MP News : DFO के दफ्तर में शराब पीते हुए लिपिक का वीडियो वायरल, डीएफओ ने बाबू को दफ्तर से हटाया, महिला कर्मी की शिकायत पर जाँच टीम गठित

Photo credit by social media

सिंगरौली, मध्यप्रदेश (SINGRAULI NEWS)।। वन मंडल अधिकारी सिंगरौली कार्यालय में पदस्थ बाबू का दफ्तर में शराब पीने का एक वीडियो सोसल मीडिया में बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो की पुष्टि नवभारत नही करता है। इधर वन मंडल अधिकारी ने वायरल वीडियो पर फौरी कार्रवाई करते हुए बाबू को दफ्तर से बाहर का रास्ता दिखा दिया है।

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डीएफ ओ ने दफ्तर में कार्यरत महिला कर्मी की शिकायत की जाँच सरकारी दफ्तरो में कार्यरत महिला कर्मचारियों की लैगिक अपराधों से बचाव हेतु 2013 के अधिनियम के तहत गठित आंतरिक परिवाद कमेटी से जाँच कराने का आदेश दिया है । बताया जाता है कि वन मण्डल कार्यालय सिंगरौली में पदस्थ महिला कर्मी को लिपिक शिवराज सिंह आए दिन अश्लील गाली देता रहता है। ऑफि स में बैठकर शराब पीता रहता है। महिला कर्मी ने शिकायत पत्र में आरोप लगाया है कि बाबू धार दार हथियार साथ में रखता है। बताया जाता है कि महिला कर्मी द्वारा एक दिन ऑफि स में गाली गलौच देने से मना किया तो शराबी बाबू और तेजी से गाली देने लगा और पूरे परिवार को खत्म करने की धमकी देने लगा।

वह अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से डराता धमकता है। आए दिन फोन करके धमकी देता है दिन में, रात में कई बार फोन करता है, जिससे उसका परिवार डरा सहमा हुआ है। पीडि़त महिला कर्मी ने अपनी जान माल की सुरक्षा के लिए के पुलिस अधीक्षक को 9 फरवरी को शिकायती आवेदन पत्र दिया है। महिला कर्मी ने शराबी बाबू का वीडियो एवं ऑडियो भी बना कर पुलिस को दिया है। लेकिन आज दिनांक तक आरोपी के ऊपर किसी भी तरह की कार्यवाही नही हुई है। आरोपी की पहुंच ऊपर तक है, बाबू धमकी देता है कि जहा शिकायत करना हो कर दो मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। वायरल वीडियों में लिपिक की दबंगई स्पष्ट शब्दों में सुनी जा सकती है।

वर्षो से पदस्थ है विवादित लिपिक

सीधी जिला विभाजन के पूर्व भी लिपिक डीएफओ दफ्तर सीधी पूर्व में पदस्थ था। और जब सिंगरौली जिला बना और डीएफओ दफ्तर खुला तब से लिपिक शिवराज सिंह यही कार्य करने लगा। तेंदु पत्ता शाखा का कामकाज भलीभाति तरीके से देखता आ रहा है। करीब एक दशक से अधिक समय से एक ही शाखा में सेवाएं दे रहा है। आरोप है अभी तक किसी डीएफओ ने लिपिक की शाखा बदलने की साहस नही जुटा पाएं। लिहाजा ऐसे में लिपिक का पूरे स्टाफ में दबाव बनता गया और मौजूदा कहानी किसी से छुपी नही हैं। वायरल वीडियों के बाद चर्चा है कि डीएफओ का उक्त शाखा शराबखोरी को लेकर चर्चाओं में है।

इनका कहना है
मामला मेरे संज्ञान मे आया है। अभी मै बाहर हूं। सम्भवत: कार्रवाई हुई है और वैधानिक कार्रवाई भी होगी।
एनके त्रिपाठी
एसडीओ फारेस्ट बैढऩ

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