Satna News :मध्य प्रदेश सरकार नौनिहालों की पढ़ाई-लिखाई पर करोड़ों रुपए खर्च कर योजनाएं चला रही है। सरकारी स्कूलों में सुविधा मुहैया कराने के बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं। लेकिन हकीकत धरातल पर उतरने से जाहिर हो जाती है। इन सब कोशिशों के बीच प्रदेश में शिक्षा के मंदिर को दागदार करने का वीडियो सामने आया है।
सतना जिले के रामपुर बाघेलान विकासखंड स्थित एक प्राथमिक पाठशाला में जिन बच्चों के हाथों में कलम होनी चाहिए थी, उनसे धान की रोपाई कराई जा रही है।
वीडियो ने आलाधिकारियों में मचा दिया हड़कंप
गौरतलब है कि जिले में एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें देश के भविष्य (स्कूली छात्र) मजदूरों की तरह दिखाई दे रहे हैं। उनसे स्कूल में धान रोपाई करवाई जा रही हैं। देखते ही देखते इस वीडियो ने जिले के आलाधिकारियों में हड़कंप मचा दिया।
वायरल वीडियो 27 जुलाई का है। शासकीय प्राथमिक पाठशाला फिफरी के हेड मास्टर राम नरेश साकेत ने अपने गांव रामनगर में धान की रोपाई के लिए स्कूली बच्चों को बुलाया था। मजदूरों की कमी और ज्यादा मजदूरी देने से बचने के लिए उन्होंने स्कूल के एक 14 वर्षीय बच्चे को ठेका दिया और जिसके चलते उसने 12 और बच्चों को खेतों में लगा दिया।
जानकारी मुताबिक हेड मास्टर ने प्रत्येक छात्र को 150 रुपये देने का वादा किया और उनके खेत में धान की रोपाई करवाई है। इन बच्चों ने मास्टर के खेत में धान रोपे, जो एक ग्रामीण की नजर में आ गए। उस ग्रामीण ने इसका वीडियो बना लिया।
घटना की जानकारी जब सिजहटा हायर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्य यदुवंश शुक्ला तक पहुंची, तो उन्होंने तुरंत हेड मास्टर राम नरेश साकेत को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया। प्राचार्य शुक्ला ने कहा कि हेड मास्टर से जवाब मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। जिले के डीपीसी विष्णु त्रिपाठी का कहना है कि ये प्रकरण उनके संज्ञान में आया है। इसकी जांच करके नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।