Happy Holi 2025 : वैसे तो भारत वर्ष त्यौहारों का देश है, परन्तु कुछ – त्यौहार बहुत ही आनन्ददायक है…

Holi 2025 :वैसे तो भारत वर्ष त्यौहारों का देश है, परन्तु कुछ – त्यौहार बहुत ही आनन्ददायक है। हिन्दुओं का नया वर्ष चैत्र मास के पहले दिन से प्रारम्भ होता है और फागुन मास की पूर्णिमा को समाप्त होता है। होलिका दहन वर्ष का अन्तिम दिन फागुन की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन साल भर की बुराइयों को, आपसी दुश्मनी को जला दिया जाता है तथा चैत्र मास के पहले दिन नए वर्ष का स्वागत किया जाता है।
कितनी खुशी से नया वर्ष मनाया आता है ऐसा त्यौहार दुनियाँ में कहीं नहीं मनाया जाता । पच्चीस दिसम्बर से इंक्तीस दिसम्बर यहूदी लोग नया वर्ष मनाते है। सोचिये नया वर्ष मनाने में कितना अन्तर है।होली का त्यौहार हमेशा मनाया जाए इसके लिये कहानी लिख दी गई है। प्रहलाद की बुआ, प्रहलाद को आग में जलाने की कोशिश करती है। ऋषियों ने त्योहारों को कहानी के माध्यम से जनता के सामने रखा है। खुशी से भरा त्यौहार मनाइये नई फसल आ रही है।
अन्न आना प्रारम्भ हो चुका है, आम में बौर आ चुके है, पेड़ों में नये पत्ते आने लगे है। यह है नया वर्ष का त्यौहार । न गर्मी है, न ठंड है। बसन्त का आनन्द है होलिका का त्योहार”। पूरा हिन्दू समाज चाहे किसी भी देश में हो, होली का त्यौहार मनाता है। पूरा भारत एक हो जाता है। ऊंच-नीच का भेदभाव समाप्त हो जाता है गरीब-अमीर,अधिकारी-कर्मचारी सब रंग के रंग में रंगने लगते है। नया वर्ष का स्वागत होलिका का त्यौहार है, बुरा न मानो होली है। कोई बुरा नहीं मानता । सब आनन्द में डूबे है।
लेखक एकेएस विश्वविद्यालय के कुलाधिपति और विश्व सरकार की अवधारणा के प्रणेता श्री बी. पी. सोनी जी हैं।