सतना।। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा हर साल वित्तीय साक्षरता सप्ताह का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष भारतीय रिजर्व बैंक 26 फरवरी से 1 मार्च 2024 के दौरान देशभर में वित्तीय साक्षरता सप्ताह 2024 आयोजित कर रहा है। जिसका विषय करो सही शुरुआत, बनो वित्तीय स्मार्ट है। इंडियन बैंक की शुभांगी खरे ने बताया कि प्रभावी वित्तीय नियोजन,ऋण का उचित प्रबंध, ब्याज की सही गणना और धन के सही मूल्य को समझना वित्तीय रूप से साक्षर होने की विशेषताएं हैं।
![एकेएस में फाइनेंशियल लिटरेसी वीक 2024 के तहत कार्यक्रम। 26 फरवरी से 1 मार्च 2024 के दौरान विभिन्न संस्थानों में दी गई जानकारी](https://satnatimes.in/wp-content/uploads/2024/03/IMG-20240302-WA0029-300x210.jpg)
वित्तीय साक्षरता के प्राथमिक सिद्धांतों में बचत, बजट सीखना, खर्चे पर नजर रखना, प्रभावी ढंग से ऋण का भुगतान करना और सेवानिवृत्ति की सही योजना शामिल है। इस मौके पर योगेंद्र सिंह,असिस्टेंट रीजनल मैनेजर,इंडियन बैंक ने डिजिटल अरेस्ट की जानकारी दी उन्होंने कहा की जैसे ही उपभोक्ता क्रेडिट कार्ड नंबर या पासवर्ड दर्ज करते हैं तो अपराधी उस जानकारी का इस्तेमाल करके आपके अकाउंट तक पहुंचने और चोरी करने के लिए कर सकता है। स्पैम ईमेल या मैसेज आमतौर पर विज्ञापन के सारे धोखाधड़ी के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
उन्होंने बताया ठगी का नया तरीका डिजिटल अरेस्ट है और लोगों को लाखों रुपए की चपत भी लग जाती है। कार्यक्रम में छात्रों को संबोधित करते हुए राजेश भदौरिया, रीजनल मैनेजर,इंडियन बैंक ने बताया की ऑनलाइन फ्रॉड के खतरे को भांपते हुए डिजिटल पेमेंट में सरकार बड़ा बदलाव करने की तैयारी कर रही है। बदलाव के लागू होने के बाद दो यूजर के बीच पहले डिजिटल पेमेंट के लिए 4 घंटे तक इंतजार करना होगा। पहले डिजिटल पेमेंट के लिए 4 घंटे का वेटिंग विंडो ₹2000 से ऊपर के ट्रांजैक्शन के लिए होगा। ऑनलाइन फ्रॉड में लगाम लगाने के लिए नियम काफी जरूरी है। कार्यक्रम में एकेएस विश्वविद्यालय के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी उपस्थित रहे। फाइनेंशियल लिटरेसी वीक के तहत हुए इस कार्यक्रम में इंडियन बैंक से शिवानी बघेल भी उपस्थित रहीं। कार्यक्रम में एकेएस के छात्र-छात्राओं को काफी अहम जानकारियां मिली।