महाराष्ट्र के नागपुर शहर में सोमवार से विधानसभा का शीतकाली सत्र शुरू हो गया है। इसी बीच असेंबली से एक शानदार तस्वीर सामने आई है। जहां राकांपा विधायक सरोज बाबूलाल अहिरे ने महिला सशक्तिकरण की जो मिशाल पेश की है, उसकी हर कोई तारीफ कर रहा है। एमएलए सरोज शीतकालीन सत्र के दौरान अपने बच्चे को गोदी में लेकर विधानसभा पहुंचीं और सदन की कार्यवाही में हिस्सा लिया। एक तरफ जहां कुछ नेता उनको देखकर चौंक गए तो कुछ ने इनकी तारीफ करते हुए सैल्यूट किया।
विधायक ने बच्चे को गोद में लिए कही दिल छू जाने वाली बात
दरअसल, विधायक सरोज बाबूलाल अहिरे तीन महीने पहले मां बनी हैं। उन्होंने 30 सिंतबर को एक बच्चे को जन्म दिया है और अब वह बच्चे को लेकर विधानसभा पहुंचीं और सदन की कार्यवाही में भी हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कोरोना के कारण बीते 2.5 वर्षों से नागपुर में कोई सत्र आयोजित नहीं किया गया था। मैं अब एक मां हूं, लेकिन मैं अपने मतदाताओं के सवालों के जवाब लेने विधानसभा आई हूं।
कौन हैं महिला विधायक सरोज
बता दें कि सरोज 2019 में महाराष्ट्र की विधानसभा के लिए विधायक चुनी गई हैं। दो साल बाद कोरोना काल में फरवरी 2021 में उनका विवाह हो गया। नासिक के Deolali निर्वाचन क्षेत्र से विधायक सरोज ने समय पर सदन पहुंचने के लिए अपने परिवार के साथ 500 किलोमीटर का सफर तय किया है।
महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच सीमा विवाद पर सीएम ने दिया जबाल
शीतकाली सत्र में अंतर्राज्यीय सीमा विवाद पर बहस हुई, महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच सीमा विवाद पर बात करते मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा-इस मामले को लेकर हमारे केंद्रीय गृह मंत्री ने अंतर्राज्यीय सीमा विवाद में मध्यस्थता की। इस मुद्दे पर किसी तरह की कोई सियासत नहीं होनी चाहिए। हम सभी सीमावर्ती निवासियों के साथ एक खड़ें रहें तो ठीक होगा।
शीतकाली सत्र के दौरान चप्पे-चप्पे पर पुलिस-फोर्स तैनात
बता दें कि शीतकाली सत्र के दौरान सुरक्षा को देखते हुए सिक्योरिटी का काफी ध्यान रखा गया है। सत्र को सुचारू रूप से चलाने के लिए 7 हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती गई है। जहां विधानमंडल के दोनों सदन हैं वहां कड़ी सुरक्षा की गई है। वहीं सीएम के साथ-साथ राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फणडवीस के आवास रामगिरी और देवगिरी पर भी भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।