MP News :पूर्व मंत्री स्व. जगन्नाथ सिंह का राजनैतिक सफ र शिक्षक बनने के बाद से शुरू हुआ था। विधायक, लोकसभा संासद, राज्यसभा संासद एवं मंत्री प्रदेश कैबिनेट मंत्री का सफ र तय किया। वर्ष 2013 के विधानसभा के चुनाव में श्री सिंह को हार का सामना करना पड़ा था।
वहीं वर्ष 2018 में स्व. जगन्नाथ सिंह के छोटे भाई अमर सिंह चितरंगी विधानसभा क्षेत्र से करीब 58 हजार चुनाव जित कर क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते रहे। 2023 के विधानसभा के चुनाव में पूर्व स्व. जगन्नाथ सिंह के बहू राधा सिंह को भाजपा ने मैदान में उतारा जहां राजनीति शास्त्र से स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल करने वाली 48 वर्षीया राधा सिंह ने भी 59 हजार अधिक मतो से जीतकर पूरे विंध्य क्षेत्र में सबसे अधिक मतो से जितने का तमंगा लगा।
प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज दिन सोमवार को अपने कैबिनेट का पहला विस्तार किया और कैबिनेट के इस विस्तार में 10 साल बाद सिंगरौली जिले के चितरंगी विधानसभा क्षेत्र का फिर से प्रतिनिधित्व करने का अवसर दिया है। एक संयोग ही कहा जाए की जिस क्षेत्र से जगन्नाथ सिंह पहली बार शिवराज सिंह चौहान के मंत्री मण्डल में सबसे पहले 2008 के जून महीने में बतौर स्कूल शिक्षा मंत्री के रूप में जगह मिली थी, इसके बाद वर्ष 2013 स्व. जगन्नाथ सिंह मंत्री के पद पर आसीन रहे। वहीं इस बीच स्व. श्री सिंह की बहू राधा सिंह राजनीति कदम रखते ही जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित होने के बाद जिला पंचायत सिंगरौली का अध्यक्ष चुनी गई। 2021 तक फि र से जिला पंचायत सदस्य रहीं। हालांकी 2021-2022 के पंचायत चुनाव में राधा एवं डॉ. रविन्द्रर सिंह अलग-अलग क्षेत्र के वार्ड कुलकवार एवं गीर से जिला पंचायत सदस्य पद के चुनाव लड़े थे पति पत्नी एवं दोनो जन चुनाव हार गए थे। लेकिन विधान सभा चुनाव में भाजपा से टिकट हासिल कर चितरंगी विधानसभा से रिकार्ड मतो से विजय श्री हासिल की।
पहली बार चुनी गई विधायक राधा सिंह चितरंगी
विधानसभा क्षेत्र से पहली दफ़ा विधायक पिछले महीने भाजपा से चुनी गई थी। हालांकी मंत्री बनने के रेस में शामिल नहीं थी। दिन सोमवार के सुबह से ही अचानक राधा सिंह का नाम सामने आने लगा। भाजपा के कद्दावर नेता पूर्व मंत्री स्व. जगन्नाथ सिंह की बहू एवं आदिवासी समाज होने का फ ायदा आखिरकार मिल गया। पहली बार विधायक चुनी गई और प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मंत्री मण्डल में बतौर राज्य मंत्री रूप में जगह मिल गई।
संविदा शिक्षक के बाद शुरू की राजनीति की शुरूआत
राधा सिंह सबसे पहले संविदा शिक्षक वर्ग तीन के पद पर शासकीय प्राथमिक विद्यालय में नियुक्त हुई। करीब आठ साल तक नौकरी संविदा पद पर करती रहीं। इसके बाद उन्होने संविदा शिक्षक के पद से त्यागपत्र देकर राजनीति में कदम रखी। हालांकि राधा सिंह की ससुराल पक्ष राजनीति घराना है। स्व. जगन्नाथ सिंह के पिता ददई सिंह तकरिबन पॉच दसक तक चितरंगी ग्राम पंचायत से निर्विरोध सरपंच चुने जा रहे थे।
चितरंगी क्षेत्र में जश्न का माहौल राधा सिंह को प्रदेश में राज्यमंत्री बनाये जाने की खबर मिलते ही पूरे क्षेत्र में जश्न का माहौल है। चितरंगी नगर सहित पूरे अंचल में आतिशिवाजी करते हुए जम कर लोगों ने जश्न मनाया। चितरंगी के अलावा करथुआ, सकरिया, हरफरी, धानी, खैरा, बड़कुड़, पोड़ी, शेरवा, गोरबी, दुधमनिया, कसर, लमसरई, बगदरा, समेत क्षेत्र के भाजपाइयों ने आतिशवाजी जश्न मनाया।
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