सुसज्जित थी, का सामना अपने परम्परागत तीर-कमान जैसे हथियारों से किया। सिद्धो ने वीरतापूर्वक युद्ध किया, परन्तु पकड़ लिए गए और इन्हें अगस्त 1855 में पंचकठिया नामक स्थान पर फाँसी दे दी गई।

    कान्हू संथाल – कान्हू संथाल का जन्म वर्ष 1820 में आज के झारखण्ड राज्य के भोगानाडीह गाँव में हुआ। ये सिद्धो संथाल के छोटे भाई और संथाल विद्रोह के सह नेतृत्वकर्ता थे। कान्हू ने जून 1855 के भीषण संग्राम में अंग्रेजों का डट कर मुकाबला किया और जिसमें इनके दो छोटे भाइयों चाँद और भैरव ने पूर्ण सामर्थ्य से साथ दिया। इस युद्ध में शक्ति और संसाधन पूर्णतः अंग्रेजों के पक्ष में थे। अदम्य साहस के प्रतीक कान्हू गिरफ्तार कर लिए गए और उन्हें भोगनाडीह में ही फाँसी पर चढ़ा दिया गया।

    बाबा तिलका माँझी – संथाल विद्रोह भारत में अंग्रेजों के विरुद्ध जनजातियों द्वारा प्रतिकार के सर्वप्रथम उदाहरणों में से एक है और इसके नायक थे बाबा तिलका मांझी। भयंकर अकाल और उस पर ब्रिटिश शोषणकारी राजस्व नीतियों के विरुद्ध तिलका मांझी ने शस्त्र उठाये और अत्याचारी कर प्रशासक ऑगस्टस क्लीवलैंड को मार गिराया। ब्रिटिश शक्ति का सामना संसाधनहीन तिलका मांझी और उनके साथी अधिक समय तक न कर सके। अत्यंत क्रूर प्रताड़नाओं के द्वारा फरवरी 1785 में उनकी इहलीला समाप्त हुई।

    अल्लूरी यांचाराम राज – वर्ष 1922 के महान रम्या संघर्ष के महानायक अल्लूरी सीताराम राजू ने तत्कालीन मद्रास प्रेसीडेंसी के पूर्व गोदावरी और विशाखापट्टनम क्षेत्रों (वर्तमान आंध्रप्रदेश) में ब्रिटिश शासन को कड़ी चुनौती दी। मद्रास के 1882 के अत्याचारी जंगल कानूनों ने स्थानीय निवासियों की कृषि पर प्रतिबन्ध आरोपित किये थे, जिससे इनका अस्तित्व संकट में आ गया था। अल्लूरी सीताराम राजू ने छापामार शैली द्वारा अंग्रेजों को अनेक अवसर पर पराजित किया। अंततः मई 1924 में उन्हें अंग्रेजों द्वारा गिरफ्तार कर निर्ममतापूर्ण ढंग से उनकी हत्या कर दी गई।

    गुण्डाधुर – बस्तर के एक छोटे से गाँव में पले-बढ़े गुण्डाधुर ऐसे महान क्रांतिकारी थे जिन्होंने एक लम्बे समय तक अंग्रेजों के दांत खट्टे किये। बस्तर के नेतानार में रहने वाले गुण्डाधुर को उस समय बागा धुरवा के नाम से भी जाना जाता था। वर्ष 1910 में गुण्डाधुर के नेतृत्व में एक छोटे से गाँव से शुरू होने वाले इस विद्रोह ने बस्तर के महान भूमकाल के चरम को प्रदर्शित किया जिससे अंग्रेजों की स्थिति यहाँ डांवाडोल हो गई। गुण्डाधुर को आज भी लोक कथाओं और गीतों के द्वारा एक अमर नायक के रूप में याद किया जाता है।

    सुरेन्द्र साय – संभलपुर राज्य के राजकुमार सुरेन्द्र साय ने 18 वर्ष की आयु से जीवनपर्यन्त अंग्रेजों के कुचक्रों के विरुद्ध सशस्त्र संघर्ष किया। 23 जनवरी 1809 में संभलपुर के निकट खिंडा में जन्म लेने वाले सुरेन्द्र साय ने गोंड और विंझल जनजातीय समुदायों के अधिकारों के लिए आवाज उठाई। वर्ष 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में सुरेन्द्र साय ने अग्रेजों को कड़ी चुनौती दी। इस दौरान उनका कार्यक्षेत्र संभलपुर से कालाहांडी और बिलासपुर तक फैला हुआ था। लम्बे संघर्ष के बाद वर्ष 1862 में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और मध्यप्रदेश के बुरहानपुर जिले के असीरगढ़ किले में कैद करके रखा गया, जहाँ 23 मई 1884 को इस महान वीर ने अपनी अंतिम साँस ली।

    शंकर शाह –  ₹गढ़ा मंडला के पूर्व शासक और महान संग्राम शाह के वंशज, शंकर शाह एक अप्रतिम क्रांतिकारी थे जो युद्ध कला में पारंगत होने के साथ ही साथ काव्य रचना में भी सिद्धहस्त थे। इन्होंने अंग्रेजों के विरुद्ध एक महान सशस्त्र प्रतिरोध का नेतृत्व किया और 18 सितंबर 1857 को जबलपुर में वीरगति को प्राप्त हुए।

    झलकारी देवी – वीरांगना झलकारी देवी का जन्म 22 नवम्बर 1830 को झांसी के समीप भोजला नामक ग्राम में हुआ। इनका विवाह महारानी लक्ष्मीबाई के तोपची पूरण सिंह से हुआ था। कालान्तर में अपने साहस और युद्ध कौशल के कारण महारानी लक्ष्मीबाई की सेना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सन् 1857 के संग्राम में महारानी लक्ष्मी बाई के नेतृत्व में झलकारी देवी ने अद्भुत शौर्य का प्रदर्शन किया और युद्ध क्षेत्र में महारानी को सुरक्षित कर, शत्रुओं से सामना करते हुए अपने प्राणों का बलिदान दिया।

    रघुनाथ शाह – राजा शंकर शाह के पुत्र और गढ़ा मंडला के शौर्य के ध्वज वाहक रघुनाथ शाह ने अंग्रेजों के विरुद्ध संघर्ष का नेतृत्व किया। जबलपुर स्थित ब्रिटिश सेना को संघर्ष के लिए प्रेरित किया, जिसने इस क्षेत्र के अंग्रेजों के हृदय में महान भय का संचार कर दिया। 18 सितंबर 1857 को जबलपुर में अपने पिता शंकर शाह के साथ वीरगति को प्राप्त हुए।
    टंट्या भील – अपनी लोककल्याणकारी छवि के चलते मामा के नाम से प्रसिद्ध क्रांतिकारी टंट्या भील ने कई वर्षों तक ब्रिटिश शासन को चैन की साँस नहीं लेने दी और उनके लिए एक चुनौती बने रहे। वर्ष 1874 से अपनी गिरफ्तारी तक इन्होंने अनेक अवसरों पर सरकारी खजानों को लूटा और उसे जन-साधारण में बाँट दिया। जीवन के अंतिम समय में गिरफ्तार कर लिये गये और पहले इंदौर तथा बाद में जबलपुर की जेल में रखा गया। इस दुर्घर्ष योद्धा को ब्रिटिश शासन ने 19 अक्टूबर 1889 को मृत्युदण्ड दिया ।
    खाज्या नायक – सन् 1857 की क्रांति के जनजातीय नायकों में से एक खाज्या नायक ने सन् 1856 से कम्पनी के विरुद्ध विद्रोह छेड़ दिया और एक बड़ी सेना एकत्र की। बड़वानी और इसके आसपास के क्षेत्रों में खाज्या का प्रभाव फैल गया। सन् 1857 की क्रांति के समापन के बाद भी खाज्या नायक ने ब्रिटिश शासकों को चैन नहीं लेने दिया। यह वीर नायक धोखे का शिकार हुआ और अक्टूबर 1860 को वीरगति को प्राप्त हुआ।
    भीमा नायक – तत्कालीन बड़वानी राज्य के पंचमोहली क्षेत्र में जन्में भीमा नायक ने सन् 1857 की क्रांति के दौरान ब्रिटिश शासन को गंभीर चुनौती प्रस्तुत की। भीमा नायक का प्रभाव क्षेत्र पश्चिम में राजस्थान के क्षेत्रों से लेकर पूर्व में नागपुर तक फैल चुका था। महान क्रांतिकारी तात्या टोपे के साथ इनका लगातार संपर्क रहा। सन् 1867 में इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और अभियोजन में दोष सिद्ध करार दे दिए जाने के पश्चात पोर्टब्लेयर भेज दिया गया जहाँ 29 दिसम्बर 1876 में इन्होंने आखिरी साँस ली।
    सीताराम कंवर – सन् 1857 की क्रांति के दौरान होलकर और बड़वानी राज्य के नर्मदा पार के क्षेत्र, जिनमें आज का निमाड़ क्षेत्र सम्मिलित है, में ब्रिटिश शासन के विरुद्ध एक बड़े विद्रोह का नेतृत्व सीताराम कंवर ने किया। कंवर ने सतपुड़ा श्रेणी के भीलों को विदेशी शासन उखाड़ फेंकने के लिए प्रेरित किया और पेशवा तथा तात्या टोपे के साथ गहन संपर्क स्थापित किया। कंपनी की शक्तिशाली सेना का सामना यह महान नायक अपनी सीमित शक्ति एवं संसाधनों के साथ करता रहा। अक्टूबर 1858 में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और इस कैद के दौरान ही उन्होंने संसार से विदा ली।
    रघुनाथ सिंह मंडलोई – रघुनाथ सिंह मंडलोई, जो टांडा बरूद के निवासी थे और स्थानीय भील एवं भिलाला समुदाय के प्रतिष्ठित नेतृत्वकर्ता थे, ने अंग्रेजी शासन के विरूद्ध हुए एक सशस्त्र संघर्ष का नेतृत्व किया। इनके प्रभाव के कारण निमाड़ क्षेत्र में विदोह की ज्वाला धधक उठी। अंग्रेजी कम्पनी की सेना ने इन्हें अक्टूबर 1858 में बीजागढ़ के किले में घेर लिया और इन्हें बंदी बना लिया गया। इसके पश्चात उनके जीवन से संबंधित किसी भी घटना का उल्लेख अप्राप्य है।


    मंशु ओझा – सन् 1942 के ऐतिहासिक भारत छोड़ो आन्दोलन में बैतूल के मंशु ओझा ने ब्रिटिश शासन के विरुद्ध अनेक क्रांतिकारी घटनाओं को अंजाम दिया। नवम्बर 1942 में इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और 20 जुलाई 1944 तक नरसिंहपुर जेल में कैद रखकर इन्हें कठोर यातनाएँ दी गई। घोड़ाडोंगरी जिला बैतूल में 28 अगस्त 1981 को उनका देहावसान हुआ।

  • गांवों की समस्यायों को जानने का जरिया है जनसंवाद कार्यक्रम- राज्यमंत्री

    सतना।।प्रदेश के पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण (स्वतंत्र प्रभार), विमुक्त घुमक्कड़ एवं अर्द्ध-घुमक्कड़ जनजाति कल्याण (स्वतंत्र प्रभार), पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री श्री रामखेलावन पटेल ने जनसंवाद कार्यक्रम के द्वितीय दिवस शनिवार को अमरपाटन विधानसभा के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों के प्रवास के दौरान क्षेत्र की जनता से संवाद किया। इस दौरान राज्यमंत्री ने ग्राम शहिपुरा, अमिलिया, पदमी, ग्राम नौगांव-4, नौगांव-1, गुलवार गुजारा, गुलवार गुजारा (डागा), खोमरहा एवं ग्राम छिरहाई में ग्रामीणजनों से जनसंवाद किया और उन्हें शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं और विकास कार्यों से अवगत कराया। जनसंवाद के दौरान राज्यमंत्री श्री पटेल ने कार्यक्रम में आये ग्रामीणों की समस्याओं को सुनकर अधिकारियों को समस्या के निराकरण के निर्देश दिये।

    जनसंवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुये राज्यमंत्री श्री पटेल ने कहा कि जनसंवाद कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य गांव-गांव पहुंचकर गांव के लोगों और स्थानीय समस्याओं से रुबरु होकर समस्या को प्राथमिकता के साथ दूर करना है। उन्होने कहा कि जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ देकर ग्रामीणों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति को मजबूत करना ही लोक सुराज है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार गांव, गरीब, किसान, मजदूर और हर वर्ग के उत्थान के लिए कल्याणकारी योजनाएं संचालित कर रही है। उन योजनाओं को समझें और उसका लाभ उठाएं। राज्यमंत्री श्री पटेल ने कहा कि गांवों में सड़क, बिजली, पानी एवं अन्य मूलभूत सुविधाओं की मांगो को पूरा कर गांवों के विकास को नई दिशा देने का काम किया जा रहा है। उन्होने ग्रामीणजनों से आग्रह किया कि आपके गांव की जो भी सामाजिक आवश्यकताओं की मांग हैं, उन्हें पंचायत के प्रतिनिधियों के माध्यम से प्रस्तुत कर शासन को उपलब्ध करायें। मांगों को पूरा करने का काम सरकार का है। सभी के सहयोग से गांव-गांव तक सरकार की योजनाओं की पहुंचाया जा सकेगा।

    यह भी पढ़े – Satna News : नेशनल लोक अदालत का प्रधान जिला न्यायाधीश ने किया शुभारंभ

    राज्यमंत्री श्री पटेल ने कहा कि सरकार द्वारा आयुष्मान भारत योजना के माध्यम से लोंगो को 5 लाख रुपये तक के इलाज की सुविधा दी जा रही है। इसके साथ ही राशन, आवास जैसी मूलभूत आवश्यकताओं की भी पूर्ति की जा रही है। बेटियों के लिये लाड़ली लक्ष्मी योजना चलाई जा रही है। युवाओं के लिये स्व-रोजगार मेला लगाकर उन्हें ऋण उपलब्ध कराकर स्वयं को व्यवसाय स्थापित करने में मदद की जा रही है। किसानों को सम्मान निधि देकर उन्हें सशक्त बनाया जा रहा है। फसलों की समर्थन मूल्य पर खरीदी कर किसानों को आर्थिक रुप से मजबूत बनाया जा रहा है।

    यह भी पढ़े – Satna News : बच्चों में निमोनिया की पहचाने करने 28 फरवरी तक चलेगा अभियान ‘‘सांस’’

    शासन की अनेक जनकल्याणकारी योजनायें हैं, जो प्रदेश और प्रदेश के लोंगो को सशक्त बनाने की दिशा में काम कर रही हैं। जनसंवाद कार्यक्रम में राज्यमंत्री श्री पटेल ने ग्रामीणजनों को शासन की उपलब्धियों और विकास कार्यों से अवगत कराया। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष रामखेलावन कोल, रामसुशील पटेल, कालिका पटेल, महेन्द्र कुशवाहा, जयवर्धन सिंह सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि और आमजन उपस्थित रहे।

  • SATNA NEWS : कलेक्टर ने जिले के विभिन्न क्षेत्रों का किया भ्रमण,भ्रमण दौरान मैहर सिविल अस्पताल का निरीक्षण कर वार्डो में सफाई रखने के दिये निर्देश

    रिपोर्ट जयदेव विश्वकर्मा 9584995363

    सतना।।कलेक्टर अनुराग वर्मा बुधवार को जिले के विभिन्न विकासखंडो के नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों के भ्रमण पर निकले। कलेक्टर श्री वर्मा ने त्रि-स्तरीय पंचायत निर्वाचन एवं नगरीय निकाय निर्वाचन के लिये की जा रही तैयारियों का जायजा लिया। उन्होने विभिन्न मतदान केन्द्रों, स्ट्रांग रुम और मतदाताओं की सुविधाओं के दृष्टिगत अब तक की गई तैयारियों से भी रुबरु हुये। कलेक्टर श्री वर्मा ने निरीक्षण के दौरान उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया मतदान केन्द्रों में साफ-सफाई, शुद्ध पेयजल की व्यवस्था बेहतर हो ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करें, जिससे

    मतदाता को मतदान दिवस पर बेहतर वातावरण मिले। बारिश को ध्यान में रखते हुए बरसाती टेण्ट की भी व्यवस्था सुनिश्चित करें। मतदान केन्द्रों में पर्याप्त मात्रा में बैठक व्यवस्था हो, बिजली की व्यवस्था, आवागमन के लिए किसी भी प्रकार का व्यवधान न हो और पर्याप्त मात्रा में सुरक्षा बल उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। इसके साथ ही मतदाताओं में किसी भी प्रकार का भय या भ्रांति मतदान केन्द्रों पर न हो, कानून व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा जाये और मतदान दलों के लिए भी बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जावे। कलेक्टर श्री वर्मा ने अपने भ्रमण के दौरान उचेहरा और मैहर क्षेत्र के मतदान केन्द्रों, रिटर्निंग ऑफीसर कार्यालय और स्ट्रॉन्ग रुम का निरीक्षण किया। इस दौरान एसडीएम एचके धुर्वे, एसडीएम धर्मेन्द्र कुमार मिश्रा, सुरेश जादव, तहसीलदार मानवेन्द्र सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
        कलेक्टर श्री वर्मा ने निर्वाचन के तैयारियां का निरीक्षण करने के बाद सिविल अस्पताल मैहर का भी औचक निरीक्षण कर अस्पताल की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होने अस्पताल के विभिन्न वार्डों का भ्रमण किया और वार्डों को साफ-सुथरा रखने के निर्देश दिये।

  • गंभीर घायल व्यक्ति को गोल्डन आवर में अस्पताल पहुंचाने पर पाए 5 हजार का अवार्ड,नेक व्यक्तियों के प्रोत्साहन की गुड सेमरिटन योजना

    सतना।।सड़क हादसों में घायल व्यक्ति को समय पर अस्पताल या ट्रामा केयर सेंटर में पहुंचाने वाले किसी भी नागरिक को गुड सेमरिटन योजना के तहत 5 हजार रूपये की नगद राशि एवं प्रशस्ति पत्र से प्रोत्साहन अवार्ड दिया जाएगा।पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने बताया कि सडक हादसों में घायलों की मदद करने वाले अधिकारों को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने 2016 मंे गुड सेमरिटन ला नामक कानून बनाया था। इसका मुख्य उददेश्य हादसे में मदद करने वाले व्यक्ति को अनावश्यक की पुलिस कार्यवाही से बचाना और सहायता करने वाले नागरिक को प्रोत्साहन स्वरूप सम्मानित करना है।


    मोटरयान सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को नेक व्यक्ति (गुड सेमरिटन) द्वारा सीधा अस्पताल या ट्रामा केयर सेंटर पहुंचाया जाएगा। तो उस व्यक्ति की जानकारी से डॉक्टर द्वारा स्थानीय पुलिस को सूचित किया जाएगा। पुलिस द्वारा नेक व्यक्ति का नाम. पता. घटना का विवरण .मोबाइल नंबर आदि की निर्धारित प्रारूप में जानकारी की प्रति गुड सेमरिटन को दी जाएगी। और एक प्रति जिला अप्रेजल कमेटी को भेजी जाएगी। यह कमेटी विचारोंपरांत इस नेक व्यक्ति को प्रशस्ति पत्र एवं नगद प्रोत्साहन राशि देकर सम्मानित करेगी। गुड सेमरिटन योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी की अध्यक्षता में अप्रेजल कमेटी का गठन किया गया है। जिसमें पुलिस अधीक्षक. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी. जिला परिवहन अधिकारी. महाप्रबंधक एमपीआरडीसी एवं कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग सतना को सदस्य बनाया गया है। जिला यातायात प्रभारी योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए नोडल अधिकारी होंगे।सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार द्वारा मोटरयान सड़क दुर्घटनाओं में गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को मदद करने वाले लोगों के प्रोत्साहन के लिए योजना बनाई गई है। मोटरयान दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को गोल्डन आवर में अस्पताल या ट्रामा सेंटर पहुंचाने और उसकी जान बचाने के लिए प्रोत्साहन अवार्ड दिया जाता है। इस योजना के तहत अवार्ड 5000 रूपये नगद राशि एवं प्रशस्ति पत्र दिया जाता है। गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को अस्पताल या ट्रामा में पहुंचाने वाले व्यक्ति के बारे में डाक्टर स्थानीय पुलिस को सूचित करेंगे। और थाना प्रभारी निर्धारित प्रारूप में जानकारी भरकर यातायात थाना प्रभारी को प्रस्तुत करेंगे।

  • Satna News : विपत्तिग्रस्त को आर्थिक सहायता की राशि में हेरफेर करने पर नायब नाजिर सस्पेंड



    सतना ।।सतना जिले की मझगवां तहसील के प्राकृतिक आपदा पीड़ित विपत्ति ग्रस्त व्यक्ति को स्वीकृत आर्थिक सहायता राशि 4 लाख रुपये किसी दूसरे व्यक्ति के खाते में काट-छांट कर स्थानांतरित कर देने के कारण नाजिर मनोज अहिरवार सहायक ग्रेड 3 को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।कलेक्टर अनुराग वर्मा ने उपखंड मजिस्ट्रेट मझगवां के प्रस्तुत प्रतिवेदन के अनुसार नायब नाजिर मनोज अहिरवार सहायक ग्रेड 3 द्वारा जानबूझकर विपत्ति ग्रस्त व्यक्ति के खाते क्रमांक में काट-छांट कर अन्य व्यक्ति दद्दू सिंह निवासी कचुरा के खाते में आर्थिक सहायता राशि 4 लाख रुपये

    जमा कराने को गबन और वित्तीय अनियमितता, कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही, स्वेच्छाचारिता एवं मध्य प्रदेश सिविल सेवा आचरण के प्रतिकूल मानते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
    प्रकरण के अनुसार चकर ग्राम निवासी चंद्रभान सिंह को उनकी पुत्री दिव्यांशी की पानी में डूबने से 13 मार्च 2021 को मृत्यु हो गई थी। राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के तहत निकटतम वारिस चन्द्रभान सिंह को 4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई थी। किंतु नायब नाजिर ने चंद्रभान सिंह के खाता नंबर में काट-छांट कर अन्य व्यक्ति दद्दू सिंह का खाता अंकित करते हुए यह राशि जमा करा दी गई थी। समाचार पत्र में प्रकाशित इस आशय की खबर को संज्ञान में लेते हुए कलेक्टर अनुराग वर्मा ने एसडीएम मझगवां पीएस त्रिपाठी को जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए थे।

  • CM हेल्पलाईन में श्रेणी ‘B’ से कमतर नहीं रहे कोई विभाग, ‘C’ अथवा ‘D’ ग्रेड में रहे तो जिला विभाग प्रमुख की कटेगी वेतन

    सतना ।।समय-सीमा प्रकरणों की सोमवार को संपन्न बैठक में कलेक्टर अनुराग वर्मा ने सीएम हेल्पलाईन की समीक्षा के दौरान अगले माह तक सभी विभागों को कम से कम ‘बी’ श्रेणी में लाने के निर्देश दिये हैं। इस हफ्ते कोई विभाग ‘डी’ श्रेणी में शामिल नही रहें। उन्होने कहा कि ‘सी’ और ‘डी’ श्रेणी में पाये जाने पर संबंधित विभाग के जिला प्रमुख अधिकारी का एक हफ्ते का वेतन काटा जायेगा। इस मौके पर आयुक्त नगर निगम तन्वी हुड्डा, अपर कलेक्टर राजेश शाही, डिप्टी कलेक्टर नीरज खरे सहित सभी एसडीएम, सीईओ जनपद, सीएमओ, नगरीय निकाय और विभाग प्रमुख जिला अधिकारी उपस्थित थे।

    कलेक्टर अनुराग वर्मा ने सीएम हेल्पलाईन में माह मार्च की ग्रेडिंग की समीक्षा की। इस बार 75.91 प्रतिशत वेटेज के साथ सतना जिला पुनः 6वें स्थान पर रहा है। विभागवार ग्रेडिंग की समीक्षा में पाया गया कि उच्च शिक्षा विभाग, आदिम जाति, जल संसाधन और बाणसागर विभाग के पुअर परफार्मेंस और निम्न गुणवत्तापूर्ण निराकरण से सतना जिला एक बार पुनः टॉप-5 से वंचित रहा। कलेक्टर श्री वर्मा ने इन विभागों की शिकायतवार समीक्षा की और बार-बार हिदायत के बावजूद परफार्मेंस में सुधार नहीं आने पर उच्च शिक्षा विभाग, जनजातीय कार्य विभाग के जिला अधिकारी और कार्यपालन यंत्री जल संसाधन तथा कार्यपालन यंत्री बाणसागर के विरुद्ध निलंबन का नोटिस जारी करने के निर्देश दिये। सीएम हेल्पलाईन की समीक्षा के दौरान इस सप्ताह कुल 10893 शिकायतों में से 224 का निराकरण कर कम हुई हैं। शेष 10669 अभी लंबित हैं। इनमें खाद्य की 1945, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी की 1712 शामिल हैं। इस सप्ताह पीएचई में 235 और ऊर्जा विभाग में 90 शिकायतें बढ़ी हैं। कलेक्टर ने कहा कि गर्मी का मौसम आते ही इन दोनो विभागों की शिकायतें और बढेंगी। दोनो ही विभाग तत्परता पूर्वक शिकायतों का निराकरण करें। जनपद वार समीक्षा में मझगवां ने 40, रामपुर बघेलान ने 15 शिकायते कम की हैं। जबकि सोहावल में 3 और मैहर में एक शिकायत बढ़ी है। जबकि सभी तहसीलों में पिछले हफ्ते शिकायतें कम हुई हैं। नगरीय निकायों ने पिछले हफ्ते कुल 54 शिकायतें कम की है। जिनमें 30 शिकायतें मैहर की हैं।मार्च माह की अब तक कुल प्राप्त शिकायतों में से 4158 शेष हैं। जिनमें 1182 पीएचई की और 524 शिकायतें ऊर्जा विभाग की हैं। कलेक्टर ने कहा कि अभी पूरा एक माह का समय है। इन शिकायतों को जीरो पर लायें। सीएम हेल्पलाईन की 100 दिवस की 170 शिकायतें कम होकर 2046 शेष हैं। जबकि 300 दिवस की 36 कम होकर 648 शेष बची हैं। इन शिकायतों के निराकरण में वन, राजस्व, खाद्य विभाग ने अच्छा काम किया है।समय-सीमा प्रकरणों की बैठक में उत्तरा पर संधारित टीएल प्रकरण, समाधान के विषय, जल जीवन योजना, सीएम आवासीय भू-अधिकारी योजना, पशुपालन, मत्स्य कृषक क्रेडिट कार्ड की समीक्षा की गई। प्रधानमंत्री आवास ग्रामीण योजना में बताया गया कि इस हफ्ते 396 आवास पूर्ण किये गये हैं। कलेक्टर ने 28 मार्च को होने वाले गृह प्रवेश कार्यक्रम के लिये सभी पूर्ण हो चुके आवासों का भौतिक सत्यापन अनिवार्य रुप से कर लेने के निर्देश दिये।

Back to top button